पुरानी मान्यता है कि महाभारत काल वाले अश्वत्थामा "अमर" हैं लेकिन भगवान कृष्ण के श्राप ने उन्हें जो वेदना दी उसका इलाज केवल भोलेनाथ ही कर सकते हैं। इसलिए अश्वत्थामा आज भी भगवान शंकर की पूजा उपासना कर रहे हैं। यकीन नहीं होता ना। चलिए आपको लिए चलते हैं एक ऐसे ही कानपुर के एक ऐतिहासिक और प्राचीन शिवमंदिर में।