देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने बाजार पर पकड़ बनाए रखने के लिए अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली कार आल्टो का नया अवतार आल्टो 800 पेश किया है। मारुति हमेशा से ही अपने ग्राहकों को कम कीमत में सभी बेसिक फीचर्स देने के लिए जानी जाती रही है, अपनी इसी खासियत को मारुति ने आल्टो 800 में भी बरकरार रखने की कोशिश की है। इस कार की कीमत 2.44 लाख रुपये से 3.56 लाख रुपये के बीच रखी गई है।
डिज़ाइन
कुछ दिन पहले ही मारुति इंडिया ने मारुति 800 का प्रॉडक्शन बंद किया था। इसके बाद जापानी कंपनी ने इसका रिप्लेसमेंट मारुति आल्टो 800 से करने का निर्णय लिया। नाम तय करने के बाद तय किया गया कि नई कार आल्टो के ही प्लेटफार्म पर आधारित होगी। अभी तक कंपनी के लिए मारुति 800 और आल्टो दोनों ही कारें दुधारु गाय साबित हुई है। कंपनी ने नई मारुति आल्टो 800 को मारुति 800 से अलग नए लुक्स के साथ पेश किया है। आल्टो का 1000 सीसी वाला K 10 मॉडल बाजार में बरकरार रहेगा। कंपनी ने उसके उत्पादन पर रोक नहीं लगाई है।
लेग रुम स्पेसमारुति ने आल्टो 800 के फ्रंट प्रोफाइल के साथ ही टेल लैंप में भी चेंज किया है। कार के फ्रंट को फोर्ड फिगो से मिलता हुआ लुक दिया गया है। नई कार का साइड लुक कुछ-कुछ मारुति ए-स्टार से भी मिलता है। इंटीरियर में भी बदलाव करके इसे मारुति 800 से काफी बेहतर बनाया गया है। कंपनी के मुताबिक इसकी लंबाई और ऊंचाई को मारुति 800 और आल्टो की तुलना में बढ़ाया गया है। ऊंचाई और लंबाई में बदलाव से यह फायदा है कि कार के लेग रुम में ज्यादा स्पेस हो गया है।
फ्यूल एफिशिएंसीनई आल्टो 800 में 0.8 लीटर का पेट्रोल इंजन है, जो भविष्य के उत्सर्जन मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। कंपनी ने इस इंजन में फ्यूल एफिशिएंसी का ध्यान रखा गया है। इसकी परफारमेंस मारुति 800 के इंजन से ज्यादा बेहतर है। मारुति ने अपनी इस कार को कुल छह वेरिएंट में बाजार में पेश किया है। जिनमें से 3 पेट्रोल और 3 सीएनजी बेस्ड वेरिएंट होंगे।
माइलेजकंपनी ने भारतीय ग्राहकों की ज्यादा माइलेज की डिमांड को ध्यान में रखते हुए इसे पहले से ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट बनाया है। कंपनी का दावा है कि पुरानी आल्टो के तुलना में आल्टो 800 का माइलेज 22 फीसदी ज्यादा होगा। आल्टो 800 का 796 सीसी का 3 सिलेंडर वाला इंजन है। यह इंजन कम rpm पर न केवल बेहतर पॉवर और टॉर्क देता है बल्कि अच्छा माइलेज देने में भी सक्षम है। कार के 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन इसके बेहतर माइलेज में मददगार है। मारुति का दावा है कि कार के सीएनजी मॉडल का माइलेज 30.46 किमी. प्रति किलोग्राम होगा।
पॉवरआल्टो 800 की पॉवर की बात करें तो छोटी सेग्मेंट वाली कारों में इसकी क्षमता बेहतरीन है। कंपनी ने इसके इंजन में आल्टो और मारुति 800 से बेहतर करने की कोशिश की है। आल्टो 800 में यूज किए गए 0.8 लीटर के 796 सीसी वाले पेट्रोल इंजन की 6000 rpm पर 47.5 bhp क्षमता और 3500 rpm पर 69 Nm टॉर्क है। यह कार रोड पर चलाने में बेहतर है, लेकिन पहाड़ों के मतलब की नहीं है।
