कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान आरंभ होने से होटल व्यवसायी पर्यटन स्थली पर अपना कारोबार करने को इच्छुक दिख रहे हैं। शुक्रवार की सुबह इसी को लेकर वाराणसी से ताज होटल के महाप्रबंधक विवेक शर्मा अपने वित्तीय सलाहकार के साथ कुशीनगर पहुंचे। उन्होंने दो स्थलों का दौरा किया। दोनों स्थल निरस्त हो चुकी मैत्रेय परियोजना के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि पर हैं। इसके बाद जिला मुख्यालय पहुंचकर टीम ने डीएम एस. राजलिंगम से मुलाकात कर अपनी बात रखी। डीएम ने पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया।
सुबह टीम क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी गोरखपुर रविंद्र कुमार मिश्र के साथ होटल पथिक निवास पहुंची। कुछ समय ठहरने के बाद टीम लेखपाल नीलेश रंजन राव के साथ भूमि का निरीक्षण करने निकल गई। सबसे पहले थाई मंदिर के सामने बने मैत्रेय परियोजना के कार्यालय पहुंचे। बंद गेट को खुलवाकर अंदर गए।
लेखपाल से टीम के सदस्यों ने भूमि की स्थिति के बारे में जानकारी ली। टीम पैदल ही इंपीरियल होटल के सामने तक गई और पूरी भूमि की स्थिति से अवगत हुई। इसके बाद मैत्रेय शिलान्यास स्थल जो रामाभार स्तूप के दक्षिण स्थित है, उसे भी देखा।
लेखपाल की ओर से दिखाई गई भूमि का महाप्रबंधक ने फोटाग्राफ भी खींचा। यह टीम बनारस के ताज होटल के स्वामी डॉ. अनंत नारायण सिंह के निर्देश पर दौरे पर आई थी।
महाप्रबंधक ने बताया कि ताज की एक इकाई कुशीनगर में लगाई जानी है। इसे लेकर 25 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। आरंभ में 10 एकड़ से ही काम शुरू किया जाएगा। वहीं, डीएम ने बताया कि ताज होटल वाराणसी से दो सदस्यीय टीम आई थी। टीम कुशीनगर में होटल स्थापित करना चाहती है। बातचीत हुई है। प्रशासन उनका सहयोग करेगा।
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कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उड़ान आरंभ होने से होटल व्यवसायी पर्यटन स्थली पर अपना कारोबार करने को इच्छुक दिख रहे हैं। शुक्रवार की सुबह इसी को लेकर वाराणसी से ताज होटल के महाप्रबंधक विवेक शर्मा अपने वित्तीय सलाहकार के साथ कुशीनगर पहुंचे। उन्होंने दो स्थलों का दौरा किया। दोनों स्थल निरस्त हो चुकी मैत्रेय परियोजना के लिए अधिग्रहीत की गई भूमि पर हैं। इसके बाद जिला मुख्यालय पहुंचकर टीम ने डीएम एस. राजलिंगम से मुलाकात कर अपनी बात रखी। डीएम ने पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया।
सुबह टीम क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी गोरखपुर रविंद्र कुमार मिश्र के साथ होटल पथिक निवास पहुंची। कुछ समय ठहरने के बाद टीम लेखपाल नीलेश रंजन राव के साथ भूमि का निरीक्षण करने निकल गई। सबसे पहले थाई मंदिर के सामने बने मैत्रेय परियोजना के कार्यालय पहुंचे। बंद गेट को खुलवाकर अंदर गए।
लेखपाल से टीम के सदस्यों ने भूमि की स्थिति के बारे में जानकारी ली। टीम पैदल ही इंपीरियल होटल के सामने तक गई और पूरी भूमि की स्थिति से अवगत हुई। इसके बाद मैत्रेय शिलान्यास स्थल जो रामाभार स्तूप के दक्षिण स्थित है, उसे भी देखा।
लेखपाल की ओर से दिखाई गई भूमि का महाप्रबंधक ने फोटाग्राफ भी खींचा। यह टीम बनारस के ताज होटल के स्वामी डॉ. अनंत नारायण सिंह के निर्देश पर दौरे पर आई थी।
महाप्रबंधक ने बताया कि ताज की एक इकाई कुशीनगर में लगाई जानी है। इसे लेकर 25 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। आरंभ में 10 एकड़ से ही काम शुरू किया जाएगा। वहीं, डीएम ने बताया कि ताज होटल वाराणसी से दो सदस्यीय टीम आई थी। टीम कुशीनगर में होटल स्थापित करना चाहती है। बातचीत हुई है। प्रशासन उनका सहयोग करेगा।