उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में माइनस 10 डिग्री तापमान के बीच दारमा घाटी के सीपू गांव के लोग दुग्तू और बालिंग में फंसे हुए हैं। उनका राशन भी खत्म हो गया है। दुग्तू के ग्रामीण उन्हें खाना खिला रहे हैं। कड़ाके की ठंड के बीच भूखे प्यासेइन लोगों ने वीडियो जारी कर विधायक और जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर भेजकर उन्हें वहां से निकालने की मांग की है। उनका कहना है कि तापमान में लगातार गिरावट से बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है।
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सीमांत के सीपू गांव में पिछले दिनों हुई बारिश और बर्फबारी के बाद ग्रामीण निचले क्षेत्रों की ओर आ रहे हैं लेकिन कई जगह पैदल रास्ते ध्वस्त होने के कारण ये लोग दुग्तू और बालिंग में अपने मवेशियों के साथ फंसे हुए हैं। ग्रामीणों के समूह में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी हैं। इन लोगों ने कहा कि वहां तापमान माइनस 10 डिग्री से कम हो गया है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है।
सुरक्षा एजेंसियों की भी दिक्कतें बढ़ी
मुनस्यारी- मिलम पैदल रास्ते के बंद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की भी दिक्कतें बढ़ गईं हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों को जाने वाले जवानों को भी खासी दिक्कतें हो रहीं हैं।
चीन सीमा को जोड़ने वाला मिलम-मुनस्यारी पैदल मार्ग पिछले एक हफ्ते से बंद है। एक सप्ताह पूर्व हुई भारी बारिश के कारण घोड़ालोटन और छिरकानी में पैदल रास्ता पूरी तरह बह गया था। स्यूणी में मुनस्यारी-मिलम सड़क का मलबा आने के कारण पैदल रास्ता चलने लायक नहीं रहा।
पैदल रास्ता बंद होने से चीन सीमा से लगे मार्छा, पांछू, मापा, गनघर, ल्वां, टोला, खिलाच, बुर्फू, बिल्जू, मिलम, रिलकोट, सुंतु गांव के लोगों को दिक्कत हो रही हैं। 300 से 350 लोग भेड़, घोड़े, खच्चर और अन्य मवेशियों के साथ माइग्रेशन पर गए हुए हैं।
अब इन गांवों के लोगों का निचले क्षेत्रों की ओर लौटने का समय है। लगातार उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद इनकी चिंताएं बढ़ गई हैं। रास्ते ध्वस्त होने के कारण वह अपने मवेशियों के साथ निचले क्षेत्रों को नहीं लौट पा रहे हैं।
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तराखंड में आई आपदा से हुए नुकसान के बारे में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आपदाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर लोगों की मदद करने का आह्वान किया। इस दौरान राज्य में आगामी विस चुनावों के संदर्भ में भी चर्चा की गई।
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से नई दिल्ली में बुलाई गई कांग्रेस प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में गणेश गोदियाल भी शामिल हुए। गोदियाल ने बताया कि सोनिया गांधी राज्य में आई आपदा से हुए नुकसान को लेकर काफी चिंतित हैं। उन्होंने पार्टी के स्तर से लोगों की मदद करने का आह्वान किया है। इस दौरान गोदियाल ने पार्टी की ओर से आपदा राहत कार्यों में किए जा रहे प्रयासों और पार्टी नेताओं के दौरों से उन्हें अवगत कराया।
गोदियाल ने बताया कि सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से आगामी विस चुनाव में जुटने का आह्वान भी किया है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले देश है, उसके बाद संगठन। महत्वकांक्षाओं को दरकिनार करते हुए पार्टी के लिए कार्य करें। इस बीच उन्होंने सभी प्रदेश अध्यक्षों से अपने यहां सदस्यता अभियान शुरू करने को कहा। इस पर गोदियाल ने बताया कि उनके यहां पहले ही सदस्यता अभियान शुरू हो चुका है। जिस पर सोनिया गांधी ने खुशी जाहिर की।
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उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में माइनस 10 डिग्री तापमान के बीच दारमा घाटी के सीपू गांव के लोग दुग्तू और बालिंग में फंसे हुए हैं। उनका राशन भी खत्म हो गया है। दुग्तू के ग्रामीण उन्हें खाना खिला रहे हैं। कड़ाके की ठंड के बीच भूखे प्यासेइन लोगों ने वीडियो जारी कर विधायक और जिला प्रशासन से हेलीकॉप्टर भेजकर उन्हें वहां से निकालने की मांग की है। उनका कहना है कि तापमान में लगातार गिरावट से बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है।
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सीमांत के सीपू गांव में पिछले दिनों हुई बारिश और बर्फबारी के बाद ग्रामीण निचले क्षेत्रों की ओर आ रहे हैं लेकिन कई जगह पैदल रास्ते ध्वस्त होने के कारण ये लोग दुग्तू और बालिंग में अपने मवेशियों के साथ फंसे हुए हैं। ग्रामीणों के समूह में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी हैं। इन लोगों ने कहा कि वहां तापमान माइनस 10 डिग्री से कम हो गया है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है।
सुरक्षा एजेंसियों की भी दिक्कतें बढ़ी
मुनस्यारी- मिलम पैदल रास्ते के बंद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की भी दिक्कतें बढ़ गईं हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों को जाने वाले जवानों को भी खासी दिक्कतें हो रहीं हैं।