यमुनानगर। डेढ़ साल से अधर में लटके कैल-कलानौर मार्ग चौड़ीकरण प्रोजेक्ट को लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सर्दी में कम टेंपरेचर होने से पहले पूरा करने का जोर लगा रहे हैं। अब तक मार्ग के बीच निर्माण कार्य से अछूते रहे पंचायत भवन से कन्हैया साहिब चौक तक के हिस्से पर दो दिन से तेजी से तारकौल-बजरी गिराकर रोलर चलाए जा रहे हैं। हालांकि एक्सईएन नवीन खत्री का कहना है कि मार्ग का निर्माण कार्य जहां-जहां होना बाकी है, वहां 10 दिन पूरा हो जाएगा। किंतु काम में दो वजह अड़ंगा बन सकती है, जिनमें पहली वजह मार्ग के बीच अधूरी पड़ी नगर निगम की स्टॉर्म ड्रेन है तो दूसरी वजह सर्दी में तापमान कम होना रहेगा।
उत्तर प्रदेश की सीमा पर कलानौर से कैल तक शहर के बीच से निकल रहा करीब 23 किलोमीटर मार्ग पहले नेशनल हाईवे के पास था। पंचकूला से कलानौर तक नेशनल हाईवे-344 बनने के बाद कैल से कलानौर मार्ग लोनिवि के पास आ गया। जिसे सीएम मनोहर लाल ने चौड़ा करने की घोषणा की थी। इसके तहत जहां रोड सात मीटर है, वहां उसकी चौड़ाई 10 मीटर करने और जहां पहले ही रोड 10 मीटर है, वहां पर रोड को फोरलेन करने की योजना बनी।
इस पर करीब 32 करोड़ 41 लाख रुपये की अनुमानित लागत से निर्माण के लिए 20 नवंबर 2019 को कंस्ट्रक्शन कंपनी को वर्क ऑर्डर हुआ। ये काम अब तक अधूरा है, चूंकि कभी मौसम का खलल तो कभी मार्ग के बीच आते वन विभाग के पेड़ व बिजली निगम के पोल व तार हटाने सहित अन्य एनओसी से लेकर औपचारिकताएं पूरी करने में काम अटका रहा। अब भी शहर के बीच कैल-कलानौर मार्ग पर पंचायत भवन से विश्वकर्मा चौक और पश्चिमी यमुना नहर के पुल समीप काम अधूरा है।
नगर निगम की अधूरी स्टॉर्म ड्रेन फेर सकती लोनिवि की योजना में पानी
सर्दी में ज्यादा कम टेंपरेचर पर तारकोल सड़कें नहीं बनती, इसलिए पीडब्ल्यूडी अफसर 10 दिन में मार्ग का बचा निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं, लेकिन मार्ग पर कन्हैया साहिब चौक से महाराणा प्रताप चौक के बीच कुछ हिस्से में अधूरी पड़ी नगर निगम की स्टॉर्म ड्रेन पीडब्ल्यूडी अफसरों के अरमान पर पानी फेर सकती है। चूंकि नगर निगम की ड्रेन के काम से मार्ग पर सरोजनी कॉलोनी समीप खोदाई हुई पड़ी है, जहां पीडब्ल्यूडी चाहकर भी सड़क निर्माण नहीं कर सकते हैं। बता दें कि इससे पहले भी तीन साल से निर्माणाधीन जगाधरी से जम्मू कॉलोनी तक कई हिस्सों में स्टॉर्म ड्रेन के काम से सालभर पीडब्ल्यूडी के सड़क निर्माण कार्य भी लटका रहा है।
शहर के साथ निकलता कई राज्यों का ट्रैफिक
भले पंचकूला से कलानौर तक नेशनल हाईवे-344 बनने से शहर के बीच पुराने-73 के कैल-कलानौर मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम हुआ है, पर अब भी मार्ग से शहर के अलावा हरियाणा, यूपी, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड व अन्य राज्यों का ट्रैफिक निकलता है। जिस कारण मार्ग पर कई प्वाइंट पर जाम की स्थिति रहती है, जिसमें मार्ग चौड़ा होने पर कुछ राहत मिल पाएगी।
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वर्जन
नगर निगम की स्टॉर्म ड्रेन अड़चन न बने और सर्दी में तापमान ज्यादा कम न हुआ तो कैल-कलानौर मार्ग पर जहां-जहां काम अधूरा है, वहां अगले 10 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
- नवीन खत्री, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी।