अंबाला सिटी के चौड़मस्तपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन पर सीएम मनोहर लाल ने जनसभा को संबोधित किया। इसी बीच जब उन्होंने पूछा कि कितनी महिलाओं के घर पर गैस चूल्हा नहीं है, इस पर आधा दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपने हाथ खड़े कर दिए। सीएम ने मंच से ही एडीसी से कहा कि 48 घंटे में महिलाओं के घर गैस चूल्हा उपलब्ध होना चाहिए। यदि नहीं होता तो महिलाएं एडीसी के घर से उनका चूल्हा उठा लें। सीएम की इस बात पर समूचे सभा स्थल पर जनसमूह हंस पड़ा।
सीएचसी के उद्घाटन के उपरांत सीएम जनसमूह को संबोधित करते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं एवं उनके बेहतर क्रियान्वयन की जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण अचल में हर महिला गैस चूल्हे पर रोटी बना रही है और लकड़ियां आदि जलाने के झंझट से उन्हें छुटकारा मिला है। सीएम ने तभी सभा स्थल पर महिलाओं से पूछा कि उनके घर गैस चूल्हा पहुंच गया है और कितनों के घर गैस चूल्हा नहीं है’।
सीएम के इस सवाल पर आधा दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपने हाथ खड़े कर दिए। इस पर सीएम कुछ क्षण के लिए चुप हो गए और तुरंत संभलते हुए उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को मंच से आवाज लगाई। सीएम बोले ‘एडीसी, एडीसी कहां हैं, तुरंत ही एडीसी कैप्टन शक्ति सिंह मंच पर पहुंच गए, फिर सीएम ने एडीसी से कहा कि कार्यक्रम खत्म होते ही महिलाओं के नाम नोट करें और यह सुनिश्चित करें कि इन सभी महिलाओं के घर 48 घंटे तक गैस चूल्हा लग जाना चाहिए। फिर सीएम ने महिलाओं से कहा कि उनके घर 48 घंटे में गैस चूल्हा उपलब्ध होगा, यदि ऐसा नहीं होता तो वह 48 घंटे बाद एडीसी के घर जाकर उनका गैस चूल्हा उठा लें।’
- गांव चौड़मस्तपुर निवासी छिंद्रपाल ने बताया कि उनके घर अभी तक गैस चूल्हा नहीं है, लकड़ियां इकट्ठा कर घर का चूल्हा जलता है जिसमें काफी परेशानी होती है। पूर्व में गैस के लिए अप्लाई तो किया था, मगर मिला नहीं।
- चौड़मस्तपुर निवासी प्रमिला ने कहा कि परिवार के सदस्य लकड़ियां एवं स्टोव पर ही खाना बनाते हैं। उनके घर गैस चूल्हा नहीं है। पता तो चला था कि कनेक्शन मिल रहे हैं, मगर आज तक गैस नहीं मिली।
- चौड़मस्तपुर निवासी रुक्मिणी बोली कि उनको तो आज तक चूल्हा नहीं मिला है। आग जलाकर ही रोटी बनानी पड़ती है। सीएम ने अब आश्वासन दिया है तो उन्हें उम्मीद है कि जल्द कार्रवाई होगी।
- गांव मल्लौर निवासी शकुंतला ने कहा कि सीएम का आश्वासन मिलने पर वह खुश हैं, मगर पहले में भी गैस चूल्हे के लिए कहा था। मगर उनके यहां चूल्हा नहीं लग सका था। अब उम्मीद जगी है।
- मल्लौर की रहने वाली कलावती ने बताया कि आज के समय घर में चूल्हा होना जरूरी है, मगर वह आज भी लकड़ियों पर ही खाना बनाने को मजबूर हैं। इस वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आप ने काले गुब्बारे छोड़ जताया विरोध
कार्यक्रम में सीएम जनसभा को संबोधित कर रहे थे वहीं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता समारोह स्थल के आसपास अलग-अलग स्थानों से विरोध जताने के लिए हवा में काले गुब्बारे छोड़ रहे थे, मगर हवा की दिशा दूसरी ओर थी जिस कारण अधिकतर गुब्बारे कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे ही नहीं।
अंबाला सिटी के चौड़मस्तपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन पर सीएम मनोहर लाल ने जनसभा को संबोधित किया। इसी बीच जब उन्होंने पूछा कि कितनी महिलाओं के घर पर गैस चूल्हा नहीं है, इस पर आधा दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपने हाथ खड़े कर दिए। सीएम ने मंच से ही एडीसी से कहा कि 48 घंटे में महिलाओं के घर गैस चूल्हा उपलब्ध होना चाहिए। यदि नहीं होता तो महिलाएं एडीसी के घर से उनका चूल्हा उठा लें। सीएम की इस बात पर समूचे सभा स्थल पर जनसमूह हंस पड़ा।
सीएचसी के उद्घाटन के उपरांत सीएम जनसमूह को संबोधित करते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं एवं उनके बेहतर क्रियान्वयन की जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण अचल में हर महिला गैस चूल्हे पर रोटी बना रही है और लकड़ियां आदि जलाने के झंझट से उन्हें छुटकारा मिला है। सीएम ने तभी सभा स्थल पर महिलाओं से पूछा कि उनके घर गैस चूल्हा पहुंच गया है और कितनों के घर गैस चूल्हा नहीं है’।
सीएम के इस सवाल पर आधा दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपने हाथ खड़े कर दिए। इस पर सीएम कुछ क्षण के लिए चुप हो गए और तुरंत संभलते हुए उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को मंच से आवाज लगाई। सीएम बोले ‘एडीसी, एडीसी कहां हैं, तुरंत ही एडीसी कैप्टन शक्ति सिंह मंच पर पहुंच गए, फिर सीएम ने एडीसी से कहा कि कार्यक्रम खत्म होते ही महिलाओं के नाम नोट करें और यह सुनिश्चित करें कि इन सभी महिलाओं के घर 48 घंटे तक गैस चूल्हा लग जाना चाहिए। फिर सीएम ने महिलाओं से कहा कि उनके घर 48 घंटे में गैस चूल्हा उपलब्ध होगा, यदि ऐसा नहीं होता तो वह 48 घंटे बाद एडीसी के घर जाकर उनका गैस चूल्हा उठा लें।’