पिकअपनई आल्टो 800 का पिकअप भी जबरदस्त है। रोड पर चलने के दौरान यह 0 से 16 सेकेंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी टॉप स्पीड 140 से 145 प्रति घंटे की है। दूसरी तरफ आल्टो 800 का CNG वेरिएंट 18 सेकेंड में 0 से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ता है। कुल मिलाकर आल्टो 800 का पिकअप मारुति 800 और आल्टो से ज्यादा बेहतर है।
एक्टीरियरनई आल्टो के एक्सटीरियर की बात करें तो इसका एक्टीरियर पहले से ज्यादा आकर्षक और मजेदार है। इस कॉम्पैक्ट कार के एक्सटीरियर में कंपनी ने कई नए फीचर जोड़े है। नए मॉडल में कपंनी ने कुछ बदलाव किए हैं। फ्रंट से इसका लुक होंडा की ब्रायो और फोर्ड की फिगो की तरह लग रहा है। नए हेडलैंप और टेललैंप के साथ इसका लुक एकदम रिफ्रेश हो गया है। बोनट पर दो लाइनें बनाई गई हैं, जिससे इसका कर्वी लुक हो गया है।
कार के बेसिक फाउंडेशन और चेसिस को पहले जैसा ही रखा गया है। कंपनी के मुताबिक कार की लंबाई और ऊंचाई को पहले से 15 एमएम बढ़ाया गया है। इससे कार में बैठने का ज्यादा स्पेस हो गया है। कुल मिलाकर कहें तो डिजाइर अपनी कोशिश में काफी सफल हुए हैं। आल्टो भारतीय बाजार में मारुति की अभी तक की बेस्ट सेलिंग कार बनी हुई है। लुक में चेजिंग के बाद सवाल यह भी है कि क्या फिर से आल्टो 800 बेस्ट सेलर कार बन जाएंगी।
इंटीरियरएक्सटीरियर में बदलाव के बाद इंजीनियर्स की इंटीरियर में बदलाव की कोशिश ज्यादा कामयाब नहीं हो पाई है। यदि आपको पुरानी आल्टो का सफर याद हो तो नई आल्टो 800 में बैठने पर ज्यादा अंतर महसूस नहीं होगा। अंदर के केबिन को कुछ फीचर्स के साथ रि-डिजाइन किया गया है। नए तरह का डेशबोर्ड है, कंपनी ने इसमें कार की कीमत के मुताबिक ही बेसिक प्लास्टिक का इस्तेमाल किया है। पहले के मुकाबले डेशबोर्ड में फिनिशिंग दी गई है।
सेंटर पैनल पहले से आकर्षक लग रहा है। टॉप वेरिएंट में पॉवर विंडो स्विच अगली दोनों सीटों के बीच में दिया गया है। पिछली दोनों विंडो नॉमर्ल होंगी। इस वेरिएंट में एयर कवर भी दिया गया है। बॉटल होल्डर गियर लीवर के आगे शिफ्ट किया गया है। सीटिंग अरेंजमेंट में भी पहले से बदलाव किया है, कह सकते हैं कि अब इसमें पांच लोग आराम से सफर कर सकते हैं। कुल मिलाकर कहें तो इंटीरियर में कोई क्रांतिकारी बदलाव कंपनी ने नहीं किया है।
इंजनआल्टो 800 को पुरानी मारुति 800 के प्लेटफार्म पर ही लांच किया गया है। कार के इंजन में पहले के मुकाबले बेहतरी के लिए कुछ बदलाव किए गए हैं। कार में 0.8 लीटर का 3 सिलेंडर वाला इंजन है, इसकी 6000 rpm पर 47.5 bhp क्षमता और 6000 rpm पर 69 Nm टॉर्क है। नई कार का 796 सीसी का इंजन सड़क पर पुरानी मारुति 800 से बेहतर परफार्म करेगा। सीएनजी में भी इंजन की क्षमता पेट्रोल इंजन जैसी ही है। इंजन को पहले से 15 फीसदी किफायती बनाने की कोशिश की गई है।