पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। सिंगला को पंजाब पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक सेल ने मामले में कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। सिंगला को मोहाली कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 27 मई तक तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त हैं और उनके पास इसके सबूत हैं। वह कथित तौर पर एक टेंडर में रिश्वत मांग रहे थे। सिंगला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी सभी टेंडरों पर कथित तौर पर एक फीसदी कमीशन की मांग कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की जानकारी स्वयं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वीडियो जारी कर दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार घूसखोरी बर्दाश्त नहीं करेगी। चाहे वह कोई भी हो, कितना भी रसूखदार क्यों न हो, उसे ऐसी अनियमितताओं की इजाजत नहीं दी जा सकती। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उन्होंने डॉ. सिंगला को अपनी कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया है और पुलिस ने केस दर्ज उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ उनके ही ध्यान में था और वह इसे आसानी से दबा या टाल सकते थे लेकिन उन्होंने खटकड़ कलां की पवित्र धरती पर पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त करने का प्रण लिया है और इस दिशा में यह ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने उन्हें पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए चुना है और हमारा फर्ज बनता है कि हर पंजाबी की इच्छाओं पर खरा उतरें।
चाहे देश को आजाद हुए 75 साल हो चुके हैं लेकिन राज्य में ऐसी कोई मिसाल नहीं है। हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी 2015 में मिसाल कायम की थी, जब उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री को बर्खास्त कर दिया था। भगवंत मान ने कहा कि हमारा संदेश स्पष्ट है कि राज्य में भ्रष्ट गतिविधियों की इजाजत नहीं दी जाएगी।
सिंगला ने किया गुनाह कबूल
भगवंत मान ने कहा कि अब पंजाब में भ्रष्टाचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगा। डॉ. सिंगला ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है और अब कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ पुख्ता सबूतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
सबसे बड़े अंतर से जीते थे सिंगला
मानसा विधानसभा क्षेत्र से विजय सिंगला ने जीत दर्ज की थी। डॉ. विजय सिंगला को 100023 वोट मिले थे, जबकि दूसरे स्थान पर कांग्रेस उम्मीदवार सिद्धू मूसेवाला को 36700 वोट मिले थे। तीसरे स्थान पर शिअद उम्मीदवार को 27180 वोट मिले थे। ऐसे में पंजाब में सबसे ज्यादा 63323 वोटों के अंतर से जीतकर वह विधायक बने थे। विधायक बनने के बाद सरकार के मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दी गई।
प्रसिद्ध दंत सर्जन हैं डॉ. सिंगला
एक आम डॉक्टर से मंत्री पद पर पहुंचे डॉ. विजय सिंगला ने अपनी बीडीएस की शिक्षा राजिंदरा मेडिकल कॉलेज पटियाला से पूरी की। उनके पिता केशोराम सिंगला गांव भुपाल कलां में एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते थे जो बाद में मानसा आकर रहने लगे। करीब 10 वर्ष पहले ही सिंगला आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे।
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पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है। सिंगला को पंजाब पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक सेल ने मामले में कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। सिंगला को मोहाली कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 27 मई तक तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त हैं और उनके पास इसके सबूत हैं। वह कथित तौर पर एक टेंडर में रिश्वत मांग रहे थे। सिंगला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी सभी टेंडरों पर कथित तौर पर एक फीसदी कमीशन की मांग कर रहे थे।
ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਇੱਕ ਇਮਾਨਦਾਰ ਸਿਸਟਮ ਕਾਇਮ ਕਰਨ ਲਈ ਪੈਦਾ ਹੋਈ ਹੈ... @ArvindKejriwal ਜੀ ਨੇ ਹਮੇਸ਼ਾ ਕਿਹਾ ਕਿ ਭ੍ਰਿਸ਼ਟਾਚਾਰ ਨੂੰ ਬਰਦਾਸ਼ਤ ਨਹੀਂ ਕਰਾਂਗੇ ਭਾਵੇਂ ਕੋਈ ਆਪਣਾ ਹੋਵੇ ਜਾਂ ਬੇਗਾਨਾ। ਸਿਹਤ ਮੰਤਰੀ ਖ਼ਿਲਾਫ਼ ਭ੍ਰਿਸ਼ਟਾਚਾਰ ਦੇ ਸਬੂਤ ਮਿਲਣ ‘ਤੇ ਤੁਰੰਤ ਬਰਖਾਸਤ ਕੀਤਾ..ਨਾਲ ਹੀ FIR ਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਦਿੱਤੇ।
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- Bhagwant Mann (@bhagwantmann) 24 May 2022
स्वास्थ्य मंत्री के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की जानकारी स्वयं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने वीडियो जारी कर दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सरकार घूसखोरी बर्दाश्त नहीं करेगी। चाहे वह कोई भी हो, कितना भी रसूखदार क्यों न हो, उसे ऐसी अनियमितताओं की इजाजत नहीं दी जा सकती। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उन्होंने डॉ. सिंगला को अपनी कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया है और पुलिस ने केस दर्ज उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ उनके ही ध्यान में था और वह इसे आसानी से दबा या टाल सकते थे लेकिन उन्होंने खटकड़ कलां की पवित्र धरती पर पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त करने का प्रण लिया है और इस दिशा में यह ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने उन्हें पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के लिए चुना है और हमारा फर्ज बनता है कि हर पंजाबी की इच्छाओं पर खरा उतरें।
चाहे देश को आजाद हुए 75 साल हो चुके हैं लेकिन राज्य में ऐसी कोई मिसाल नहीं है। हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी 2015 में मिसाल कायम की थी, जब उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री को बर्खास्त कर दिया था। भगवंत मान ने कहा कि हमारा संदेश स्पष्ट है कि राज्य में भ्रष्ट गतिविधियों की इजाजत नहीं दी जाएगी।