सबकी पसंदीदा बेवरेज कंपनी कोका-कोला भारत की सबसे बड़ी कॉफी चेन कैफे कॉफी डे (सीसीडी) में हिस्सेदारी खरीद सकती है। इस बात की जानकारी दो अधिकारियों ने दी। उन्होंने बताया कि कोका-कोला कैफे सेगमेंट में अपनी जगह और मजबूत बनाना चाहती है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस संभावित हिस्सेदारी पर बातचीत अभी शुरुआती दौर में है। इसका मामला अटलांटा में कोका-कोला के मुख्यालय से देखा जा रहा है। इकॉनोमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, कोका-कोला की ग्लोबल टीम के अधिकारी सीसीडी के मैनेजमेंट से बातचीत कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि डील होने के बारे में अभी पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है।
स्टारबक्स से है सीधा मुकाबला
बता दें कि सीसीडी पर कॉफी डे ग्लोबल का मालिकाना हक है और इसे वी जी सिद्धार्थ ने शुरू किया था। कॉफी डे ग्लोबल कॉफी डे एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी है। मौजूदा समय में इसके पास 1,750 कैफे हैं। सीसीडी का सीधा मुकाबला टाटा ग्रुप की स्टारबक्स से है, जिसके भारत में 146 स्टोर हैं। इसके अलावा छोटी कैफे चेंस बरिस्ता और कोस्टा कॉफी से भी सीसीडा का मुकाबला है। हालांकि, पिछले दो वर्षों में सीसीडी के विस्तार की रफ्तार घटी है।
मार्च तिमाही में हुआ था नुकसान
सीसीडी ने मार्च 2019 में खत्म हुई तिमाही में 76.9 करोड़ रुपये की स्टैंडअलोन नेट सेल्स दर्ज की थी। मार्च तिमाही में सीसीडी को 22.28 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था। उससे सालभर पहले की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 16.52 करोड़ रुपये का था।
सबकी पसंदीदा बेवरेज कंपनी कोका-कोला भारत की सबसे बड़ी कॉफी चेन कैफे कॉफी डे (सीसीडी) में हिस्सेदारी खरीद सकती है। इस बात की जानकारी दो अधिकारियों ने दी। उन्होंने बताया कि कोका-कोला कैफे सेगमेंट में अपनी जगह और मजबूत बनाना चाहती है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस संभावित हिस्सेदारी पर बातचीत अभी शुरुआती दौर में है। इसका मामला अटलांटा में कोका-कोला के मुख्यालय से देखा जा रहा है। इकॉनोमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, कोका-कोला की ग्लोबल टीम के अधिकारी सीसीडी के मैनेजमेंट से बातचीत कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि डील होने के बारे में अभी पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है।
स्टारबक्स से है सीधा मुकाबला
बता दें कि सीसीडी पर कॉफी डे ग्लोबल का मालिकाना हक है और इसे वी जी सिद्धार्थ ने शुरू किया था। कॉफी डे ग्लोबल कॉफी डे एंटरप्राइजेज की सब्सिडियरी है। मौजूदा समय में इसके पास 1,750 कैफे हैं। सीसीडी का सीधा मुकाबला टाटा ग्रुप की स्टारबक्स से है, जिसके भारत में 146 स्टोर हैं। इसके अलावा छोटी कैफे चेंस बरिस्ता और कोस्टा कॉफी से भी सीसीडा का मुकाबला है। हालांकि, पिछले दो वर्षों में सीसीडी के विस्तार की रफ्तार घटी है।
मार्च तिमाही में हुआ था नुकसान
सीसीडी ने मार्च 2019 में खत्म हुई तिमाही में 76.9 करोड़ रुपये की स्टैंडअलोन नेट सेल्स दर्ज की थी। मार्च तिमाही में सीसीडी को 22.28 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ था। उससे सालभर पहले की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 16.52 करोड़ रुपये का था।