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने बाजार पर पकड़ बनाए रखने के लिए अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली कार आल्टो का नया अवतार आल्टो 800 पेश किया है। मारुति हमेशा से ही अपने ग्राहकों को कम कीमत में सभी बेसिक फीचर्स देने के लिए जानी जाती रही है, अपनी इसी खासियत को मारुति ने आल्टो 800 में भी बरकरार रखने की कोशिश की है। इस कार की कीमत 2.44 लाख रुपये से 3.56 लाख रुपये के बीच रखी गई है।
डिज़ाइन
कुछ दिन पहले ही मारुति इंडिया ने मारुति 800 का प्रॉडक्शन बंद किया था। इसके बाद जापानी कंपनी ने इसका रिप्लेसमेंट मारुति आल्टो 800 से करने का निर्णय लिया। नाम तय करने के बाद तय किया गया कि नई कार आल्टो के ही प्लेटफार्म पर आधारित होगी। अभी तक कंपनी के लिए मारुति 800 और आल्टो दोनों ही कारें दुधारु गाय साबित हुई है। कंपनी ने नई मारुति आल्टो 800 को मारुति 800 से अलग नए लुक्स के साथ पेश किया है। आल्टो का 1000 सीसी वाला K 10 मॉडल बाजार में बरकरार रहेगा। कंपनी ने उसके उत्पादन पर रोक नहीं लगाई है।
लेग रुम स्पेस
मारुति ने आल्टो 800 के फ्रंट प्रोफाइल के साथ ही टेल लैंप में भी चेंज किया है। कार के फ्रंट को फोर्ड फिगो से मिलता हुआ लुक दिया गया है। नई कार का साइड लुक कुछ-कुछ मारुति ए-स्टार से भी मिलता है। इंटीरियर में भी बदलाव करके इसे मारुति 800 से काफी बेहतर बनाया गया है। कंपनी के मुताबिक इसकी लंबाई और ऊंचाई को मारुति 800 और आल्टो की तुलना में बढ़ाया गया है। ऊंचाई और लंबाई में बदलाव से यह फायदा है कि कार के लेग रुम में ज्यादा स्पेस हो गया है।
फ्यूल एफिशिएंसी
नई आल्टो 800 में 0.8 लीटर का पेट्रोल इंजन है, जो भविष्य के उत्सर्जन मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। कंपनी ने इस इंजन में फ्यूल एफिशिएंसी का ध्यान रखा गया है। इसकी परफारमेंस मारुति 800 के इंजन से ज्यादा बेहतर है। मारुति ने अपनी इस कार को कुल छह वेरिएंट में बाजार में पेश किया है। जिनमें से 3 पेट्रोल और 3 सीएनजी बेस्ड वेरिएंट होंगे।
माइलेज
कंपनी ने भारतीय ग्राहकों की ज्यादा माइलेज की डिमांड को ध्यान में रखते हुए इसे पहले से ज्यादा फ्यूल एफिशिएंट बनाया है। कंपनी का दावा है कि पुरानी आल्टो के तुलना में आल्टो 800 का माइलेज 22 फीसदी ज्यादा होगा। आल्टो 800 का 796 सीसी का 3 सिलेंडर वाला इंजन है। यह इंजन कम rpm पर न केवल बेहतर पॉवर और टॉर्क देता है बल्कि अच्छा माइलेज देने में भी सक्षम है। कार के 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन इसके बेहतर माइलेज में मददगार है। मारुति का दावा है कि कार के सीएनजी मॉडल का माइलेज 30.46 किमी. प्रति किलोग्राम होगा।
पॉवर
आल्टो 800 की पॉवर की बात करें तो छोटी सेग्मेंट वाली कारों में इसकी क्षमता बेहतरीन है। कंपनी ने इसके इंजन में आल्टो और मारुति 800 से बेहतर करने की कोशिश की है। आल्टो 800 में यूज किए गए 0.8 लीटर के 796 सीसी वाले पेट्रोल इंजन की 6000 rpm पर 47.5 bhp क्षमता और 3500 rpm पर 69 Nm टॉर्क है। यह कार रोड पर चलाने में बेहतर है, लेकिन पहाड़ों के मतलब की नहीं है।
