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कोरोना काल में दुकान ठप हो गई तो परेशान गांव बल्लोवाल के मनोज कुमार (50) ने सोमवार की देर रात को अपने घर पर तेजधार हथियार से खुद का गला रेत लिया। मगर सवाल उठ रहा है कि कैसे कोई व्यक्ति खुद का गला काट सकता है? घटना का पता मंगलवार सुबह उस समय लगा जब उसकी पत्नी नींद से जागी और रसोईघर में काम करने पहुंची। खून से लथपथ पति का शव देख उसके होश उड़ गए। उसके चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग भी इकट्ठे हो गए।
सूचना के बाद थाना हैबोवाल की पुलिस पहुंची। पुलिस ने जांच के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। थाना हैबोवाल की एसएचओ इंस्पेक्टर सिमरनजीत कौर ने बताया कि मनोज कुमार की पहले इलाके में फोटो स्टेट की दुकान थी और कई अन्य काम उसी दुकान में करता था। काम अच्छा चल रहा था।
कोरोना काल में दुकान काफी समय तक बंद रही और घर का खर्च चलाने के भी पैसे नहीं थे। इसके बाद मनोज ने मेहनत मजदूरी करनी शुरू कर दी। मगर घर का खर्च पूरा नहीं हो पा रहा था। मनोज काम धंधे की वजह से पिछले काफी समय से परेशान था। वह किसी से खुलकर बात भी नहीं कर पाता था।
सोमवार की रात को जब पूरा परिवार सो गया तो मनोज रसोई घर में गया और चाकू से खुद का गला रेत लिया। सुबह जब पत्नी उठकर काम करने अंदर गई तो शव देख होश उड़ गए। इंस्पेक्टर सिमरनजीत कौर ने बताया कि अब तक की जांच और परिवार वालों के बयान में यह बात सामने आई है कि उसने आत्महत्या की है। बाकी जांच की जा रही है।