न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पंचकूला
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Tue, 12 Oct 2021 11:43 PM IST
पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत में मंगलवार को बहुचर्चित रणजीत सिंह हत्याकांड मामले में डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह समेत पांचों दोषी पेश हुए। डेरामुखी ने सुनारिया जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि अन्य चारों को पुलिस कोर्ट में लेकर पहुंची थी। इस दौरान शहर में स्थित नाम चर्चा घरों में सन्नाटा पसरा रहा। इसके बाद भी पुलिस अधिकारी नाम चर्चा घरों के बाहर होने वाली गतिविधियों की जानकारी लेते रहे।
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शहर में सुरक्षा के मद्देनजर करीब सात सौ जवानों को तैनात किया गया था। बज्र और रैपिड एक्शन फोर्स को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। शहर की सीमा से लेकर शहर के अंदर तक पुलिस ने नाके लगाकर वाहनों की गहनता से जांच की। मामले की संवेदनशीलता को देखते खुफिया तंत्र भी पूरी तरह से सक्रिय रहा। पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा ने जिले में धारा-144 लागू कर किसी भी स्थान पर पांच से अधिक व्यक्तियों को एक साथ ठहरने नहीं दिया। वहीं, पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी कोर्ट का दौर कर पल-पल की जानकारी लेते नजर आ रहे थे।
पंचकूला की सीमाओं से शहर में प्रवेश करने वाले सभी नाकों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। शहर के अंदर 17 नाके लगाकर करीब सात सौ जवानों को तैनात किया गया था। आने-जाने वाले सभी वाहनों की पूरी चेकिंग कर रहे थे। शाम को जैसे ही कोर्ट ने सजा पर फैसला 18 अक्तूबर को सुनाने का आदेश दिया पुलिस जवानों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
बहुचर्चित रणजीत सिंह हत्याकांड में मंगलवार को फैसला आने की संभावना के मद्देनजर कोर्ट परिसर छावनी में तबदील था। सुरक्षा में आईटीबीपी की एक बटालियन को तैनात किया गया था। वहीं, सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी डीएसपी सतीश कुमार खुद संभाल रहे थे। वह लगातार पुलिस और आईटीबीपी के जवानों को निर्देश दे रहे थे। वहीं, प्रदेश का खुफिया विभाग दिनभर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इनपुट जुटाता रहा। साथ ही जजों और उनके घरों की भी सुरक्षा बढ़ाई गई थी।
डीएसपी सतीश कुमार ने कहा कि मामले की संवेदनशीलता को देखकर कोर्ट परिसर की तरफ आने वाले हर वाहनों को चेक करने का आदेश दिया गया है। वहीं, कोर्ट की तरफ किसी भी वाहन को आने की इजाजत नहीं दी गई है। कोर्ट में रुटीन कार्य के लिए आने वाले लोगों को पार्किंग के रास्ते जाने की अनुमति प्रदान की गई है। लेकिन, कोर्ट में वह तभी प्रवेश कर पाएंगे जब तलाशी पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर कोर्ट परिसर में एक बज्र, एक रैपिड वाहन को भी तैनात किया गया। उन्होंने बताया कि शहर के प्रवेशद्वार पर हरियाणा पुलिस के जवानों की ड्यूटी लगाई गई, जो दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों की गहनता से जांच कर रहे थे। कोर्ट के चारों तरफ प्रवेशद्वार पर आईटीबीपी और हरियाणा पुलिस के जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
विस्तार
पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत में मंगलवार को बहुचर्चित रणजीत सिंह हत्याकांड मामले में डेरामुखी गुरमीत राम रहीम सिंह समेत पांचों दोषी पेश हुए। डेरामुखी ने सुनारिया जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जबकि अन्य चारों को पुलिस कोर्ट में लेकर पहुंची थी। इस दौरान शहर में स्थित नाम चर्चा घरों में सन्नाटा पसरा रहा। इसके बाद भी पुलिस अधिकारी नाम चर्चा घरों के बाहर होने वाली गतिविधियों की जानकारी लेते रहे।
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शहर में सुरक्षा के मद्देनजर करीब सात सौ जवानों को तैनात किया गया था। बज्र और रैपिड एक्शन फोर्स को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। शहर की सीमा से लेकर शहर के अंदर तक पुलिस ने नाके लगाकर वाहनों की गहनता से जांच की। मामले की संवेदनशीलता को देखते खुफिया तंत्र भी पूरी तरह से सक्रिय रहा। पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा ने जिले में धारा-144 लागू कर किसी भी स्थान पर पांच से अधिक व्यक्तियों को एक साथ ठहरने नहीं दिया। वहीं, पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी कोर्ट का दौर कर पल-पल की जानकारी लेते नजर आ रहे थे।
पंचकूला की सीमाओं से शहर में प्रवेश करने वाले सभी नाकों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। शहर के अंदर 17 नाके लगाकर करीब सात सौ जवानों को तैनात किया गया था। आने-जाने वाले सभी वाहनों की पूरी चेकिंग कर रहे थे। शाम को जैसे ही कोर्ट ने सजा पर फैसला 18 अक्तूबर को सुनाने का आदेश दिया पुलिस जवानों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली।