चंडीगढ़। महिला सशक्तिकरण की झलक चंडीगढ़ कार्निवल में देखी गई। कार्निवल में शामिल समूह महिलाओं ने बताया कैसे उन्होंने पहले दस हजार लोन लेकर शिक्षा पूरी की। इसके बाद महिलाओं का समूह बनाकर दस लाख का लोन लेकर हस्तनिर्मित काम करना शुरू किया।
चंडीगढ़ कार्निवल में महिला स्वयं सहायता समूहों ने अपना स्टॉल लगाकर कलाकारी का प्रदर्शन किया है। समूह की ओर से विभिन्न कढ़ाई, गोटा, डिजाइन से युक्त दुपट्टे, कुर्ते, लहंगा, चूड़ियां प्रदर्शनी में लगाई गई है। महिलाओं ने अपनी कारीगरी की कुशलता को अलग अलग कपड़ों जैसे डोरा कोटा, चंदेरी, सिल्क बंधेज आदि में उकेरा। इसे कार्निवल में आई महिलाओं ने काफी पसंद किया।
भिवानी के नारी शक्ति, विकास व बाबा जगन नाथ स्वयंसेवक समूह की तरफ से कार्निवल में आई प्रोमिला ने बताया कि समूह ने लोन लेकर एमए में दाखिला लिया और 2019 में अपनी पढ़ाई पूरी की। आज उनका समूह चूड़ियों की सजावट का काम करता है जिसके लिए समूह को स्टार्टअप इंडिया के तहत 10 लाख का लोन भी मुहैया हुआ है। प्रोमिला ने बताया ‘घर वाले पहले बाहर काम करने की इजाजत नहीं देते थे, लेकिन स्वयं सहायता समूह के साथ जुड़कर मुझे अपने दम पर कुछ करने का मौका मिला। अब हमारा लक्ष्य है कि हम अपनी चूड़ियों के व्यापार को राज्य स्तर तक लेकर जाएं।
हिमाचल के कुल्लू के स्वयंसेवक समूह पहुंचे चंडीगढ़ कार्निवल
कुल्लू डिलाईट्स ब्रैंड नाम के तहत कुल्लू के स्वयंसेवक समूह व किसान उत्पादक संगठन ने मिलकर पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ तैयार किए हैं। इसमें सेब का जैम, गुट्टी का तेल, कोदरे और सलियार के बने बिस्कुट, राजमा, शहद आदि चीजें शामिल हैं। इसके अलावा कुल्लवी टोपी व गुलबंद भी प्रदर्शनी पर लगाए गए। कुल्लू के 25 स्वयंसेवक समूह व दो किसान उत्पादक संगठनों ने मिलकर यह ब्रांड बनाया है।
चंडीगढ़ स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी ने कराया मुफ्त एड्स टेस्ट
एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए चंडीगढ़ स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी ने कार्निवल में लोगों का मुफ्त एचआईवी टेस्ट कराया। सोसायटी के साथ जुड़ी 10 सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर इसमें सहयोग दिया। युवाओं को रचनात्मक अंदाज में जानकारी देने के लिए नुक्कड़ नाटक, क्विज का आयोजन किया व साथ ही कंडोम का मुफ्त वितरण किया। कार्निवल के दूसरे दिन कुल 88 लोगों ने एचआईवी का टेस्ट कराया।