न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून
Published by: अमर उजाला लोकल ब्यूरो
Updated Fri, 14 Aug 2020 02:30 PM IST
देहरादून जिले में कोरोना से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को कोरोना संक्रमित एक बुजुर्ग की मौत हो गई। बुजुर्ग सात अगस्त से राजकीय दून मेडिकल अस्पताल में भर्ती थे। इस तरह से देहरादून जिले में अब तक कोरोना संक्रमित 83 लोगों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, राजेश रावत कॉलोनी, चंदर रोड निवासी 77 वर्षीय बुजुर्ग की शुक्रवार सुबह मौत हुई। दून अस्पताल प्रशासन कोविड गाइडलाइन के तहत शव परिजनों को सौंपने और पुलिस की मदद से अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है।
बता दें कि कोरोना के लक्षण दिखने पर परिजनों ने जांच कराई थी। इसके लिए उन्हें दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि उन्हें निमोनिया की भी शिकायत थी। जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
शुक्रवार सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। कोरोना के स्टेट को-ऑर्डिनेटर एवं राजकीय दून मेडिकल अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत की पुष्टि की है।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दर पांच प्रतिशत पहुंच गई है। एक महीने के भीतर संक्रमण दर 4.08 प्रतिशत से बढ़ कर 5.00 प्रतिशत पर पहुंची है। नैनीताल जिले की सबसे अधिक संक्रमण दर 8.02 प्रतिशत है।
बता दें कि अब रोजाना औसत छह हजार सैंपलों की रिपोर्ट आ रही है। प्रदेश में अब तक 2.17 लाख सैंपलों की जांच हो चुकी है और संक्रमित मामलों का आंकड़ा 11 हजार पार कर गया है।
पर्वतीय जिलों की तुलना में मैदानी जिले नैनीताल, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, देहरादून जिले में संक्रमण की दर अधिक है। कोरोना आंकड़ों का अध्ययन कर रहे सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल का कहना है कि मैदानी जिलों में संक्रमण दर तेजी से बढ़ी है। वहीं, पहाड़ों में संक्रमण दर काफी कम है।
देहरादून जिले में कोरोना से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। सोमवार को कोरोना संक्रमित एक बुजुर्ग की मौत हो गई। बुजुर्ग सात अगस्त से राजकीय दून मेडिकल अस्पताल में भर्ती थे। इस तरह से देहरादून जिले में अब तक कोरोना संक्रमित 83 लोगों की मौत हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार, राजेश रावत कॉलोनी, चंदर रोड निवासी 77 वर्षीय बुजुर्ग की शुक्रवार सुबह मौत हुई। दून अस्पताल प्रशासन कोविड गाइडलाइन के तहत शव परिजनों को सौंपने और पुलिस की मदद से अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है।
बता दें कि कोरोना के लक्षण दिखने पर परिजनों ने जांच कराई थी। इसके लिए उन्हें दून अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि उन्हें निमोनिया की भी शिकायत थी। जिसके चलते उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
शुक्रवार सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। कोरोना के स्टेट को-ऑर्डिनेटर एवं राजकीय दून मेडिकल अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत की पुष्टि की है।