उत्तर भारत में सर्दियां शुरू हो चुकी हैं और इसी के साथ दिल्ली-एनसीआर समेत तमाम शहरों में प्रदूषण भी बढ़ना शुरू हो चुका है। शनिवार दिन में लगभग पूरी दिल्ली में की वायु गुणवत्ता का स्तर 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गया।
राजधानी में सर्दी शुरू होने के साथ ही प्रदूषण की समस्या भी शुरू होने लगी है। प्रदूषण के रोकथाम के लिए एसडीएमसी के कर्मचारियों ने सड़कों के किनारे सफाई और पानी का छिड़काव करना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार को रेड जोन में पहुंचा गाजियाबाद
गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर शुक्रवार को 321 एक्यूआई के साथ रेड जोन में पहुंच गया। गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। अक्तूबर माह के पिछले दो साल के आंकड़े देखे जाए तो 2021 में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। जिले के चारों मॉनिटरिंग स्टेशन पर भी एक्यूआई रेड जोन में पहुंच गया है। लोनी की हवा सबसे खराब है क्योंकि यहां पर एक्यूआई 367 दर्ज हुआ।
शहर में प्रदूषण स्तर पांच दिन बाद फिर से रेड जोन में आ गया। बृहस्पतिवार को एक्यूआई ऑरेंज जोन में था। इसमें 31 प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद देश में सबसे प्रदूषित शहर दर्ज रहा। लोनी में शुक्रवार को एक्यूआई साढ़े तीन सौ के पार पहुंच गया। यहां पर एक्यूआई 367 दर्ज हुआ।
पीएम दस और पीएम 2.5 का स्तर क्रमश: 327 और 367 रहा। संजय नगर का एक्यूआई भी मानकों से तीन गुना अधिक 325 रहा। यहां पर पीएम 10 का स्तर 323 और पीएम 2.5 का स्तर 325 दर्ज हुआ। यहां पर पीएम दस का स्तर 288 तो पीएम 2.5 का स्तर 325 पर पहुंच गया। इंदिरापुरम में भी एक्यूआई रेड जोन में 301 दर्ज हुआ। यहां पर पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर क्रमश: 290 और 301 रहा।
29 अक्तूबर को प्रदूषण का हाल
वर्ष एक्यूआई
2021 321
2020 389
2019 446
2018 433
विस्तार
उत्तर भारत में सर्दियां शुरू हो चुकी हैं और इसी के साथ दिल्ली-एनसीआर समेत तमाम शहरों में प्रदूषण भी बढ़ना शुरू हो चुका है। शनिवार दिन में लगभग पूरी दिल्ली में की वायु गुणवत्ता का स्तर 'बेहद खराब' श्रेणी में पहुंच गया।
राजधानी में सर्दी शुरू होने के साथ ही प्रदूषण की समस्या भी शुरू होने लगी है। प्रदूषण के रोकथाम के लिए एसडीएमसी के कर्मचारियों ने सड़कों के किनारे सफाई और पानी का छिड़काव करना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार को रेड जोन में पहुंचा गाजियाबाद
गाजियाबाद का प्रदूषण स्तर शुक्रवार को 321 एक्यूआई के साथ रेड जोन में पहुंच गया। गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। अक्तूबर माह के पिछले दो साल के आंकड़े देखे जाए तो 2021 में प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। जिले के चारों मॉनिटरिंग स्टेशन पर भी एक्यूआई रेड जोन में पहुंच गया है। लोनी की हवा सबसे खराब है क्योंकि यहां पर एक्यूआई 367 दर्ज हुआ।
शहर में प्रदूषण स्तर पांच दिन बाद फिर से रेड जोन में आ गया। बृहस्पतिवार को एक्यूआई ऑरेंज जोन में था। इसमें 31 प्वाइंट की बढ़ोतरी हुई। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, गाजियाबाद देश में सबसे प्रदूषित शहर दर्ज रहा। लोनी में शुक्रवार को एक्यूआई साढ़े तीन सौ के पार पहुंच गया। यहां पर एक्यूआई 367 दर्ज हुआ।
पीएम दस और पीएम 2.5 का स्तर क्रमश: 327 और 367 रहा। संजय नगर का एक्यूआई भी मानकों से तीन गुना अधिक 325 रहा। यहां पर पीएम 10 का स्तर 323 और पीएम 2.5 का स्तर 325 दर्ज हुआ। यहां पर पीएम दस का स्तर 288 तो पीएम 2.5 का स्तर 325 पर पहुंच गया। इंदिरापुरम में भी एक्यूआई रेड जोन में 301 दर्ज हुआ। यहां पर पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर क्रमश: 290 और 301 रहा।
29 अक्तूबर को प्रदूषण का हाल
वर्ष एक्यूआई
2021 321
2020 389
2019 446
2018 433