पिकअप
नई आल्टो 800 का पिकअप भी जबरदस्त है। रोड पर चलने के दौरान यह 0 से 16 सेकेंड में 0 से 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ सकती है। इसकी टॉप स्पीड 140 से 145 प्रति घंटे की है। दूसरी तरफ आल्टो 800 का CNG वेरिएंट 18 सेकेंड में 0 से 100 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ता है। कुल मिलाकर आल्टो 800 का पिकअप मारुति 800 और आल्टो से ज्यादा बेहतर है।
एक्टीरियर
नई आल्टो के एक्सटीरियर की बात करें तो इसका एक्टीरियर पहले से ज्यादा आकर्षक और मजेदार है। इस कॉम्पैक्ट कार के एक्सटीरियर में कंपनी ने कई नए फीचर जोड़े है। नए मॉडल में कपंनी ने कुछ बदलाव किए हैं। फ्रंट से इसका लुक होंडा की ब्रायो और फोर्ड की फिगो की तरह लग रहा है। नए हेडलैंप और टेललैंप के साथ इसका लुक एकदम रिफ्रेश हो गया है। बोनट पर दो लाइनें बनाई गई हैं, जिससे इसका कर्वी लुक हो गया है।
कार के बेसिक फाउंडेशन और चेसिस को पहले जैसा ही रखा गया है। कंपनी के मुताबिक कार की लंबाई और ऊंचाई को पहले से 15 एमएम बढ़ाया गया है। इससे कार में बैठने का ज्यादा स्पेस हो गया है। कुल मिलाकर कहें तो डिजाइर अपनी कोशिश में काफी सफल हुए हैं। आल्टो भारतीय बाजार में मारुति की अभी तक की बेस्ट सेलिंग कार बनी हुई है। लुक में चेजिंग के बाद सवाल यह भी है कि क्या फिर से आल्टो 800 बेस्ट सेलर कार बन जाएंगी।
इंटीरियर
एक्सटीरियर में बदलाव के बाद इंजीनियर्स की इंटीरियर में बदलाव की कोशिश ज्यादा कामयाब नहीं हो पाई है। यदि आपको पुरानी आल्टो का सफर याद हो तो नई आल्टो 800 में बैठने पर ज्यादा अंतर महसूस नहीं होगा। अंदर के केबिन को कुछ फीचर्स के साथ रि-डिजाइन किया गया है। नए तरह का डेशबोर्ड है, कंपनी ने इसमें कार की कीमत के मुताबिक ही बेसिक प्लास्टिक का इस्तेमाल किया है। पहले के मुकाबले डेशबोर्ड में फिनिशिंग दी गई है।
सेंटर पैनल पहले से आकर्षक लग रहा है। टॉप वेरिएंट में पॉवर विंडो स्विच अगली दोनों सीटों के बीच में दिया गया है। पिछली दोनों विंडो नॉमर्ल होंगी। इस वेरिएंट में एयर कवर भी दिया गया है। बॉटल होल्डर गियर लीवर के आगे शिफ्ट किया गया है। सीटिंग अरेंजमेंट में भी पहले से बदलाव किया है, कह सकते हैं कि अब इसमें पांच लोग आराम से सफर कर सकते हैं। कुल मिलाकर कहें तो इंटीरियर में कोई क्रांतिकारी बदलाव कंपनी ने नहीं किया है।
इंजन
आल्टो 800 को पुरानी मारुति 800 के प्लेटफार्म पर ही लांच किया गया है। कार के इंजन में पहले के मुकाबले बेहतरी के लिए कुछ बदलाव किए गए हैं। कार में 0.8 लीटर का 3 सिलेंडर वाला इंजन है, इसकी 6000 rpm पर 47.5 bhp क्षमता और 6000 rpm पर 69 Nm टॉर्क है। नई कार का 796 सीसी का इंजन सड़क पर पुरानी मारुति 800 से बेहतर परफार्म करेगा। सीएनजी में भी इंजन की क्षमता पेट्रोल इंजन जैसी ही है। इंजन को पहले से 15 फीसदी किफायती बनाने की कोशिश की गई है।