भलस्वा लैंडफिल साइट पर जैविक खनन, कचरे अलग-अलग करने और निस्तारण के लिए सोमवार को चौथी ट्रॉमल मशीन स्थापित की गई। इस मशीन के लगने से रोज 300 मीट्रिक टन कचरे का निस्तारण होगा। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी और सांसद हंसराज हंस ने इस मशीन का उद्घाटन किया। इससे पहले भी इस साइट पर कचरे के निस्तारण के लिए तीन ट्रॉमल मशीनें पहले लगाई जा चुकी हैं।
इस मौके पर मनोज तिवारी ने कहा कि भलस्वा लैंडफिल साइट पर बने कूड़े के पहाड़ से कचरा निस्तारण होने से प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कूड़े का पहाड़ एक शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि निगम को फंड दिल्ली सरकार से मिलते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार निगम का फंड रोक कर बैठी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार सफाई कर्मचारियों के वेतन का पैसा भी निगम को नहीं दे रही है। इस पूरी परियोजना में उत्तरी दिल्ली नगर निगम का फंड लगा है, दिल्ली सरकार ने इस के लिए कोई मदद नहीं की है।
इस मशीन में लगे बैलेस्टिक सेपरेटर से कूड़े को तीन भागों में अलग किया जाएगा। प्रथम वर्ग में हल्के अपशिष्ट जैसे प्लास्टिक, पॉलीथिन तथा कपड़े आदि, दूसरे वर्ग में भारी अपशिष्ट जैसे शीशा एवं धातु से बने पदार्थ एवं तीसरे वर्ग में मिट्टी को अलग किया जाएगा। इस मौके पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर अवतार सिंह, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता, स्थायी समिति अध्यक्ष जयप्रकाश समेत अन्य लोग मौजूद थे।
भलस्वा लैंडफिल साइट पर जैविक खनन, कचरे अलग-अलग करने और निस्तारण के लिए सोमवार को चौथी ट्रॉमल मशीन स्थापित की गई। इस मशीन के लगने से रोज 300 मीट्रिक टन कचरे का निस्तारण होगा। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी और सांसद हंसराज हंस ने इस मशीन का उद्घाटन किया। इससे पहले भी इस साइट पर कचरे के निस्तारण के लिए तीन ट्रॉमल मशीनें पहले लगाई जा चुकी हैं।
इस मौके पर मनोज तिवारी ने कहा कि भलस्वा लैंडफिल साइट पर बने कूड़े के पहाड़ से कचरा निस्तारण होने से प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कूड़े का पहाड़ एक शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि निगम को फंड दिल्ली सरकार से मिलते हैं, लेकिन दिल्ली सरकार निगम का फंड रोक कर बैठी है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार सफाई कर्मचारियों के वेतन का पैसा भी निगम को नहीं दे रही है। इस पूरी परियोजना में उत्तरी दिल्ली नगर निगम का फंड लगा है, दिल्ली सरकार ने इस के लिए कोई मदद नहीं की है।
इस मशीन में लगे बैलेस्टिक सेपरेटर से कूड़े को तीन भागों में अलग किया जाएगा। प्रथम वर्ग में हल्के अपशिष्ट जैसे प्लास्टिक, पॉलीथिन तथा कपड़े आदि, दूसरे वर्ग में भारी अपशिष्ट जैसे शीशा एवं धातु से बने पदार्थ एवं तीसरे वर्ग में मिट्टी को अलग किया जाएगा। इस मौके पर उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर अवतार सिंह, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता, स्थायी समिति अध्यक्ष जयप्रकाश समेत अन्य लोग मौजूद थे।