अमेरिका की एक किशोरी ने चीन के शिंजियांग में मुसलमानों पर सरकार की कार्रवाई की निंदा करने का एक दिलचस्प तरीका निकाला। दरअसल 17 साल की किशोरी फिरोजा अजीज ने टिक टॉक पर एक वीडियो अपलोड किया जिसकी शुरुआत उसने पलकों को खूबसूरत बनाने का तरीके बताने से की और फिर अचानक लोगों को अपनी आखें खोलने और शिंजियांग के हालात के बारे में जाने और इसके खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
अजीज ने खुद को 17 साल का मुसलमान बताया। उसके वीडियो को बुधवार तक लाखों लोग देख चुके हैं। अजीज का कहना है कि चीन की निंदा करने वाला वीडियो अपलोड करने के बाद उस पर एक महीने तक कोई भी वीडियो अपलोड करने पर रोक लगा दी गई है।
वीडियो में अजीज कहती है कि पहला काम जो आपको करना है वह यह कि सबसे पहले पलकों को खूबसूरत बनाने वाला कर्लर लेना है। खूबसूरती की बात करते हुए अचानक अजीज कहती हैं कि इसके बाद आप इसे नीचे रखते हैं और आप यह जानने के लिए कि चीन में क्या हो रहा है अपना फोन उठाते हैं।
वह कहती है कि किस प्रकार से वह (चीन) हिरासत शिविर बनाते हैं, बेगुनाह मुसलमानों को उसमें डाल रहे हैं, परिवारों को अलग कर रहे हैं, उनका अपहरण कर रहे हैं, हत्या कर रहे हैं, दुष्कर्म कर रहे हैं, उन्हें सुअर का मांस खाने के लिए मजबूर कर रहे हैं, उन्हें धर्मपरिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं।
अजीज वीडियो में कहती हैं कि यह एक और जनसंहार है लेकिन कोई इस पर बात नहीं कर रहा है। मेहरबानी करें जानकारी रखिए, शिंजियांग के बारे में जागरुकता फैलाइए। इसके बाद वीडियो में वह दोबारा पलकों की सुंदरता के बारे में बात करने लगती हैं।
कथित तौर पर न्यूयार्क से ताल्लुक रखने वाली अजीज को इससे पहले भी टिक टॉक पर ब्लॉक किया जा चुका है। बहरहाल, टिक टॉक ने इस बात से इनकार किया कि उसके इस प्रोफाइल को ब्लॉक किया गया है।
एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि इस मामले में यूजर का पहला अकांउट और उससे जुड़े यंत्र पर रोक लगा दी गई थी क्योंकि उसने ओसामा बिन लादेन का वीडियो पोस्ट किया था। टिक टॉक उस विषयवस्तु पर रोक लगाता है जो आतंकवादी संगठनों से जुड़ी कल्पनाओं पर आधारित हो।
अमेरिका की एक किशोरी ने चीन के शिंजियांग में मुसलमानों पर सरकार की कार्रवाई की निंदा करने का एक दिलचस्प तरीका निकाला। दरअसल 17 साल की किशोरी फिरोजा अजीज ने टिक टॉक पर एक वीडियो अपलोड किया जिसकी शुरुआत उसने पलकों को खूबसूरत बनाने का तरीके बताने से की और फिर अचानक लोगों को अपनी आखें खोलने और शिंजियांग के हालात के बारे में जाने और इसके खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।
अजीज ने खुद को 17 साल का मुसलमान बताया। उसके वीडियो को बुधवार तक लाखों लोग देख चुके हैं। अजीज का कहना है कि चीन की निंदा करने वाला वीडियो अपलोड करने के बाद उस पर एक महीने तक कोई भी वीडियो अपलोड करने पर रोक लगा दी गई है।
वीडियो में अजीज कहती है कि पहला काम जो आपको करना है वह यह कि सबसे पहले पलकों को खूबसूरत बनाने वाला कर्लर लेना है। खूबसूरती की बात करते हुए अचानक अजीज कहती हैं कि इसके बाद आप इसे नीचे रखते हैं और आप यह जानने के लिए कि चीन में क्या हो रहा है अपना फोन उठाते हैं।
वह कहती है कि किस प्रकार से वह (चीन) हिरासत शिविर बनाते हैं, बेगुनाह मुसलमानों को उसमें डाल रहे हैं, परिवारों को अलग कर रहे हैं, उनका अपहरण कर रहे हैं, हत्या कर रहे हैं, दुष्कर्म कर रहे हैं, उन्हें सुअर का मांस खाने के लिए मजबूर कर रहे हैं, उन्हें धर्मपरिवर्तन के लिए मजबूर कर रहे हैं।
अजीज वीडियो में कहती हैं कि यह एक और जनसंहार है लेकिन कोई इस पर बात नहीं कर रहा है। मेहरबानी करें जानकारी रखिए, शिंजियांग के बारे में जागरुकता फैलाइए। इसके बाद वीडियो में वह दोबारा पलकों की सुंदरता के बारे में बात करने लगती हैं।
कथित तौर पर न्यूयार्क से ताल्लुक रखने वाली अजीज को इससे पहले भी टिक टॉक पर ब्लॉक किया जा चुका है। बहरहाल, टिक टॉक ने इस बात से इनकार किया कि उसके इस प्रोफाइल को ब्लॉक किया गया है।
एक प्रवक्ता ने जानकारी दी कि इस मामले में यूजर का पहला अकांउट और उससे जुड़े यंत्र पर रोक लगा दी गई थी क्योंकि उसने ओसामा बिन लादेन का वीडियो पोस्ट किया था। टिक टॉक उस विषयवस्तु पर रोक लगाता है जो आतंकवादी संगठनों से जुड़ी कल्पनाओं पर आधारित हो।