रोहिणी कोर्ट शूटआउट में रोचक किस्सा सामने आया है। आपसी रंजिश के चलते जितेंद्र गोगी व सुनील मान को अलग-अलग समय पर कोर्ट में पेश किया जाता था। शूटआउट वाले दिन सुनील मान को पहले पेश किया गया था। दूसरी तरफ जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपी हमलावरों ने कोर्ट में कुल 14 गोलियां चलाई थीं।
इस मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शनिवार को जांच संभाल ली। रोहिणी जिले के प्रशांत विहार पुलिस से जांच लेकर शुक्रवार रात अपराध शाखा को सौंप दी गई थी।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जितेंद्र मान उर्फ गोगी और टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के सरगना सुनील मान हत्या के प्रयास के एक मामले में एक साथ आरोपी थे।
जब ये दोस्त थे तब इन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया था। जब दोस्ती थी तब तो इनको एक साथ कोर्ट में पेश किया जाता था। रंजिश पैदा होने के बाद अलग-अलग पेश किया गया था।
हमलावरों को गोली मारने वाले एक दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एक जवान ने बताया कि उसने हमलावरों को दो गोली मारी थीं। दोनों बदमाश दोनों साइडों में बैठे थे। कोर्ट में पहले सुनील मान को पेश किया गया था। इसके बाद जितेंद्र गोगी को कोर्ट में पेश किया गया। गोगी जैसे ही कोर्ट में घुसा और हमलावरों को क्रॉस कर आगे बढ़ा हमलावरों ने खड़े होकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दिया था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार हमलावरों ने करीब 14 राउंड गोलियां चलाई थीं। हमलावरों के पास से एक पिस्टल व एक रिवॉल्वर मिली है। रिवाल्वर में छह गोलियां आती हैं। रिवाल्वर से सभी गोलियां चलीं थीं। पिस्टल में 15 गोलियां होंगी। तीन गोलियां नीचे गिर गई थीं। एक उसके चैंबर में मिली है। पिस्टल में पांच मिली हैं।
माना जा रहा है कि पिस्टल से आठ गोलियां चली होंगी। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की तरफ से 24 गोलियां चली थीं। स्पेशल सेल के जवानों ने आठ व तीसरी बटालियन के जवानों ने 14 गोलियां चलाईं।
दिल्ली पुलिस की कई यूनिटों की पुलिस मौजूद थी
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार जब बड़े गैंगस्टर को कोर्ट में पेश किया जाता है तो ज्यादातर यूनिटों की पुलिस को सूचना दी जाती है। इस कारण रोहिणी कोर्ट में दिल्ली पुलिस की कई यूनिटों के पुलिसकर्मी मौजूद थे।
तीसरी बटालियन के जवानों के अलावा स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस, नॉर्थर्न रेंज, साउथ-वेस्टर्न रेंज के पुलिस जवानों के अलावा रोहिणी जिले के स्पेशल स्टाफ के पुलिसकर्मी मौजूद थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार एक तो गैंगस्टर की सुरक्षा का मुद्दा होता है। दूसरा गैंगस्टरों से मिलने काफी बदमाश कोर्ट में आते हैं। ऐसे में पुलिस बदमाशों की धरपकड़ भी करती है।
स्पेशल सेल ने हमलावरों के एक साथी को पकड़ा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हमलावरों के एक साथी को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि वह जितेंद्र की हत्या की साजिश में शामिल था। हालांकि स्पेशल सेल हमलावरों के इस साथी के बारे में कोई खुलासा नहीं कर रही है।
विस्तार
रोहिणी कोर्ट शूटआउट में रोचक किस्सा सामने आया है। आपसी रंजिश के चलते जितेंद्र गोगी व सुनील मान को अलग-अलग समय पर कोर्ट में पेश किया जाता था। शूटआउट वाले दिन सुनील मान को पहले पेश किया गया था। दूसरी तरफ जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपी हमलावरों ने कोर्ट में कुल 14 गोलियां चलाई थीं।
इस मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शनिवार को जांच संभाल ली। रोहिणी जिले के प्रशांत विहार पुलिस से जांच लेकर शुक्रवार रात अपराध शाखा को सौंप दी गई थी।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जितेंद्र मान उर्फ गोगी और टिल्लू ताजपुरिया गिरोह के सरगना सुनील मान हत्या के प्रयास के एक मामले में एक साथ आरोपी थे।
जब ये दोस्त थे तब इन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया था। जब दोस्ती थी तब तो इनको एक साथ कोर्ट में पेश किया जाता था। रंजिश पैदा होने के बाद अलग-अलग पेश किया गया था।
हमलावरों को गोली मारने वाले एक दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एक जवान ने बताया कि उसने हमलावरों को दो गोली मारी थीं। दोनों बदमाश दोनों साइडों में बैठे थे। कोर्ट में पहले सुनील मान को पेश किया गया था। इसके बाद जितेंद्र गोगी को कोर्ट में पेश किया गया। गोगी जैसे ही कोर्ट में घुसा और हमलावरों को क्रॉस कर आगे बढ़ा हमलावरों ने खड़े होकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाना शुरू कर दिया था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार हमलावरों ने करीब 14 राउंड गोलियां चलाई थीं। हमलावरों के पास से एक पिस्टल व एक रिवॉल्वर मिली है। रिवाल्वर में छह गोलियां आती हैं। रिवाल्वर से सभी गोलियां चलीं थीं। पिस्टल में 15 गोलियां होंगी। तीन गोलियां नीचे गिर गई थीं। एक उसके चैंबर में मिली है। पिस्टल में पांच मिली हैं।
माना जा रहा है कि पिस्टल से आठ गोलियां चली होंगी। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की तरफ से 24 गोलियां चली थीं। स्पेशल सेल के जवानों ने आठ व तीसरी बटालियन के जवानों ने 14 गोलियां चलाईं।
दिल्ली पुलिस की कई यूनिटों की पुलिस मौजूद थी
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार जब बड़े गैंगस्टर को कोर्ट में पेश किया जाता है तो ज्यादातर यूनिटों की पुलिस को सूचना दी जाती है। इस कारण रोहिणी कोर्ट में दिल्ली पुलिस की कई यूनिटों के पुलिसकर्मी मौजूद थे।
तीसरी बटालियन के जवानों के अलावा स्पेशल सेल की काउंटर इंटेलीजेंस, नॉर्थर्न रेंज, साउथ-वेस्टर्न रेंज के पुलिस जवानों के अलावा रोहिणी जिले के स्पेशल स्टाफ के पुलिसकर्मी मौजूद थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार एक तो गैंगस्टर की सुरक्षा का मुद्दा होता है। दूसरा गैंगस्टरों से मिलने काफी बदमाश कोर्ट में आते हैं। ऐसे में पुलिस बदमाशों की धरपकड़ भी करती है।
स्पेशल सेल ने हमलावरों के एक साथी को पकड़ा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हमलावरों के एक साथी को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि वह जितेंद्र की हत्या की साजिश में शामिल था। हालांकि स्पेशल सेल हमलावरों के इस साथी के बारे में कोई खुलासा नहीं कर रही है।