राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की वर्दी में बदलाव बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के कटाक्ष का असर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘राबड़ी देवी के एक तर्कपूर्ण आक्रामक कटाक्ष ने मात्र दो महीने में आरएसएस को हाफ पैंट से फुल पैंट करने पर मजबूर कर दिया।’
दरअसल, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने जनवरी में आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह कैसा संगठन है, जहां उम्रदराज लोगों को भी हाफ पैंट पहननी पड़ती है। क्या उन्हें सार्वजनिक जगहों पर जाने में शर्म नहीं महसूस होती। संघ ने अपनी वर्दी में बदलाव लाने का फैसला किया है। खाकी निकर पहनने वाले आरएसएस कार्यकर्ता अब भूरे रंग की फुल पैंट पहने नजर आएंगे।
कानून-व्यवस्था के मसले पर विपक्ष का हमला झेल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अब राजद के विधायकों ने ही तीर छोड़ना शुरू कर दिया है। सत्ता में शामिल राजद के दरभंगा ग्रामीण से विधायक और सदन में उपमुख्य सचेतक ललित यादव ने सोमवार को बिहार विधानसभा में कानून-व्यवस्था पर सरकार को घेरा।
यादव ने पुलिस के आला अधिकारियों पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अपराधी रजी कई संगीन मामलों में लिप्त रहा है और पुलिस उसे संरक्षण दे रही है। इसके अलावा सदन में मनेर के राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने बिहटा चीनी मिल की जमीन पर प्राइवेट लिमिटेड के अवैध कब्जे का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कंपनी पर लीज की जमीन से ज्यादा की घेरेबंदी का आरोप लगाया। उधर, विपक्ष तो पहले से ही सरकार पर समर्थक जातियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रहा है। भाजपा ने आरोप लगाया कि बिहारशरीफ के लहेरी में बीते साल 15 दिसंबर की घटना में आरोपियों को बचा रही है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की वर्दी में बदलाव बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के कटाक्ष का असर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘राबड़ी देवी के एक तर्कपूर्ण आक्रामक कटाक्ष ने मात्र दो महीने में आरएसएस को हाफ पैंट से फुल पैंट करने पर मजबूर कर दिया।’
दरअसल, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने जनवरी में आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि यह कैसा संगठन है, जहां उम्रदराज लोगों को भी हाफ पैंट पहननी पड़ती है। क्या उन्हें सार्वजनिक जगहों पर जाने में शर्म नहीं महसूस होती। संघ ने अपनी वर्दी में बदलाव लाने का फैसला किया है। खाकी निकर पहनने वाले आरएसएस कार्यकर्ता अब भूरे रंग की फुल पैंट पहने नजर आएंगे।