बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Fri, 21 Jan 2022 01:49 PM IST
एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेंड किए गए अनुबंधों की संख्या के आधार पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) लगातार तीसरे साल दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज बनकर उभरा है। इस उपलब्धि को पाने के साथ ही एनएसई ने अपने बयान में बताया कि वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज द्वारा 2021 के लिए एनएसई को ट्रेड की संख्या के आधार पर दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कैश इक्विटी मार्केट चुना गया है।
5.5 करोड़ हुए रजिस्टर्ड निवेशक
साल 2021 में एनएसई पर कुल रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या 5 करोड़ को पार करके 5.5 करोड़ पर पहुंच गई है। पिछले 10 साल में इक्विटी डेरिवेटिव्स डेली एवरेज टर्नओवर 4.2 गुना बढ़कर 1,41,267 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। निवेश के इंस्ट्रूमेंट के आधार पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को ट्रेड किए गए अनुबंध के आधार पर इंडेक्स ऑप्शन और करेंसी ऑप्शन में भी पहला रैंक दिया गया है। निफ्टी बैंक इंडेक्स पर इंडेक्स ऑप्शन अनुबंधों को पहली रैंकिंग दी गई है। वहीं ट्रेड किए गए अनुबंधों की संख्या के आधार पर इंडेक्स ऑप्शन के तहत निफ्टी 50 इंडेक्स को ग्लोबल स्तर पर दूसरी रैकिंग दी गई है।
24 जनवरी से होगी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग
एनएसई ने हाल ही एक बयान जारी कर बताया था कि उसको बाजार नियामक सेबी से निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट इंडेक्स पर डेरिवेटिव्स लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है और इन डेरिवेटिव्स की ट्रेडिंग 24 जनवरी से शुरु हो जाएगी। इस उपलब्धि पर एनएसई के सीईओ ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि एनएसई ग्लोबल लीडर के रूप में उभरकर लगातार तीसरे साल दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कैश इक्विटी एक्सचेंज बनकर उभरा है। इस उपलब्धि में केंद्र सरकार, सेबी, आरबीआई, ट्रेडिंग और क्लीयरिंग मैबरों और दूसरे स्टेक होल्डरों का सहयोग शामिल रहा।
विस्तार
एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेंड किए गए अनुबंधों की संख्या के आधार पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) लगातार तीसरे साल दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज बनकर उभरा है। इस उपलब्धि को पाने के साथ ही एनएसई ने अपने बयान में बताया कि वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ एक्सचेंज द्वारा 2021 के लिए एनएसई को ट्रेड की संख्या के आधार पर दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कैश इक्विटी मार्केट चुना गया है।
5.5 करोड़ हुए रजिस्टर्ड निवेशक
साल 2021 में एनएसई पर कुल रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या 5 करोड़ को पार करके 5.5 करोड़ पर पहुंच गई है। पिछले 10 साल में इक्विटी डेरिवेटिव्स डेली एवरेज टर्नओवर 4.2 गुना बढ़कर 1,41,267 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। निवेश के इंस्ट्रूमेंट के आधार पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को ट्रेड किए गए अनुबंध के आधार पर इंडेक्स ऑप्शन और करेंसी ऑप्शन में भी पहला रैंक दिया गया है। निफ्टी बैंक इंडेक्स पर इंडेक्स ऑप्शन अनुबंधों को पहली रैंकिंग दी गई है। वहीं ट्रेड किए गए अनुबंधों की संख्या के आधार पर इंडेक्स ऑप्शन के तहत निफ्टी 50 इंडेक्स को ग्लोबल स्तर पर दूसरी रैकिंग दी गई है।
24 जनवरी से होगी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग
एनएसई ने हाल ही एक बयान जारी कर बताया था कि उसको बाजार नियामक सेबी से निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट इंडेक्स पर डेरिवेटिव्स लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है और इन डेरिवेटिव्स की ट्रेडिंग 24 जनवरी से शुरु हो जाएगी। इस उपलब्धि पर एनएसई के सीईओ ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि एनएसई ग्लोबल लीडर के रूप में उभरकर लगातार तीसरे साल दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कैश इक्विटी एक्सचेंज बनकर उभरा है। इस उपलब्धि में केंद्र सरकार, सेबी, आरबीआई, ट्रेडिंग और क्लीयरिंग मैबरों और दूसरे स्टेक होल्डरों का सहयोग शामिल रहा।