अफगानिस्तान के कुंदुज में जुमे की नमाज के दौरान भीषण विस्फोट में 50 लोग मारे गए हैं। बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं। यह विस्फोट हजारा शिया मस्जिद में किया गया। रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक विस्फोट कुंदुज में सैयद अबाद मस्जिद में हुआ।
घटना की जिम्मेदारी लेते हुए आईएस-के से जुड़ी आमाक संवाद एजेंसी ने हमलावर की पहचान एक उइगर मुस्लिम के रूप में की है और दावा किया कि इस हमले का निशाना शिया समुदाय और तालिबान दोनों थे क्योंकि चीन के दबाव में तालिबान उइगर मुस्लिमों को बाहर निकाल रहा है। अमेरिकी और नाटो सेनाओं के लौटने के बाद से आईएस लगातार तालिबान के शासन को चुनौती देने के साथ अल्पसंख्यक शिया समुदाय और धर्मस्थलों को निशाना बना रहा है।
कुंदुज प्रांत के पुलिस उप प्रमुख दोस्त मोहम्मद ओबैदा ने कहा, मस्जिद में अधिकांश लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि नमाज के दौरान लोगों के बीच मौजूद आत्मघाती हमलावर ने इसे अंजाम दिया है। उन्होंने कहा, तालिबान अपने शिया भाइयों को उनकी सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करना चाहता है। फिलहाल जांच जारी है। इस साल अगस्त के मध्य में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से आईएसआईएस से जुड़े आतंकवादियों के हमले बढ़ गए हैं। इससे पहले रविवार को काबुल की मस्जिद में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी।
आईएस हमारे लिए सिरदर्द जरूर पर कोई खतरा नहीं : तालिबान
आईएस द्वारा देशभर में धमाके करने के बावजूद तालिबान उसे कमतर आंक रहा है। तालिबान सरकार का कहना है कि आईएस उसके लिए सिरदर्द जरूर है पर खतरा नहीं है और इसे जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा। अफगानिस्तान के सूचना-संस्कृति मंत्रालय व तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, हम दाएश को खतरा नहीं मानते बल्कि हम इसे सिरदर्द कहते हैं। यह कुछ स्थानों पर सिरदर्द पैदा करता है और इस समूह को जल्द ही दबा दिया जाएगा। मुजाहिद के मुताबिक, हर घटना के फौरन बाद दाएश को खदेड़ा जा रहा है। उसके आतंकियों को मार दिया जा रहा है या वो भागकर छिप रहे हैं।
विस्थापितों को काबुल से लौटने का आदेश
तालिबान ने जंग के दौरान काबुल आए सैंकड़ों विस्थापित परिवारों को अपने प्रांतों में वापस लौट जाने का आदेश दिया है। सरकार के शरणार्थी मामलों के उपमंत्री अरसलान खारोतई के हवाले से टोलो न्यूज ने बताया है कि इन विस्थापितों को वापस भेजने की प्रक्त्रिस्या शुरू हो गई है और सभी के उनके प्रांतों में पहुंचने तक जारी रहेगी।
यूएनएससी ने की हमले की निंदा
यूएनएससी ने अफगानिस्तान में शिया मस्जिद पर हमले की निंदा की है। हाल के दिनों में यहां धार्मिक संस्थाओं पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं। हमें आतंकवाद से जुड़े अपराधियों, आयोजकों, वित्तपोषकों और प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने की जरूरत है।
विस्तार
अफगानिस्तान के कुंदुज में जुमे की नमाज के दौरान भीषण विस्फोट में 50 लोग मारे गए हैं। बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए हैं। यह विस्फोट हजारा शिया मस्जिद में किया गया। रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक विस्फोट कुंदुज में सैयद अबाद मस्जिद में हुआ।
घटना की जिम्मेदारी लेते हुए आईएस-के से जुड़ी आमाक संवाद एजेंसी ने हमलावर की पहचान एक उइगर मुस्लिम के रूप में की है और दावा किया कि इस हमले का निशाना शिया समुदाय और तालिबान दोनों थे क्योंकि चीन के दबाव में तालिबान उइगर मुस्लिमों को बाहर निकाल रहा है। अमेरिकी और नाटो सेनाओं के लौटने के बाद से आईएस लगातार तालिबान के शासन को चुनौती देने के साथ अल्पसंख्यक शिया समुदाय और धर्मस्थलों को निशाना बना रहा है।
कुंदुज प्रांत के पुलिस उप प्रमुख दोस्त मोहम्मद ओबैदा ने कहा, मस्जिद में अधिकांश लोग मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि नमाज के दौरान लोगों के बीच मौजूद आत्मघाती हमलावर ने इसे अंजाम दिया है। उन्होंने कहा, तालिबान अपने शिया भाइयों को उनकी सुरक्षा के प्रति आश्वस्त करना चाहता है। फिलहाल जांच जारी है। इस साल अगस्त के मध्य में तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से आईएसआईएस से जुड़े आतंकवादियों के हमले बढ़ गए हैं। इससे पहले रविवार को काबुल की मस्जिद में हुए विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी।
आईएस हमारे लिए सिरदर्द जरूर पर कोई खतरा नहीं : तालिबान
आईएस द्वारा देशभर में धमाके करने के बावजूद तालिबान उसे कमतर आंक रहा है। तालिबान सरकार का कहना है कि आईएस उसके लिए सिरदर्द जरूर है पर खतरा नहीं है और इसे जल्द ही खत्म कर दिया जाएगा। अफगानिस्तान के सूचना-संस्कृति मंत्रालय व तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, हम दाएश को खतरा नहीं मानते बल्कि हम इसे सिरदर्द कहते हैं। यह कुछ स्थानों पर सिरदर्द पैदा करता है और इस समूह को जल्द ही दबा दिया जाएगा। मुजाहिद के मुताबिक, हर घटना के फौरन बाद दाएश को खदेड़ा जा रहा है। उसके आतंकियों को मार दिया जा रहा है या वो भागकर छिप रहे हैं।
विस्थापितों को काबुल से लौटने का आदेश
तालिबान ने जंग के दौरान काबुल आए सैंकड़ों विस्थापित परिवारों को अपने प्रांतों में वापस लौट जाने का आदेश दिया है। सरकार के शरणार्थी मामलों के उपमंत्री अरसलान खारोतई के हवाले से टोलो न्यूज ने बताया है कि इन विस्थापितों को वापस भेजने की प्रक्त्रिस्या शुरू हो गई है और सभी के उनके प्रांतों में पहुंचने तक जारी रहेगी।
यूएनएससी ने की हमले की निंदा
यूएनएससी ने अफगानिस्तान में शिया मस्जिद पर हमले की निंदा की है। हाल के दिनों में यहां धार्मिक संस्थाओं पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं। हमें आतंकवाद से जुड़े अपराधियों, आयोजकों, वित्तपोषकों और प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने की जरूरत है।