कोरोना वायरस के बदले हुए नए स्वरूप ओमिक्रॉन को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं ऐसे में अपने देश में तीसरी लहर का यही सबसे बड़ा कारक वायरस वैरिएंट साबित हो सकता है। शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा इसे 'वायरस ऑफ कंसर्न' घोषित करने के बाद से दुनिया भर में अलर्ट जारी हो गए हैं। अपने देश के वैज्ञानिकों ने भी इस वायरस के म्यूटेशन और इम्यूनिटी को जांचने के लिए विकसित किए गए उस मॉडल को पूरे देश में लागू कर दिया है, जो किसी भी वायरस के बदले हुए स्वरूप से आने वाली तीसरी लहर को रोकेगा।