शिरोमणि अकाली दल की गुरुवार को हुई कोर कमेटी की बैठक में दो अहम फैसले लिए गए। शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने बताया कि शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। पहला दलित और दूसरा हिंदू होगा। साथ ही इस बार मानसून सत्र में शिअद और बसपा संसद में कृषि कानूनों के स्थगन का प्रस्ताव भी लाएंगे।
चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित कोर कमेटी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिअद प्रधान ने बताया कि ‘हम समझते हैं कि कुछ बाहरी ताकतें पंजाब की शांति को भंग करना चाहती हैं। हम पंजाबियों को गारंटी देना चाहते हैं कि प्रकाश सिंह बादल की नीतियों का पालन करते रहेंगे, जिसके तहत सभी धर्मों का सम्मान बरकरार रहेगा।
दो उपमुख्यमंत्री रखने के फैसले पर सुखबीर ने कहा कि उनके पिता हमेशा से सभी धर्मों को साथ लेकर चले हैं। आने वाले समय में भी शिअद उनके विचारों को आत्मसात करते हुए दलितों के साथ उपेक्षित हिंदुओं को भी साथ लेकर चलेगी।
उन्होंने कहा कि शिअद और बसपा दोनों दल संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव पेश करेंगे। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे खारिज प्रस्ताव का समर्थन कर इस प्रयास में अकाली दल का सहयोग करें तथा यहां तक कि हस्ताक्षर भी करें ताकि इस पर चर्चा की जा सके। जब तक उनकी सभी शिकायतों का समाधान नहीं होता तब तक शिरोमणि अकाली दल किसानों के हक के लिए आवाज उठाता रहेगा।
बैठक में बलविंदर सिंह भूंदड़, एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर, जत्थेदार तोता सिंह, चरनजीत सिंह अटवाल, निर्मल सिंह काहलों, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, बिक्रम सिंह मजीठिया, गुलजार सिंह रणीके, जगमीत सिंह बराड़, डॉ. उपिंदरजीत कौर, जनमेजा सिंह सेखों, हीरा सिंह गाबड़िया, बलदेव सिंह मान, शरनजीत सिंह ढिल्लों, सुरजीत सिंह रखड़ा, अवतार सिंह हित तथा मनजिंदर सिंह सिरसा उपस्थित रहे।
विस्तार
शिरोमणि अकाली दल की गुरुवार को हुई कोर कमेटी की बैठक में दो अहम फैसले लिए गए। शिअद प्रधान सुखबीर बादल ने बताया कि शिअद-बसपा गठबंधन की सरकार बनने पर दो उपमुख्यमंत्री बनाए जाएंगे। पहला दलित और दूसरा हिंदू होगा। साथ ही इस बार मानसून सत्र में शिअद और बसपा संसद में कृषि कानूनों के स्थगन का प्रस्ताव भी लाएंगे।
चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में आयोजित कोर कमेटी की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में शिअद प्रधान ने बताया कि ‘हम समझते हैं कि कुछ बाहरी ताकतें पंजाब की शांति को भंग करना चाहती हैं। हम पंजाबियों को गारंटी देना चाहते हैं कि प्रकाश सिंह बादल की नीतियों का पालन करते रहेंगे, जिसके तहत सभी धर्मों का सम्मान बरकरार रहेगा।
दो उपमुख्यमंत्री रखने के फैसले पर सुखबीर ने कहा कि उनके पिता हमेशा से सभी धर्मों को साथ लेकर चले हैं। आने वाले समय में भी शिअद उनके विचारों को आत्मसात करते हुए दलितों के साथ उपेक्षित हिंदुओं को भी साथ लेकर चलेगी।
उन्होंने कहा कि शिअद और बसपा दोनों दल संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव पेश करेंगे। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे खारिज प्रस्ताव का समर्थन कर इस प्रयास में अकाली दल का सहयोग करें तथा यहां तक कि हस्ताक्षर भी करें ताकि इस पर चर्चा की जा सके। जब तक उनकी सभी शिकायतों का समाधान नहीं होता तब तक शिरोमणि अकाली दल किसानों के हक के लिए आवाज उठाता रहेगा।
बैठक में बलविंदर सिंह भूंदड़, एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर, जत्थेदार तोता सिंह, चरनजीत सिंह अटवाल, निर्मल सिंह काहलों, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, बिक्रम सिंह मजीठिया, गुलजार सिंह रणीके, जगमीत सिंह बराड़, डॉ. उपिंदरजीत कौर, जनमेजा सिंह सेखों, हीरा सिंह गाबड़िया, बलदेव सिंह मान, शरनजीत सिंह ढिल्लों, सुरजीत सिंह रखड़ा, अवतार सिंह हित तथा मनजिंदर सिंह सिरसा उपस्थित रहे।