दो राज्य। दो तस्वीरें। दो मुख्यमंत्रियों का एलान। अब तीसरी तस्वीर का इंतजार है, जिसमें राहुल के एक तरफ भूपेश बघेल तो दूसरी तरफ टीएस सिंहदेव खड़े हो सकते हैं। राहुल गांधी ने पहले मध्यप्रदेश के दोनों दावेदारों कमलनाथ और सिंधिया के साथ तस्वीर खिंचाई और फिर सीएम का एलान हुआ। इसके अगले दिन पायलट औऱ गहलोत के साथ तस्वीर सामने आई और फिर गहलोत के मुख्यमंत्री बनने की बात जाहिर हुई।
अब सबकी निगाहें छत्तीसगढ़ पर हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को अभूतपूर्व कामयाबी मिली है। राज्य की 90 में से 68 सीटों पर धमाकेदार जीत के बाद अब चुनौती मुख्यमंत्री चुनने की है। दावेदारों में यूं तो प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और 2013 से नेता विपक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे टीएस सिंहदेव हैं लेकिन ताम्रध्वज साहू और पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
टीएस सिंहदेव ने कहा है,
इससे पहले दिल्ली की ओर निकलते वक्त भूपेश बघेल ने भी दिलचस्प ट्वीट किया था।, उन्होंने लिखा, "जिस तरह मैं हंसते हुए दिल्ली जा रहा हूं उसी तरह से हंसते हुए आऊंगा। आज राज्य के लिए, हम सब के लिए बहुत बड़ा दिन है। जो भी निर्णय होगा अच्छा होगा। आलाकमान ने मुझे बहुमत लाने की जिम्मेदारी दी, अब आगे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसका मैं ईमानदारी के साथ निर्वहन करूंगा।"
साफ है कि न तो भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री पद से कम पर मानने का कोई इशारा दे रहे हैं और न ही टीएस सिंहदेव। यानी, छत्तीसगढ़ भी राहुल गांधी के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरेगा।
दो राज्य। दो तस्वीरें। दो मुख्यमंत्रियों का एलान। अब तीसरी तस्वीर का इंतजार है, जिसमें राहुल के एक तरफ भूपेश बघेल तो दूसरी तरफ टीएस सिंहदेव खड़े हो सकते हैं। राहुल गांधी ने पहले मध्यप्रदेश के दोनों दावेदारों कमलनाथ और सिंधिया के साथ तस्वीर खिंचाई और फिर सीएम का एलान हुआ। इसके अगले दिन पायलट औऱ गहलोत के साथ तस्वीर सामने आई और फिर गहलोत के मुख्यमंत्री बनने की बात जाहिर हुई।
अब सबकी निगाहें छत्तीसगढ़ पर हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को अभूतपूर्व कामयाबी मिली है। राज्य की 90 में से 68 सीटों पर धमाकेदार जीत के बाद अब चुनौती मुख्यमंत्री चुनने की है। दावेदारों में यूं तो प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और 2013 से नेता विपक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे टीएस सिंहदेव हैं लेकिन ताम्रध्वज साहू और पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
टीएस सिंहदेव ने कहा है,
"हमारे यहां एक से ज्यादा योग्य नाम हैं इसलिए प्रक्रिया में समय लग रहा है। 11 तारीख को नतीजे भी कुछ देरी से आए, अभी सिर्फ 4 दिन ही हुए हैं। 7 से 8 दिन का समय लेकर हाल में अपने मुख्यमंत्रियों को नियुक्त करने वाली भाजपा हम पर टिप्पणी न करे।"
इससे पहले दिल्ली की ओर निकलते वक्त भूपेश बघेल ने भी दिलचस्प ट्वीट किया था।, उन्होंने लिखा, "जिस तरह मैं हंसते हुए दिल्ली जा रहा हूं उसी तरह से हंसते हुए आऊंगा। आज राज्य के लिए, हम सब के लिए बहुत बड़ा दिन है। जो भी निर्णय होगा अच्छा होगा। आलाकमान ने मुझे बहुमत लाने की जिम्मेदारी दी, अब आगे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, उसका मैं ईमानदारी के साथ निर्वहन करूंगा।"
साफ है कि न तो भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री पद से कम पर मानने का कोई इशारा दे रहे हैं और न ही टीएस सिंहदेव। यानी, छत्तीसगढ़ भी राहुल गांधी के लिए बड़ी चुनौती बनकर उभरेगा।