Movie Review
अनपॉज्ड नया सफर
कलाकार
रसिका अगाशे
,
नागराज मंजुले
,
अर्जुन करचेंड
,
साकिब सलीम
,
आशीष वर्मा
,
सैम मोहन
,
श्रेया धनवंतरी
,
प्रियांशु पेन्युली
,
दर्शना राजेंद्रन
,
अक्षवीर सिंह सरन
,
नीना कुलकर्णी
और
गीतांजलि कुलकर्णी
निर्देशक
शिखा माकन
,
नूपुर अस्थाना
,
रुचिर अरुण
,
अयप्पा केएम
और
नागराज मंजुले
हरिश्चंद्र ने वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर जब अपने ही पुत्र रोहिताश्व को जलाने के लिए अपनी पत्नी से कर मांगा और उनकी पत्नी ने अपनी पहनी हुई साड़ी का हिस्सा कर के रूप में देने के लिए उसे जब फाड़ा, तो ईश्वर प्रसन्न हुए। दो साल हो गए दुनिया में कोरोना का संक्रमण फैले हुए। श्मशान घाट की एक दीवार पर बनी शिव की एक आदमकद आकृति के सामने अस्थि भस्म का ढेर बढ़ते बढ़ते उनकी कमर तक पहुंच गया। और, इन सारी चिताओं को अग्नि देने वाला सिर्फ एक इंसान। इतनी लाशें जलीं कि उनकी राख से पूरी ट्रैक्टर ट्रॉली भर गई। पिता कोविड वार्ड में भर्ती। मकान मालिक घर खाली कराने पर आमादा। और, पुलिस भी मौका मिलने पर एक डंडा धर ही देती है। लेकिन, कलयुग में भी ‘वैकुंठ’ मिलता है। इसी धरती पर। इंसान के अपने कर्मों से। कहने को अभी तो साल के पहले महीने का आखिरी शुक्रवार बाकी है लेकिन अगले सप्ताहांत पर कोई भी ऐसी हिंदी फिल्म सूची में शामिल नहीं है जो ‘वैकुंठ’ का मुकाबला कर सके। निर्देशक, अभिनेता नागराज मंजुले की प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई शॉर्ट फिल्म ‘वैकुंठ’ साल की पहली फोर स्टार फिल्म है, देखिएगा जरूर। और, ये फिल्म ही इस फिल्मावली की ओवरऑल रेटिंग तीन तक लाने में बड़ी भूमिका भी निभाती है।