न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रोहतक (हरियाणा)
Published by: निवेदिता वर्मा
Updated Fri, 29 Jan 2021 03:49 PM IST
सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे दंपती की दम घुटने से मौत हो गई। कमरे में अंगीठी का धुआं भर जाने के कारण जहरीली गैस बनने से हादसा होना बताया जा रहा है। वहीं दूसरे कमरे में सो रहे बेटा और बेटी सुरक्षित हैं। माता-पिता को मृत पड़ा देख बेटे ने इसकी जानकारी मकान मालिक को दी। मकान मालिक ने पुलिस को अवगत कराया। सूचना मिलते ही सांपला थाना प्रभारी इंसपेक्टर राजेंद्र बूरा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां मृतक दंपती के इकलौते बेटे के बयान के आधार पर पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए।
सांपला कुलताना मार्ग से भापड़ोदा की ओर जा रहे अप्रोच मार्ग पर एक केमिकल फैक्टरी है, जिसमें यूपी के सीतापुर जिले के निवासी 42 वर्षीय रामपाल व उसकी पत्नी जयंती (38) मजदूरी करते थे। उन्होंने फैक्ट्री के पास किराये पर रहने के लिए कमरा लिया हुआ था। गुरुवार की शाम को दंपती ने सर्दी से बचने के लिए रात को एक तसले में लकड़ी व कोयला जलाया और कमरे का दरवाजा बंद कर सो गए थे।
धुआं कमरे में भर जाने के कारण उनका दम घुट गया और दंपती की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह जब वे नहीं उठे तो पास के कमरे में सो रहे उसके बेटे संदीप ने दरवाजा खोला। अंदर देखा तो उसके माता-पिता मृत पड़े थे और कमरे में धुआं भरा था।
बेटी की शादी तय कर सीतापुर से लौटा था परिवार
बेटे संदीप ने बताया कि उसकी छोटी बहन रोशनी की शादी तय करने माता-पिता सीतापुर गए थे। वहां से रिश्ता तय कर शादी मई माह में करने का तय हुआ था। इसके बाद गुरुवार की सुबह ही दोनों लौटे थे। सफर की थकान के बाद शाम को जल्द ही खाना खाकर सो गए थे। माता-पिता ने ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाई थी।
सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे दंपती की दम घुटने से मौत हो गई। कमरे में अंगीठी का धुआं भर जाने के कारण जहरीली गैस बनने से हादसा होना बताया जा रहा है। वहीं दूसरे कमरे में सो रहे बेटा और बेटी सुरक्षित हैं। माता-पिता को मृत पड़ा देख बेटे ने इसकी जानकारी मकान मालिक को दी। मकान मालिक ने पुलिस को अवगत कराया। सूचना मिलते ही सांपला थाना प्रभारी इंसपेक्टर राजेंद्र बूरा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। जहां मृतक दंपती के इकलौते बेटे के बयान के आधार पर पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए।
सांपला कुलताना मार्ग से भापड़ोदा की ओर जा रहे अप्रोच मार्ग पर एक केमिकल फैक्टरी है, जिसमें यूपी के सीतापुर जिले के निवासी 42 वर्षीय रामपाल व उसकी पत्नी जयंती (38) मजदूरी करते थे। उन्होंने फैक्ट्री के पास किराये पर रहने के लिए कमरा लिया हुआ था। गुरुवार की शाम को दंपती ने सर्दी से बचने के लिए रात को एक तसले में लकड़ी व कोयला जलाया और कमरे का दरवाजा बंद कर सो गए थे।
धुआं कमरे में भर जाने के कारण उनका दम घुट गया और दंपती की मौत हो गई। शुक्रवार सुबह जब वे नहीं उठे तो पास के कमरे में सो रहे उसके बेटे संदीप ने दरवाजा खोला। अंदर देखा तो उसके माता-पिता मृत पड़े थे और कमरे में धुआं भरा था।
बेटी की शादी तय कर सीतापुर से लौटा था परिवार
बेटे संदीप ने बताया कि उसकी छोटी बहन रोशनी की शादी तय करने माता-पिता सीतापुर गए थे। वहां से रिश्ता तय कर शादी मई माह में करने का तय हुआ था। इसके बाद गुरुवार की सुबह ही दोनों लौटे थे। सफर की थकान के बाद शाम को जल्द ही खाना खाकर सो गए थे। माता-पिता ने ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाई थी।
पुलिस ने जांच में पाया कि जिस कमरे में पति-पत्नी सो रहे थे, उसमें कोई खिड़की नहीं लगी थी। हवा पास करने के लिए बने रोशनदान में एक गत्ता फिट किया था। दोनों की मौत दम घुटने के कारण हुई है। - इंसपेक्टर राजेंद्रा बूरा, सांपला थाना प्रभारी।