जिंदगी सतरंगी है, इंद्रधनुष जैसी है, इसके रंगों से दुनिया गुलजार है...वगैरह वगैरह। ये सब बातें उनके लिए हैं तो एंट्रेंस एग्जामिनेशन की मोह माया से बाहर निकल चुके हैं। उनसे पूछिए जो दिन रात किताबों और मेड ईजी की घुट्टी पीते रहते हैं। उनकी जिंदगी बस इतनी सी है, गेटअप, रीड, ईट, स्लीप, रिपीट। जिंदगी का दूसरा कोई रंग नहीं। सब कुछ बिल्कुल ब्लैक एंड व्हाइट। और, तभी जब कोटा में रहने वाले लाखों छात्रों की जिंदगी पर टीवीएफ ने दो साल पहले सीरीज बनाई ‘कोटा फैक्ट्री’ तो उसे भी ब्लैक एंड व्हाइट ही शूट किया गया। निर्देशक राघव सुब्बु अपनी वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ की कुछ और कहानियां लेकर अगले महीने लौट रहे हैं इसके सेकंड सीजन में। इस बीच इसका पहला सीजन भी नेटफ्लिक्स पर पहुंच चुका है। वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ के दूसरे सीजन का प्रसारण भी इस बार नेटफ्लिक्स पर ही होगा।
वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ देश की पहली ऐसी वेब सीरीज है जो ब्लैक एंड व्हाइट में शूट की गई। ये कहानी है राजस्थान के कोटा शहर में रहने वाले छात्रों, वहां के लोगों और वहां की कोचिंग इंडस्ट्री की। कोटा में देश दुनिया के लाखों बच्चे हर साल इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने के लिए आते। इसी में से एक छात्र है वैभव। एक आम हिंदुस्तानी किशोर की तरह दिखने वाले वैभव की दुनिया में जीतू भैया नए जमाने के ‘द्रोणाचार्य’ बनकर आते हैं। वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ में लगातार ऐसे लम्हों को दिखाया जाता है जो घरवालों के दबाव में या अपने मन से कोटा चले आए छात्रों के जीवन में रोज घटते हैं। इस बार के सीजन में कहानी ने नई करवट ली है। वैभव थोड़ा और दुनियादारी समझ चुका है और जीतू भैया बता रहे हैं कि सपने मत देखो, लक्ष्य पर नजर रखो।
नेटफ्लिक्स पर वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ का दूसरा सीजन 24 सितंबर से प्रसारित होने वाला है। इसके पहले इसी ओटीटी पर इसका पहला सीजन भी उपलब्ध करा दिया गया है। पहले सीजन के किरदारों में वैभव और जीतू भैया के अलावा उदय, शिवांगी और मीना के भी दिलचस्प किस्से हैं और नए सीजन के इंतजार के दौरान इसे देखने का भी आनंद नेटफ्लिक्स पर लिया जा सकता है। शो में इन किरदारों को मयूर मोरे, जीतेंद्र कुमार के साथ रंजन राज, आलम खान, एहसास चानना, रेवती पिल्लई और उर्वी सिंग ने अभिनीत किया है।
सीरीज के निर्देशक राघव सुब्बु कहते हैं, ‘बतौर निर्देशक मैं ऐसी कहानियां रचने की कोशिश करता हूं जो दर्शकों को प्रेरित करने के साथ साथ उन्हें मंत्रमुग्ध भी कर सकें। वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ के दूसरे सीजन में कोटा में रहने वाले छात्रों के दैनिक जीवन की समस्याएं, बाधाएं और कल्पनाएं तो होंगी ही साथ ही इस बार इस कहानी की पकड़ थोड़ी और बेहतर और थोड़ा और हकीकत के करीब होगी। नेटफ्लिक्स पर इस कहानी के आने से इसका प्रसार वैविध्यपूर्ण रुचियों वाले दर्शकों तक होने जा रहा है, ये मेरी लिए और उत्साहजनक बात है।’
द वाइरल फीवर की बनाई वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ के सीजन 2 की लेखकों की टीम में इसके रचयिता सौरभ खन्ना के अलावा अभिषेक यादव, पुनीत बत्रा और मनोज कलवानी शामिल हैं। नेटफ्लिक्स इंडिया की इंटरनेशनल ओरीजनल्स की निदेशक तान्या बामी कहती हैं, ‘नेटफ्लिक्स पर हम वेब सीरीज ‘कोटा फैक्ट्री’ के दूसरे सीजन में इस कहानी के सारे दिलचस्प किरदारों को फिर से लाने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। पहले सीजन की तरह दूसरे सीजन में भी युवाओं की कॉलेज जीवन की वास्तविक और भरोसा करने लायक दुनिया की पसंदों और संघर्षों की जो झलक है वह सिर्फ कोटा की ही नहीं बल्कि देश के किसी भी हिस्से की हो सकती है।