न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Wed, 24 Mar 2021 11:26 AM IST
कोरोना के कारण पंजाब यूनिवर्सिटी के एसी जोशी पुस्तकालय को बंद करने के बाद बुधवार को छात्रों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। सभी छात्र संगठनों ने एक मंच पर आकर सात घंटे तक पुस्तकालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान खूब हंगामा हुआ। पुस्तकालय जबरन खोलने की कोशिश भी हुई। पुलिस से छात्रों की नोकझोंक हुई। हाथापाई भी हो गई। पीयू का कोई भी अधिकारी शाम तक नहीं पहुंचा तो छात्रों ने पुस्तकालय के सामने बाहर से टैंट मंगवाकर लगवा दिया और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
मंगलवार शाम पीयू ने कोरोना गाइड लाइन के तहत सभी पुस्तकालय बंद करने के आदेश जारी कर दिए। मुख्य पुस्तकालय एसी जोशी भी बंद कर दिया गया। इसी को लेकर छात्रों में आक्रोश पनप गया और बुधवार को सभी छात्र संगठनों के कार्यकर्ता पुस्तकालय के बाहर एकत्रित हो गए।
पदाधिकारियों ने कहा कि पीयू को आज तक नहीं खोला गया जबकि अन्य शिक्षण संस्थान खोल दिए गए। बमुश्किल संघर्ष के बाद शोधार्थियों को छात्रावासों में बुलाया गया और अब पुस्तकालय बंद कर दिया गया। शोधार्थियों को हर दिन पुस्तकालय की आवश्यकता है। रात 12 बजे तक विद्यार्थी यहां बैठकर पढ़ते हैं। पुस्तकालय के अचानक बंद होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
इसके बाद पदाधिकारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रों को कुछ वार्डन व पुलिस के अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनकी मांग को वह अधिकारियों के सामने रखेंगे लेकिन छात्र नहीं माने। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पुस्तकालय बंद करने के आदेश जारी किए हैं उन लोगों को बुलाया जाए और पुस्तकालय खोला जाए। छात्र इस मांग पर अड़े रहे। दोपहर तक अधिकारी नहीं पहुंचे तो छात्रों का आक्रोश और बढ़ गया। खतरा भांपकर पुलिस भी बड़ी संख्या में पहुंच गई।
छात्रों ने पुस्तकालय का गेट खोलने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस ने रोका। इस दौरान हंगामा और नोकझोंक हुई। धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने छात्रों को आगे नहीं जाने दिया। उसके बाद छात्रों ने बाहर से टैंट मंगवाया और पुस्तकालय के सामने लगवा दिया। कहा कि जब तक पुस्तकालय नहीं खोला जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा। शाम तक पुलिस व पीयू के कुछ अधिकारी धरना स्थल पर डटे रहे।
कोरोना के कारण पंजाब यूनिवर्सिटी के एसी जोशी पुस्तकालय को बंद करने के बाद बुधवार को छात्रों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। सभी छात्र संगठनों ने एक मंच पर आकर सात घंटे तक पुस्तकालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान खूब हंगामा हुआ। पुस्तकालय जबरन खोलने की कोशिश भी हुई। पुलिस से छात्रों की नोकझोंक हुई। हाथापाई भी हो गई। पीयू का कोई भी अधिकारी शाम तक नहीं पहुंचा तो छात्रों ने पुस्तकालय के सामने बाहर से टैंट मंगवाकर लगवा दिया और अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया।
मंगलवार शाम पीयू ने कोरोना गाइड लाइन के तहत सभी पुस्तकालय बंद करने के आदेश जारी कर दिए। मुख्य पुस्तकालय एसी जोशी भी बंद कर दिया गया। इसी को लेकर छात्रों में आक्रोश पनप गया और बुधवार को सभी छात्र संगठनों के कार्यकर्ता पुस्तकालय के बाहर एकत्रित हो गए।
पदाधिकारियों ने कहा कि पीयू को आज तक नहीं खोला गया जबकि अन्य शिक्षण संस्थान खोल दिए गए। बमुश्किल संघर्ष के बाद शोधार्थियों को छात्रावासों में बुलाया गया और अब पुस्तकालय बंद कर दिया गया। शोधार्थियों को हर दिन पुस्तकालय की आवश्यकता है। रात 12 बजे तक विद्यार्थी यहां बैठकर पढ़ते हैं। पुस्तकालय के अचानक बंद होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
इसके बाद पदाधिकारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। छात्रों को कुछ वार्डन व पुलिस के अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उनकी मांग को वह अधिकारियों के सामने रखेंगे लेकिन छात्र नहीं माने। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने पुस्तकालय बंद करने के आदेश जारी किए हैं उन लोगों को बुलाया जाए और पुस्तकालय खोला जाए। छात्र इस मांग पर अड़े रहे। दोपहर तक अधिकारी नहीं पहुंचे तो छात्रों का आक्रोश और बढ़ गया। खतरा भांपकर पुलिस भी बड़ी संख्या में पहुंच गई।
छात्रों ने पुस्तकालय का गेट खोलने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस ने रोका। इस दौरान हंगामा और नोकझोंक हुई। धक्का-मुक्की भी हुई। पुलिस ने छात्रों को आगे नहीं जाने दिया। उसके बाद छात्रों ने बाहर से टैंट मंगवाया और पुस्तकालय के सामने लगवा दिया। कहा कि जब तक पुस्तकालय नहीं खोला जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा। शाम तक पुलिस व पीयू के कुछ अधिकारी धरना स्थल पर डटे रहे।