केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षा मंत्रालय कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर रहा है और बोर्ड परीक्षा को रद्द करने पर विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि सीबीएसई द्वारा अगले दो सप्ताह के भीतर बोर्ड परीक्षा रद्द करने की घोषणा की जा सकती है। इसे लेकर समीक्षा की जा रही है। शिक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा कि बारहवीं कक्षा की परीक्षा के रद्द होने की संभावना है। उनका कहना है कि कोरोना की वजह से पैदा हुई वर्तमान स्थिति को देखते हुए परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने की संभावना है। सीबीएसई स्थिति की समीक्षा करेगा और संभवत: बारहवीं कक्षा के छात्रों के लिए एक वैकल्पिक मूल्यांकन योजना तैयार की जाएगी।
बोर्ड के ही एक दूसरे वरिष्ठ अधिकारी ने भी इस पर सहमति जताई है कि कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई वर्तमान स्थिति बेहद खराब है और ऐसे में बोर्ड परीक्षा का आयोजन कराना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस पर अंतिम निर्णय जून में समीक्षा के बाद ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति ऐसी नहीं है कि किसी भी वक्त परीक्षा का आयोजन हो सके। गौरतलब है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर की वजह से सीबीएसई बोर्ड ने दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा को रद्द कर दिया है। अब दसवीं कक्षा के छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के जरिए पास किया जाएगा। बोर्ड की तरफ से 20 जून तक दसवीं कक्षा का रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा। हालांकि बारहवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द करने को लेकर अभी तक बोर्ड की तरफ से कोई निर्णय जारी नहीं किया गया है।
बता दें कि सीबीएसई बोर्ड के साथ ही आईसीएसई बोर्ड ने भी दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दिया है। हालांकि, अभी बोर्ड ने बारहवीं कक्षा की परीक्षा पर कोई फैसला नहीं लिया है। वहीं, कई राज्य बोर्डों ने भी कोरोना वायरस के कारण संक्रमण दर बढ़ने के चलते दसवीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के जरिए पास करने की घोषणा कर दी है। कई एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुए हालात ऐसे नहीं है कि बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा का आयोजन कराया जा सकें। ऐसे में बोर्ड को बारहवीं की परीक्षा के लिए प्लान बी तैयार रखना चाहिए।