प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के माध्यम से विभिन्न विभागों में बिना प्रशिक्षण के तैनात कर्मियों की छंटनी होगी। शासन ने निर्देश जारी किए हैं कि पीआरडी से प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्तियों को ही प्राथमिकता दी जाएगी।
जनपद उत्तरकाशी के विभिन्न विभागों में 200 कर्मियों की तैनाती पीआरडी के माध्यम से की गई है। बताया जा रहा है कि इनमें से करीब 100 कर्मी ऐसे हैं जिन्होंने पीआरडी का 21 दिनों का प्रशिक्षण नहीं लिया है। तैनाती के लिए यह प्रशिक्षण आवश्यक है। पीआरडी में अधिकांश तैनाती सिफारिशों पर हुई हैं। इससे पीआरडी प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्ति रोजगार से वंचित हैं। अब ऐसे सिफारिशी पीआरडी कर्मियों की छंटनी होगी। शासन से निर्देश जारी हुए हैं कि पीआरडी का 21 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को प्राथमिकता के आधार पर तैनाती दी जाएगी। बता दें कि पीआरडी में मानदेय 17 हजार तय है। पीआरडी का मुख्य कार्य लॉ एंड आर्डर में सहयोग करना है। इन कर्मियों को प्रशिक्षण के साथ वर्दी भी दी जाती है। जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी ने बताया कि 21 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को ही प्राथमिकता के आधार पर तैनाती दिए जाने के निर्देश शासन से मिले हैं। इनका पालन किया जाएगा। जनपद में करीब 200 लोग ऐसे हैं जिन्होंने 21 दिनों का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।