मुख्यमंत्री ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गोरखपुर के 40 हजार प्रवासी कामगारों के बैंक खातों में एक-एक हजार रुपये भेजे। इस दौरान उन्होंने जिले के दो प्रवासी कामगारों से संवाद स्थापित कर दूसरे कामगारों का भी हौसला बढ़ाने के साथ यह विश्वास दिलाया कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार उनके साथ है।
मुख्यमंत्री ने दीपू की राय जाननी चाही, यही वजह रही कि उन्होंने जब दीपू से पूछा कि अगर गोरखपुर में काम मिले तो करोगे? दीपू ने तपाक से हामी भरते हुए सीएम के प्रति आभार जताया। यही नहीं, सीएम ने दीपू से क्वारंटीन सेंटर समेत प्रवासी मजदूरों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं के बारे में भी फीडबैक लिया।
मुख्यमंत्री के सवालों पर दीपू ने बताया कि प्रशासन ने उसकी पूरी मदद की। सेफ्टी किट, राशन भी दिया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद उसके चेहरे पर खुशी साफ तैर रही थी। एक सवाल के जवाब में उसने कहा- यकीन नहीं हो रहा कि मुख्यमंत्री से सीधे बात करने का मौका मिला।
दीपू के बाद मुख्यमंत्री ने दिल्ली से लौटे दीपू के ही गांव के संदीप से बात की। उन्होंने उसके काम के बारे में पूछा और फिर पूछा - गोरखपुर में काम करना चाहोगे, तो संदीप ने हामी भरते हुए कहा कि बिल्कुल करेंगे। अब बाहर नहीं जाएंगे। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जो लोग भी दूसरे प्रांतों से लौटे हैं उन सभी को रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
गोरखपुर के पांच श्रमिकों को एनआईसी भवन में बुलाया गया था। इसमें संदीप और राजू से मुख्यमंत्री ने बात की और सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली। बाहर से आए 40 हजार श्रमिकों के खाते में एक-एक हजार रुपये स्थानांतरित हो चुके हैं। बाकी बचे श्रमिकों के खाते में दो से तीन दिन के अंदर पैसा चला जाएगा।
इन पांच श्रमिकों को बुलाया गया था
- संदीप- जंगल रामगढ़ चवंरी, सदर तहसील
- दीपू - जंगल रामगढ़ चंवरी, सदर तहसील
- संतोष- जंगल चवंरी, सदर तहसील
- अनिल, करजहां, चौरीचौरा तहसील
- उपेंद्र, करजहां, चौरीचौरा
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मुख्यमंत्री ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए गोरखपुर के 40 हजार प्रवासी कामगारों के बैंक खातों में एक-एक हजार रुपये भेजे। इस दौरान उन्होंने जिले के दो प्रवासी कामगारों से संवाद स्थापित कर दूसरे कामगारों का भी हौसला बढ़ाने के साथ यह विश्वास दिलाया कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार उनके साथ है।
मुख्यमंत्री ने दीपू की राय जाननी चाही, यही वजह रही कि उन्होंने जब दीपू से पूछा कि अगर गोरखपुर में काम मिले तो करोगे? दीपू ने तपाक से हामी भरते हुए सीएम के प्रति आभार जताया। यही नहीं, सीएम ने दीपू से क्वारंटीन सेंटर समेत प्रवासी मजदूरों को मिलने वाली अन्य सुविधाओं के बारे में भी फीडबैक लिया।
मुख्यमंत्री के सवालों पर दीपू ने बताया कि प्रशासन ने उसकी पूरी मदद की। सेफ्टी किट, राशन भी दिया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के बाद उसके चेहरे पर खुशी साफ तैर रही थी। एक सवाल के जवाब में उसने कहा- यकीन नहीं हो रहा कि मुख्यमंत्री से सीधे बात करने का मौका मिला।