पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) के नवनियुक्त वाइस चांसलर प्रो. राज कुमार के पदभार संभालने के बाद से ही विश्वविद्यालय में प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को नए वीसी के पीयू पहुंचते ही एनएसयूआई ने जोरदार प्रदर्शन कर उन पर आरएसएस का वीसी होने का आरोप लगाया था। साथ ही वीसी गो बैक के नारे लगाए थे। अब मंगलवार को स्टूडेंट्स फार सोसायटी (एसएफएस) ने स्टूडेंट्स सेंटर पर वीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
छात्र संगठन एसएफएस ने भी आरोप लगाया कि वाइस चांसलर राज कुमार संघी वीसी हैं। उनका चयन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सहमति से हुआ है। वह संघ की सोच बीएचयू की तरह पीयू में थोपना चाहते हैं लेकिन पीयू में संघी सोच नहीं चलेगी। छात्र संगठन ने आरोप लगाया कि पीयू में संघी वीसी लाकर शिक्षा का निजीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है।
एसएफएस के प्रवक्ता हरमन सिंह सिद्धू ने कहा कि अब पीयू में स्टूडेंट्स की फीस बढ़ाई जा सकती है। हर वीसी यहां पर फीस बढ़ाते रहे हैं। इस कारण स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यहां पर भगवाकरण की राजनीति नहीं चलेगी। विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘संघी वीसी नहीं चलेगा’ के बैनर भी स्टूडेंट्स ने दिखाए। प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स सेंटर पर भारी संख्या में सिक्योरिटी स्टाफ तैनात रहा। पीयू के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर अश्विनी कौल समेत पुलिस भी तैनात रही।
डीएसडब्ल्यू ने खत्म कराई एनएसयूआई की भूख हड़ताल
पीयू वीसी दफ्तर के सामने भूख हड़ताल पर बैठे छात्र संगठन स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के सदस्यों की भूख हड़ताल पीयू के डीएसडब्ल्यू इमैनुअल नाहर ने जूस पिलाकर मंगलवार को खत्म करवाई। उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि पीयू के वीसी का चयन सही तरीके से हुआ है। तीन सदस्यीय कमेटी ने यह चयन किया है।
वह स्टूडेंट्स के हित में ही काम करने का प्रयास करेंगे। पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को अच्छी सुविधा देने का प्रयास हमारी ओर से किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष गुरजोत सिंह संधू ने भूख हड़ताल खत्म कर दी। इसके अलावा छात्र संगठन के अन्य सदस्यों ने भी भूख हड़ताल खत्म करने पर राजी हो गए।
पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) के नवनियुक्त वाइस चांसलर प्रो. राज कुमार के पदभार संभालने के बाद से ही विश्वविद्यालय में प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है। सोमवार को नए वीसी के पीयू पहुंचते ही एनएसयूआई ने जोरदार प्रदर्शन कर उन पर आरएसएस का वीसी होने का आरोप लगाया था। साथ ही वीसी गो बैक के नारे लगाए थे। अब मंगलवार को स्टूडेंट्स फार सोसायटी (एसएफएस) ने स्टूडेंट्स सेंटर पर वीसी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
छात्र संगठन एसएफएस ने भी आरोप लगाया कि वाइस चांसलर राज कुमार संघी वीसी हैं। उनका चयन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सहमति से हुआ है। वह संघ की सोच बीएचयू की तरह पीयू में थोपना चाहते हैं लेकिन पीयू में संघी सोच नहीं चलेगी। छात्र संगठन ने आरोप लगाया कि पीयू में संघी वीसी लाकर शिक्षा का निजीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है।
एसएफएस के प्रवक्ता हरमन सिंह सिद्धू ने कहा कि अब पीयू में स्टूडेंट्स की फीस बढ़ाई जा सकती है। हर वीसी यहां पर फीस बढ़ाते रहे हैं। इस कारण स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यहां पर भगवाकरण की राजनीति नहीं चलेगी। विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘संघी वीसी नहीं चलेगा’ के बैनर भी स्टूडेंट्स ने दिखाए। प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स सेंटर पर भारी संख्या में सिक्योरिटी स्टाफ तैनात रहा। पीयू के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर अश्विनी कौल समेत पुलिस भी तैनात रही।
डीएसडब्ल्यू ने खत्म कराई एनएसयूआई की भूख हड़ताल
पीयू वीसी दफ्तर के सामने भूख हड़ताल पर बैठे छात्र संगठन स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के सदस्यों की भूख हड़ताल पीयू के डीएसडब्ल्यू इमैनुअल नाहर ने जूस पिलाकर मंगलवार को खत्म करवाई। उन्होंने छात्रों को आश्वासन दिया कि पीयू के वीसी का चयन सही तरीके से हुआ है। तीन सदस्यीय कमेटी ने यह चयन किया है।
वह स्टूडेंट्स के हित में ही काम करने का प्रयास करेंगे। पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स को अच्छी सुविधा देने का प्रयास हमारी ओर से किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष गुरजोत सिंह संधू ने भूख हड़ताल खत्म कर दी। इसके अलावा छात्र संगठन के अन्य सदस्यों ने भी भूख हड़ताल खत्म करने पर राजी हो गए।