वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वाशिंगटन
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Sun, 21 Jun 2020 01:46 AM IST
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एक कंफेडरेट जनरल की प्रतिमा को तोड़कर उसे आग के हवाले कर दिया। यह घटना 19 जून को हुई, जिसे अमेरिका में दास प्रथा के अंत के तौर पर मनाया जाता है।
जानकारी के मुताबिक, ग्रेनाइट के बने मंच पर स्थापित 11 फुट की प्रतिमा को जंजीर से बांध कर गिराया गया और मूर्ति गिरने पर प्रदर्शनकारियों ने उस पर कूदकर अपनी खुशी का इजहार किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने खंडित मूर्ति के चारों ओर लकड़ी रखकर उसमें आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नस्लवाद के खिलाफ नारे लगाए।
इस बीच चश्मदीदों ने पूरी घटना का वीडियो बना सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस घटनास्थल पर मौजूद थी लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घटना पर ट्वीट कर वाशिंगटन डीसी के गवर्नर को हटाने की मांग की। ट्रंप ने ट्वीट किया, वाशिंगटन की पुलिस अपना काम नहीं कर रही है वह मूर्ति को गिराते और जलाते हुए देख रही है।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एक कंफेडरेट जनरल की प्रतिमा को तोड़कर उसे आग के हवाले कर दिया। यह घटना 19 जून को हुई, जिसे अमेरिका में दास प्रथा के अंत के तौर पर मनाया जाता है।
जानकारी के मुताबिक, ग्रेनाइट के बने मंच पर स्थापित 11 फुट की प्रतिमा को जंजीर से बांध कर गिराया गया और मूर्ति गिरने पर प्रदर्शनकारियों ने उस पर कूदकर अपनी खुशी का इजहार किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने खंडित मूर्ति के चारों ओर लकड़ी रखकर उसमें आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नस्लवाद के खिलाफ नारे लगाए।
इस बीच चश्मदीदों ने पूरी घटना का वीडियो बना सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस घटनास्थल पर मौजूद थी लेकिन उन्होंने हस्तक्षेप नहीं किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घटना पर ट्वीट कर वाशिंगटन डीसी के गवर्नर को हटाने की मांग की। ट्रंप ने ट्वीट किया, वाशिंगटन की पुलिस अपना काम नहीं कर रही है वह मूर्ति को गिराते और जलाते हुए देख रही है।