भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में अगस्त 2021 के दौरान पिछले डेढ़ साल में सबसे तेज गति से विस्तार हुआ है। कई प्रतिष्ठानों के दोबारा खुलने के बाद उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ी है। साथ ही वैक्सीन की पहुंच में भी सुधार हुआ है। IHS मार्किट परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) सर्वे के मुताबिक भारत सेवा कारोबार गतिविधि सूचकांक जुलाई के 45.4 से अगस्त में 56.7 पर आ गया।
इस संदर्भ में आईएचएस मार्किट में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि, ' अगस्त में सेवा क्षेत्र में वृद्धि हुई। इससे तीन महीने की कमी का क्रम समाप्त हो गया। हालांकि इस दौरान कंपनियों के नए ऑर्डर में गिरावट आई।' सेवा क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
इतना रहा विनिर्माण क्षेत्र का पीएमआई
विनिर्माण क्षेत्र की बात करें, तो अगस्त में आईएचएस मार्किट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) 52.3 अंक हो गया। मासिक सर्वेक्षण के अनुसार इससे पिछले महीने जुलाई में यह 55.3 अंक पर था। दरअसल कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप और बढ़ती लागत की वजह से देश में मांग प्रभावित हुई है। इसके कारण अगस्त में सुस्ती देखने को मिली। लगातार दूसरे महीने अगस्त पीएमआई के आंकड़ों ने समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार की ओर इशारा किया।
पटरी पर लौट रही अर्थव्यवस्था
कोरोना वायरस महामारी की दो लहरों का सामना कर चुके देश की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ पटरी पर लौट रही है। मंगलवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के आंकड़े जारी किए। मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के आंकड़े बताते हैं कि जीडीपी विकास दर 20.1 फीसदी रही है। यह चीन से भी बेहतर आंकड़े हैं क्योंकि पहली तिमाही में चीन की विकास दर 7.9 फीसदी दर्ज की गई है। यानी यह माना जा सकता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चीन के मुकाबले तेजी से सुधरी है।
विस्तार
भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में अगस्त 2021 के दौरान पिछले डेढ़ साल में सबसे तेज गति से विस्तार हुआ है। कई प्रतिष्ठानों के दोबारा खुलने के बाद उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ी है। साथ ही वैक्सीन की पहुंच में भी सुधार हुआ है। IHS मार्किट परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) सर्वे के मुताबिक भारत सेवा कारोबार गतिविधि सूचकांक जुलाई के 45.4 से अगस्त में 56.7 पर आ गया।
इस संदर्भ में आईएचएस मार्किट में अर्थशास्त्र की संयुक्त निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि, ' अगस्त में सेवा क्षेत्र में वृद्धि हुई। इससे तीन महीने की कमी का क्रम समाप्त हो गया। हालांकि इस दौरान कंपनियों के नए ऑर्डर में गिरावट आई।' सेवा क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
इतना रहा विनिर्माण क्षेत्र का पीएमआई
विनिर्माण क्षेत्र की बात करें, तो अगस्त में आईएचएस मार्किट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) 52.3 अंक हो गया। मासिक सर्वेक्षण के अनुसार इससे पिछले महीने जुलाई में यह 55.3 अंक पर था। दरअसल कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप और बढ़ती लागत की वजह से देश में मांग प्रभावित हुई है। इसके कारण अगस्त में सुस्ती देखने को मिली। लगातार दूसरे महीने अगस्त पीएमआई के आंकड़ों ने समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार की ओर इशारा किया।
पटरी पर लौट रही अर्थव्यवस्था
कोरोना वायरस महामारी की दो लहरों का सामना कर चुके देश की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ पटरी पर लौट रही है। मंगलवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के आंकड़े जारी किए। मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के आंकड़े बताते हैं कि जीडीपी विकास दर 20.1 फीसदी रही है। यह चीन से भी बेहतर आंकड़े हैं क्योंकि पहली तिमाही में चीन की विकास दर 7.9 फीसदी दर्ज की गई है। यानी यह माना जा सकता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चीन के मुकाबले तेजी से सुधरी है।