स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Mon, 20 Sep 2021 03:48 PM IST
कोरोना के समय सैलरी को लेकर परेशानी झेलने के बाद अब एक अच्छी खबर सामने आई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घरेलू क्रिकेटर्स की मैच फीस में इजाफा कर दिया है। मंगलवार को हुए अपेक्स काउंसिल की मीटिंग में इस पर फैसला लिया गया। जिन खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट में 40 से ज्यादा मैच खेले हैं। उनकी 60 हजार रुपये मैच फीस बढ़ाई गई है। वहीं अंडर-23 के खिलाड़ियों की फीस 25 हजार रुपये और अंडर-19 क्रिकेटर्स की फीस में 20 हजार रुपये का इजाफा किया गया है।
पिछले सीजन की भी भरपाई की जाएगी
इसके अलावा घरेलू क्रिकेटर्स को पिछले सीजन की भरपाई भी की जाएगी। पिछले साल कोरोना की वजह से रणजी ट्रॉफी को रद्द कर दिया गया था। बीसीसीआई सभी क्रिकेटर्स को इसके लिए मैच फीस का 50 फीसदी नुकसान भरपाई देगा। मौजूदा समय में रणजी ट्रॉफी में एक खिलाड़ी को 35 हजार रुपये प्रति दिन और 1.4 लाख रुपए प्रति मैच फीस दी जाती है। इसका मतलब यह है कि बोर्ड नुकसान भरपाई के तौर पर 70 हजार रुपये देगा।
मौजूदा समय में खिलाड़ियों की मैच फीस प्रति दिन 35 हजार रुपये है। यह सैलरी फर्स्ट क्लास क्रिकेट और वनडे मैचों के लिए है। जबकि, टी-20 के लिए खिलाड़ियों की मैच फीस 17,500 रुपये प्रति दिन है। घरेलू क्रिकेटर्स मुख्यत: तीन टूर्नामेंट खेलते हैं। इसमें रणजी ट्रॉफी, विजय हजारी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट शामिल है। जो खिलाड़ी मैच वाले दिन बेंच पर बैठते हैं, उन्हें मैच फीस की 50 फीसदी सैलरी दी जाती है। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कॉन्ट्रैक्ट को लेकर 2019 में ही घोषणा की थी, लेकिन लागू इसे अब से किया जा रहा है।
नए ढांचे के बाद क्या होगी मैच फीस?
नए ढांचे के मुताबिक 40 से ज्यादा मैच खेल चुके खिलाड़ियों की मैच फीस प्रति दिन 35 हजार रुपये से बढ़ाकर 60 हजार रुपये हो गई है। यानी एक मैच के लिए इन्हें 2.40 लाख रुपये मिलेंगे। यह सैलरी फर्स्ट क्लास क्रिकेट और वनडे मैचों के लिए होगी। 21 से 40 मैच खेल चुके खिलाड़ियों की मैच फीस 35 हजार से बढ़कर 50 हजार रुपये और इससे कम अनुभव वालों को 40 हजार रुपये प्रति दिन के हिसाब से फीस मिलेगी। इससे करीब 2000 पुरुष खिलाड़ियों को फायदा होगा।
बीसीसीआई ने महिला क्रिकेटरों की भी मैच फीस भी बढ़ाई गई है। फिलहाल उन्हें वनडे के लिए प्रति मैच 12,500 रुपये दिये जाते हैं। जबकि टी-20 के लिए उनकी फीस 6250 रुपये प्रति मैच है। वनडे के लिए उन्हें अब 20 हजार रुपए प्रति मैच फीस दी जाएगी।
भारत में घरेलू क्रिकेट की शुरुआत 21 सितंबर से होगी। इस दौरान सीनियर महिला वनडे लीग खेली जाएगी। इसके बाद सीनियर महिला वनडे चैलेंजर ट्रॉफी भी खेली जाएगी। इसकी शुरुआत 27 अक्तूबर से होगी। सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट की शुरुआत 20 अक्तूबर से होगी। 12 नवंबर को इस टूर्नामेंट का फाइनल खेला जाएगा।
16 नवंबर से रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट का आगाज
रणजी ट्रॉफी का आगाज 16 नवंबर से होगा और यह टूर्नामेंट अगले साल 19 फरवरी तक खेला जाएगा। विजय हजारे ट्रॉफी टूर्नामेंट अगले साल 23 फरवरी से 26 मार्च तक खेला जाएगा। इस सीजन में महिला और पुरुष दोनों को मिलाकर कुल 2127 घरेलू मैच खेले जाएंगे।
विस्तार
कोरोना के समय सैलरी को लेकर परेशानी झेलने के बाद अब एक अच्छी खबर सामने आई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घरेलू क्रिकेटर्स की मैच फीस में इजाफा कर दिया है। मंगलवार को हुए अपेक्स काउंसिल की मीटिंग में इस पर फैसला लिया गया। जिन खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट में 40 से ज्यादा मैच खेले हैं। उनकी 60 हजार रुपये मैच फीस बढ़ाई गई है। वहीं अंडर-23 के खिलाड़ियों की फीस 25 हजार रुपये और अंडर-19 क्रिकेटर्स की फीस में 20 हजार रुपये का इजाफा किया गया है।
पिछले सीजन की भी भरपाई की जाएगी
इसके अलावा घरेलू क्रिकेटर्स को पिछले सीजन की भरपाई भी की जाएगी। पिछले साल कोरोना की वजह से रणजी ट्रॉफी को रद्द कर दिया गया था। बीसीसीआई सभी क्रिकेटर्स को इसके लिए मैच फीस का 50 फीसदी नुकसान भरपाई देगा। मौजूदा समय में रणजी ट्रॉफी में एक खिलाड़ी को 35 हजार रुपये प्रति दिन और 1.4 लाख रुपए प्रति मैच फीस दी जाती है। इसका मतलब यह है कि बोर्ड नुकसान भरपाई के तौर पर 70 हजार रुपये देगा।