बुलंदशहर। कोरोना संक्रमण के चलते शासन द्वारा अभी प्राथमिक से लेकर सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने के निर्देश है। इसके बावजूद अहमदगढ़ क्षेत्र के एक आदर्श प्राथमिक विद्यालय में छात्र-छात्राओं को बुलाकर पढ़ाई कराई जा रही है। इस दौरान छात्र बिना मास्क के सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन भी कर रहे है। जिसकी वीडियो वायरल होने पर बीएसए ने मामले की जांच बैठा दी है।
अहमदगढ़ क्षेत्र के पहासू स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय का गत दो दिन पूर्व एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में स्कूली छात्र-छात्राएं बिना मास्क के एक साथ बैठे नजर आ रहे हैं। वहीं, वीडियो में एक कर्मचारी छात्र-छात्राओं को पढ़ाता हुआ भी नजर आ रहा है। विद्यालय स्टाफ का कहना है कि विद्यालय के एक कर्मचारी द्वारा छात्र-छात्राओं को बुलाया गया था और कर्मचारी द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को किसी भी गाइड लाइन का पालन नहीं किया गया। बताया गया कि कर्मचारी द्वारा विद्यालय में छात्र-छात्राओं को ड्रेस भी बांटी गई थी। जबकि शासन के आदेश है कि विद्यालयों में किसी भी छात्र को नहीं बुलाया जाएगा और शिक्षक ऑनलाइन ही पढ़ाई कराते रहेंगे। मगर आदर्श प्राथमिक विद्यालय को किसने खोला और किसके आदेश पर विद्यालय में ड्रेस बांटी गई, यह जांच का विषय है। विद्यालय का वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने पूरे मामले में जांच कराने की बात कही है। साथ ही संबंधित ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट तलब कर ली है।
कोट
वीडियो वायरल का मामला संज्ञान में है। जिस कर्मचारी द्वारा विद्यालय को खोलकर छात्र-छात्राओं को बुलाया गया। संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। - अखंड प्रताप सिंह, बीएसए
बुलंदशहर। कोरोना संक्रमण के चलते शासन द्वारा अभी प्राथमिक से लेकर सभी स्कूल-कॉलेज बंद रखने के निर्देश है। इसके बावजूद अहमदगढ़ क्षेत्र के एक आदर्श प्राथमिक विद्यालय में छात्र-छात्राओं को बुलाकर पढ़ाई कराई जा रही है। इस दौरान छात्र बिना मास्क के सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन भी कर रहे है। जिसकी वीडियो वायरल होने पर बीएसए ने मामले की जांच बैठा दी है।
अहमदगढ़ क्षेत्र के पहासू स्थित आदर्श प्राथमिक विद्यालय का गत दो दिन पूर्व एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में स्कूली छात्र-छात्राएं बिना मास्क के एक साथ बैठे नजर आ रहे हैं। वहीं, वीडियो में एक कर्मचारी छात्र-छात्राओं को पढ़ाता हुआ भी नजर आ रहा है। विद्यालय स्टाफ का कहना है कि विद्यालय के एक कर्मचारी द्वारा छात्र-छात्राओं को बुलाया गया था और कर्मचारी द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को किसी भी गाइड लाइन का पालन नहीं किया गया। बताया गया कि कर्मचारी द्वारा विद्यालय में छात्र-छात्राओं को ड्रेस भी बांटी गई थी। जबकि शासन के आदेश है कि विद्यालयों में किसी भी छात्र को नहीं बुलाया जाएगा और शिक्षक ऑनलाइन ही पढ़ाई कराते रहेंगे। मगर आदर्श प्राथमिक विद्यालय को किसने खोला और किसके आदेश पर विद्यालय में ड्रेस बांटी गई, यह जांच का विषय है। विद्यालय का वीडियो वायरल होने के बाद बीएसए ने पूरे मामले में जांच कराने की बात कही है। साथ ही संबंधित ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट तलब कर ली है।
कोट
वीडियो वायरल का मामला संज्ञान में है। जिस कर्मचारी द्वारा विद्यालय को खोलकर छात्र-छात्राओं को बुलाया गया। संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है। - अखंड प्रताप सिंह, बीएसए