दिवाली पर प्रतिबंध के बावजूद शनिवार देर रात तक शहर में पटाखे चलते रहे। रोक के बावजूद पटाखे चलाने पर शहर की अलग-अलग थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 188 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 51/बी के तहत कार्रवाई करते हुए कुल 12 के खिलाफ मामला दर्जकर 11 लोगों को गिरफ्तार किया जबकि एक व्यक्ति को पटाखे बेचने पर दबोचा गया। दिवाली के दिन पुलिस कंट्रोल रूम में 667 कॉल्स आई, जिनमें से 113 कॉल्स पटाखे चलाकर हुड़दंग मचाने और 24 कॉल्स आग समेत अन्य सूचनाओं से जुड़ी हुई थीं।
कोविड-19 संक्रमण और प्रदूषण को रोकने को लेकर प्रशासन ने शहर में पटाखे की बिक्री और चलाने पर प्रतिबंध लगाया था। इसका पालन करवाने की जिम्मेदारी पुलिस को सौंपी गई थी। एसएसपी कुलदीप सिंह चहल के निर्देश पर शहर के अलग-अलग स्थानों पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
इस दौरान पुलिस टीम अपने अपने एरिया में गश्त करती दिखी लेकिन कुछ हुड़दंगी नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे। ऐसे में अलग-अलग इलाकों में संबंधित थाना पुलिस ने कुल 12 मामले दर्ज किए। हालांकि पकड़े गए सभी लोगों को पुलिस ने बाद में जमानत पर छोड़ दिया है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ के अलावा वाहनों की चेकिंग भी की गई।
किस थाने में कितने केस दर्ज हुए
सेक्टर-36 थाने में तीन, सेक्टर-39 थाने में एक, आईटी पार्क थाने में दो, सेक्टर-26 थाने में दो, सेक्टर-19 थाने में एक और सारंगपुर थाने में दो लोगों के खिलाफ पटाखा चलाने का मामला दर्ज किया गया। वहीं, मनीमाजरा थाना पुलिस ने पटाखा बेचने पर एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बता दें कि वर्ष 2017 में दिवाली पर 41 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं, वर्ष 2018 में 30 और बीते वर्ष 2019 में शहर के अलग-अलग जगहों से पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
कंट्रोल रूम पर 667 कॉल
दिवाली के दिन पुलिस कंट्रोल रूम में कुल 667 लोगों ने फोन किया। समस्या सुनने के बाद 322 जगहों पर पीसीआर, 24 जगहों पर फायर टेंडर और 34 स्थानों पर एंबुलेंस भेजी गई। कंट्रोल रूम में आए 113 फोन कॉल पटाखे चलाकर हुड़दंग मचाने, 24 कॉल आग लगने, 10 कॉल हुड़दंग मचाने, 18 कॉल सड़क हादसे, 76 कॉल झगड़े जबकि 106 कॉल अन्य मामलों से जुड़े थे। बता दें कि वर्ष 2019 में पटाखे चलाकर हुड़दंग मचाना 75, हुड़दंग मचाना 23, आग की घटना 27, दुर्घटना 35, झगड़ा 123 और स्पॉट की 137 सूचना मिली थी।
850 पुलिसकर्मी थे तैनात
चंडीगढ़ पुलिस ने दीपावाली पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। सभी डिवीजन के डीएसपी, 16 थाना प्रभारी, 9 इंस्पेक्टर समेत 850 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा एलांते मॉल, बस अड्डे पर भी ऑपरेशन सेल के कमांडोज को तैनात कर दिया गया था। साथ ही जगह जगह तीन शिफ्टों में कुल 42 नाके भी लगाए गए थे। इसके अलावा चंडीगढ़ से लगती सीमाओं पर पुलिस ने स्पेशल नाका लगाया था।
दिवाली पर प्रतिबंध के बावजूद शनिवार देर रात तक शहर में पटाखे चलते रहे। रोक के बावजूद पटाखे चलाने पर शहर की अलग-अलग थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 188 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 51/बी के तहत कार्रवाई करते हुए कुल 12 के खिलाफ मामला दर्जकर 11 लोगों को गिरफ्तार किया जबकि एक व्यक्ति को पटाखे बेचने पर दबोचा गया। दिवाली के दिन पुलिस कंट्रोल रूम में 667 कॉल्स आई, जिनमें से 113 कॉल्स पटाखे चलाकर हुड़दंग मचाने और 24 कॉल्स आग समेत अन्य सूचनाओं से जुड़ी हुई थीं।
कोविड-19 संक्रमण और प्रदूषण को रोकने को लेकर प्रशासन ने शहर में पटाखे की बिक्री और चलाने पर प्रतिबंध लगाया था। इसका पालन करवाने की जिम्मेदारी पुलिस को सौंपी गई थी। एसएसपी कुलदीप सिंह चहल के निर्देश पर शहर के अलग-अलग स्थानों पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी।
इस दौरान पुलिस टीम अपने अपने एरिया में गश्त करती दिखी लेकिन कुछ हुड़दंगी नियमों की धज्जियां उड़ाते रहे। ऐसे में अलग-अलग इलाकों में संबंधित थाना पुलिस ने कुल 12 मामले दर्ज किए। हालांकि पकड़े गए सभी लोगों को पुलिस ने बाद में जमानत पर छोड़ दिया है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ के अलावा वाहनों की चेकिंग भी की गई।
किस थाने में कितने केस दर्ज हुए
सेक्टर-36 थाने में तीन, सेक्टर-39 थाने में एक, आईटी पार्क थाने में दो, सेक्टर-26 थाने में दो, सेक्टर-19 थाने में एक और सारंगपुर थाने में दो लोगों के खिलाफ पटाखा चलाने का मामला दर्ज किया गया। वहीं, मनीमाजरा थाना पुलिस ने पटाखा बेचने पर एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बता दें कि वर्ष 2017 में दिवाली पर 41 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं, वर्ष 2018 में 30 और बीते वर्ष 2019 में शहर के अलग-अलग जगहों से पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
कंट्रोल रूम पर 667 कॉल
दिवाली के दिन पुलिस कंट्रोल रूम में कुल 667 लोगों ने फोन किया। समस्या सुनने के बाद 322 जगहों पर पीसीआर, 24 जगहों पर फायर टेंडर और 34 स्थानों पर एंबुलेंस भेजी गई। कंट्रोल रूम में आए 113 फोन कॉल पटाखे चलाकर हुड़दंग मचाने, 24 कॉल आग लगने, 10 कॉल हुड़दंग मचाने, 18 कॉल सड़क हादसे, 76 कॉल झगड़े जबकि 106 कॉल अन्य मामलों से जुड़े थे। बता दें कि वर्ष 2019 में पटाखे चलाकर हुड़दंग मचाना 75, हुड़दंग मचाना 23, आग की घटना 27, दुर्घटना 35, झगड़ा 123 और स्पॉट की 137 सूचना मिली थी।
850 पुलिसकर्मी थे तैनात
चंडीगढ़ पुलिस ने दीपावाली पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। सभी डिवीजन के डीएसपी, 16 थाना प्रभारी, 9 इंस्पेक्टर समेत 850 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा एलांते मॉल, बस अड्डे पर भी ऑपरेशन सेल के कमांडोज को तैनात कर दिया गया था। साथ ही जगह जगह तीन शिफ्टों में कुल 42 नाके भी लगाए गए थे। इसके अलावा चंडीगढ़ से लगती सीमाओं पर पुलिस ने स्पेशल नाका लगाया था।