भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को उपकप्तान बनाया गया है। चयनकर्ताओं ने तीनों प्रारूप में बुमराह के निरंतर अच्छे प्रदर्शन का इनाम उन्हें दिया है। इस बात की उम्मीद बहुत कम लोगों को थी कि बुमराह को टीम का उपकप्तान बनाया जाएगा। इसके लिए चयनकर्ताओं को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस से प्रेरणा मिली।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टिम पेन के हटने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज के लिए कमिंस को टेस्ट कप्तान बनाया। कमिंस ऑस्ट्रेलिया के लिए निरंतर तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं और बेहतरीन प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इसी तरह बुमराह ने भी टीम इंडिया के लिए योगदान दिया है। भले ही बुमराह कामचलाऊ उपकप्तान होंगे, लेकिन चयनकर्ताओं ने उनके नाम की घोषणा करके कई संदेश दे दिए हैं।
अय्यर और पंत को मिला संदेश
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी कप्तानी को साबित कर चुके श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत को चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज किया है। दोनों को टीम में तो चुना है, लेकिन उपकप्तान नहीं बनाया है। चयनकर्ताओं ने ऐसा करके अय्यर और पंत को यह संदेश दिया है कि बड़े पद के लिए तीनों फॉर्मेट में लगातार बेहतर प्रदर्शन करना होगा। बुमराह ने 2016 से निरंतर टीम इंडिया के लिए योगदान दिया है।
सिर्फ दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए उपकप्तान बने बुमराह
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘‘यह व्यवस्था सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए है। रोहित चोट के कारण बाहर हैं। वे वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ होने वाली सीरीज से वापसी करेंगे तो राहुल उपकप्तान की भूमिका निभाएंगे। चयनकर्ता बुमराह को उनके निरंतर प्रदर्शन का इनाम देना चाहते थे इसलिए पंत और अय्यर के ऊपर उन्हें प्राथमिकता दी गई।’’
एमएसके प्रसाद ने बुमराह मामले पर दी प्रतिक्रिया
भारतीय चयनसमिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने भी बुमराह के उपकप्तान बनाए जाने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह चयनकर्ताओं के लिए आसान फैसला था। उन्होंने कहा, ‘‘बुमराह एक समझदार खिलाड़ी है। वह काफी समझदारी से काम लेता है। ऐसे में उसे क्यों न सम्मान दिया जाए। मुझे यह फैसला काफी पसंद आया। अगर कोई तेज गेंदबाज तीनों प्रारूपों में बेहतर प्रदर्शन करता है तो उसे टीम का कप्तान क्यों नहीं बना सकते हैं।’’
विस्तार
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को उपकप्तान बनाया गया है। चयनकर्ताओं ने तीनों प्रारूप में बुमराह के निरंतर अच्छे प्रदर्शन का इनाम उन्हें दिया है। इस बात की उम्मीद बहुत कम लोगों को थी कि बुमराह को टीम का उपकप्तान बनाया जाएगा। इसके लिए चयनकर्ताओं को ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस से प्रेरणा मिली।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टिम पेन के हटने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज के लिए कमिंस को टेस्ट कप्तान बनाया। कमिंस ऑस्ट्रेलिया के लिए निरंतर तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं और बेहतरीन प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इसी तरह बुमराह ने भी टीम इंडिया के लिए योगदान दिया है। भले ही बुमराह कामचलाऊ उपकप्तान होंगे, लेकिन चयनकर्ताओं ने उनके नाम की घोषणा करके कई संदेश दे दिए हैं।
अय्यर और पंत को मिला संदेश
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी कप्तानी को साबित कर चुके श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत को चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज किया है। दोनों को टीम में तो चुना है, लेकिन उपकप्तान नहीं बनाया है। चयनकर्ताओं ने ऐसा करके अय्यर और पंत को यह संदेश दिया है कि बड़े पद के लिए तीनों फॉर्मेट में लगातार बेहतर प्रदर्शन करना होगा। बुमराह ने 2016 से निरंतर टीम इंडिया के लिए योगदान दिया है।
सिर्फ दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए उपकप्तान बने बुमराह
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्र ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘‘यह व्यवस्था सिर्फ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए है। रोहित चोट के कारण बाहर हैं। वे वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ होने वाली सीरीज से वापसी करेंगे तो राहुल उपकप्तान की भूमिका निभाएंगे। चयनकर्ता बुमराह को उनके निरंतर प्रदर्शन का इनाम देना चाहते थे इसलिए पंत और अय्यर के ऊपर उन्हें प्राथमिकता दी गई।’’
एमएसके प्रसाद ने बुमराह मामले पर दी प्रतिक्रिया
भारतीय चयनसमिति के पूर्व अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने भी बुमराह के उपकप्तान बनाए जाने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह चयनकर्ताओं के लिए आसान फैसला था। उन्होंने कहा, ‘‘बुमराह एक समझदार खिलाड़ी है। वह काफी समझदारी से काम लेता है। ऐसे में उसे क्यों न सम्मान दिया जाए। मुझे यह फैसला काफी पसंद आया। अगर कोई तेज गेंदबाज तीनों प्रारूपों में बेहतर प्रदर्शन करता है तो उसे टीम का कप्तान क्यों नहीं बना सकते हैं।’’