यूजीसी के स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय मूल्याकंन व प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा जामिया मिल्लिया इस्लामिया को ए प्लस प्लस ग्रेड मिलने पर कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने शिक्षकों, छात्रों और कर्मियों को बधाई दी है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने कहा कि विश्वविद्यालय के सौ साल के इतिहास में यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए आप सबका सामुहिक योगदान महत्वपूर्ण है। दरअसल नैक द्वारा किसी भी शैक्षणिक संस्थान को प्रदान किया जाने वाला यह सर्वोत्कृष्ट ग्रेड है।
जामिया के सौ साल के इतिहास में नैक ए प्लस प्लस का दर्जा सर्वोच्च उपलब्धि: कुलपति
कुलपति प्रो. अख्तर ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कैंपस बंद होने के बाद भी शिक्षण जारी रहा। कक्षाएं ऑफलाइन से ऑनलाइन चलीं तो सेमेस्टर परीक्षाएं समय से ऑनलाइन आयोजित की गईं।इसमें मूल्यांकन को भी शामिल किया गया। महामारी के समय में शिक्षा को रूकने नहीं दिया गया है।
मार्केट मांग और रोजगार के आधार पर पाठ्यक्रम में बदलाव, इंडस्ट्री विशेषज्ञों से भी लेंगे सहयोग
धीरे-धीरे शोध और आखिरी सेमेस्टर वाले छात्रों को बुलाया गया, ताकि शिक्षण जारी रहे। हालांकि कैंपस में कोरोना संक्रमण से बचाव का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। नैक की सर्वोच्च ग्रेड मिलने के बाद मैं सभी शिक्षकों, छात्रों, पूर्व छात्रों और समस्त कर्मचारियों से आह्वान करुंगी कि वे ऐसे ही जामिया को आगे बढने में सहयोग दें। विश्वविद्यालय को इससे पहले 2015 में नैक ने जामिया को ए ग्रेड दिया था। उस समय विभिन्न पैरामीटर पर विश्वविद्यालय को कुल 3.09 अंक दिये गए थे। जबकि इस बार 3.61 अंक मिले हैं।
सर्वोच्च ग्रेड से सबको मिला जवाब
कुलपति ने कहा कि यह ग्रेड ऐसे समय (14 दिसंबर 2019 को कैंपस के बाहर सीएए का विरोध चल रहा था और 15 दिसंबर को प्रदर्शनकारी पुलिस से बचने को कैंपस के अंदर आ गए और पुलिस ने लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे छात्रों पर प्रदर्शनकारी समझकर लाठीचार्ज कर दिया था।) में मिला है जब जामिया पर सवाल उठाए गए थे। हालांकि विश्वविद्यालय ने ए प्लस प्लस ग्रेड हासिल ने सबको जवाब दे दिया है।
पाठ्यक्रम में बदलाव होगा
कुलपति ने कहा कि विभिन्न डिग्री प्रोग्राम के पाठ्यक्रम में बदलाव होगा। मार्केट डिमांड और रोजगार के आधार पर पाठ्यक्रम डिजाइन किया जाएगा। इसके लिए इंडस्ट्री के विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा,ताकि वे पाठ्यक्रम डिजाइन में सुझाव दे सकें।
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यूजीसी के स्वायत्त संस्थान राष्ट्रीय मूल्याकंन व प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा जामिया मिल्लिया इस्लामिया को ए प्लस प्लस ग्रेड मिलने पर कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने शिक्षकों, छात्रों और कर्मियों को बधाई दी है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया कुलपति प्रो. नजमा अख्तर ने कहा कि विश्वविद्यालय के सौ साल के इतिहास में यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। इसके लिए आप सबका सामुहिक योगदान महत्वपूर्ण है। दरअसल नैक द्वारा किसी भी शैक्षणिक संस्थान को प्रदान किया जाने वाला यह सर्वोत्कृष्ट ग्रेड है।
जामिया के सौ साल के इतिहास में नैक ए प्लस प्लस का दर्जा सर्वोच्च उपलब्धि: कुलपति
कुलपति प्रो. अख्तर ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कैंपस बंद होने के बाद भी शिक्षण जारी रहा। कक्षाएं ऑफलाइन से ऑनलाइन चलीं तो सेमेस्टर परीक्षाएं समय से ऑनलाइन आयोजित की गईं।इसमें मूल्यांकन को भी शामिल किया गया। महामारी के समय में शिक्षा को रूकने नहीं दिया गया है।
मार्केट मांग और रोजगार के आधार पर पाठ्यक्रम में बदलाव, इंडस्ट्री विशेषज्ञों से भी लेंगे सहयोग
धीरे-धीरे शोध और आखिरी सेमेस्टर वाले छात्रों को बुलाया गया, ताकि शिक्षण जारी रहे। हालांकि कैंपस में कोरोना संक्रमण से बचाव का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। नैक की सर्वोच्च ग्रेड मिलने के बाद मैं सभी शिक्षकों, छात्रों, पूर्व छात्रों और समस्त कर्मचारियों से आह्वान करुंगी कि वे ऐसे ही जामिया को आगे बढने में सहयोग दें। विश्वविद्यालय को इससे पहले 2015 में नैक ने जामिया को ए ग्रेड दिया था। उस समय विभिन्न पैरामीटर पर विश्वविद्यालय को कुल 3.09 अंक दिये गए थे। जबकि इस बार 3.61 अंक मिले हैं।
सर्वोच्च ग्रेड से सबको मिला जवाब
कुलपति ने कहा कि यह ग्रेड ऐसे समय (14 दिसंबर 2019 को कैंपस के बाहर सीएए का विरोध चल रहा था और 15 दिसंबर को प्रदर्शनकारी पुलिस से बचने को कैंपस के अंदर आ गए और पुलिस ने लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे छात्रों पर प्रदर्शनकारी समझकर लाठीचार्ज कर दिया था।) में मिला है जब जामिया पर सवाल उठाए गए थे। हालांकि विश्वविद्यालय ने ए प्लस प्लस ग्रेड हासिल ने सबको जवाब दे दिया है।
पाठ्यक्रम में बदलाव होगा
कुलपति ने कहा कि विभिन्न डिग्री प्रोग्राम के पाठ्यक्रम में बदलाव होगा। मार्केट डिमांड और रोजगार के आधार पर पाठ्यक्रम डिजाइन किया जाएगा। इसके लिए इंडस्ट्री के विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा,ताकि वे पाठ्यक्रम डिजाइन में सुझाव दे सकें।