न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Priyesh Mishra
Updated Thu, 14 Feb 2019 05:47 AM IST
होटल अर्पित में आग लगने के मामले की दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को जांच में पता चला है कि होटल अर्पित पैलेस के टॉप फ्लोर में रात के दो ओर ढाई बजे तक पार्टी चल रही थी। होटल के मैनेजर राजेंद्र ने पूछताछ में इसकी पुष्टि की है।
पुलिस को जांच के दौरान टॉप फ्लोर से कुछ शराब की बोतलें भी मिली हैं। आग भी सबसे अधिक इसी मंजिल पर फैली थी। दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्तार किए गए होटल के दोनों मैजेनर राजेंद्र व विकास को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। मामले में फिलहाल होटल का मालिक फरार है। पुलिस मालिक समेत अन्य लोगों की तलाश कर रही है। वहीं हादसे में मृत घोषित 15 शवों का पुलिस ने पोस्टमार्टम करा दिया है।
मामले की छानबीन कर रहे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरूआती जांच के बाद पता चला कि होटल में गेस्ट की जान से पूरी तरह खिलवाड़ किया जा रहा था। इमरजेंसी एग्जिट की ओर दर्शाने वाले कोई साइन बोर्ड नहीं थे। हादसे के समय होटल में कुल 46 कमरों से 35 में करीब 60 गेस्ट रुके हुए थे।
इसके अलावा होटल के करीब 12 कर्मचारी रात के समय ड्यूटी पर मौजूद थे। होटल से मिले रजिस्टर व अन्य सामान की मदद से मामले की छानबीन की जा रही है। होटल के दोनों मैनेजर राजेंद्र कुमार व विकास कुमार से पूछताछ की जा रही है। होटल में उस रात मौजूद कर्मचारियों की लिस्ट बनवाई जा रही है।
अर्पित पैलेस होटल में आग लगने के कारण म्यांमार के तीन सैलानियों की दम घुटने से मौत हुई थी। म्यांमार दूतावास के अधिकारियों ने बुधवार को आरएमएल अस्पताल आकर पासपोर्ट के आधार पर तीनों शवों की शिनाख्त की। इसके बाद शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। इसमें पता चला कि तीनों की मौत आग लगने के बाद दम घुटने से हुई।
एक महिला सैलानी के चेहरे पर काफी चोटें भी आई हैं। उनकी नाक से आसपास रक्त काफी जमा था। डॉक्टरों का कहना है कि आग लगने के बाद ऑक्सीजन की मात्रा कम होने से नाक से रक्त आने लगता है। डॉक्टरों का अंदेशा है कि इनकी मौत के पीछे भी सांस न ले पाना और दम घुटना कारण है।
तीनों मृतक में एक फोटोग्राफर हतुमला सेइन है, जबकि अन्य दो महिलाओं में म्यां हातवे और दाव्मला मे शामिल हैं। बताया जा रहा है कि बृहस्पतिवार को तीनों मृतकों के शव उनके देश भेजे जाएंगे। पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों ने एम्बामिंग भी किया है।
आज वतन लौट सकता है म्यांमार से आया दल
म्यांमार से भारत बौद्घ धार्मिक स्थलों का भ्रमण करने आए आठ सदस्यीय इस समूह की अन्य चार महिला सदस्यों को भी बृहस्पतिवार को उनके देश वापस भेजा जा सकता है। ये चारों फिलहाल पहाड़गंज स्थित किसी होटल में हैं। घटना को लेकर उनमें काफी खौफ है। इसलिए म्यांमार के अधिकारी उन्हें वापस अपने देश भेजना चाहते हैं। घटना में गंभीर रुप से घायल म्यांमार की ही निवासी 28 वर्षीय म्यां न्यान को अभी कुछ दिन और अस्पताल में रहना पड़ सकता है। उनकी कूल्हे और पैर की हड्डी टूटी हुई है। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में उनका उपचार चल रहा है।
होटल अर्पित में आग लगने के मामले की दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को जांच में पता चला है कि होटल अर्पित पैलेस के टॉप फ्लोर में रात के दो ओर ढाई बजे तक पार्टी चल रही थी। होटल के मैनेजर राजेंद्र ने पूछताछ में इसकी पुष्टि की है।
पुलिस को जांच के दौरान टॉप फ्लोर से कुछ शराब की बोतलें भी मिली हैं। आग भी सबसे अधिक इसी मंजिल पर फैली थी। दूसरी ओर, पुलिस गिरफ्तार किए गए होटल के दोनों मैजेनर राजेंद्र व विकास को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। मामले में फिलहाल होटल का मालिक फरार है। पुलिस मालिक समेत अन्य लोगों की तलाश कर रही है। वहीं हादसे में मृत घोषित 15 शवों का पुलिस ने पोस्टमार्टम करा दिया है।
मामले की छानबीन कर रहे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरूआती जांच के बाद पता चला कि होटल में गेस्ट की जान से पूरी तरह खिलवाड़ किया जा रहा था। इमरजेंसी एग्जिट की ओर दर्शाने वाले कोई साइन बोर्ड नहीं थे। हादसे के समय होटल में कुल 46 कमरों से 35 में करीब 60 गेस्ट रुके हुए थे।
इसके अलावा होटल के करीब 12 कर्मचारी रात के समय ड्यूटी पर मौजूद थे। होटल से मिले रजिस्टर व अन्य सामान की मदद से मामले की छानबीन की जा रही है। होटल के दोनों मैनेजर राजेंद्र कुमार व विकास कुमार से पूछताछ की जा रही है। होटल में उस रात मौजूद कर्मचारियों की लिस्ट बनवाई जा रही है।