प्रतापनगर। सर्दी शुरू होते ही हथिनीकुुंड बैराज भी विदेशी मेहमानों से गुलजार होने लगा है। दो दिनों में यहां सैकड़ों प्रवासी पक्षी देखे गए। प्रवासी पक्षियों आगमन के साथ ही पर्यटक यहां विदेशी मेहमानों की अठखेलियां देखने पहुंचने लगे हैं। हालांकि फिलहाल सर्दी कम है, सर्दी बढ़ने के साथ ही यहां पर हजारों विदेशी पंछी आ जाएंगे। हथिनी कुंड पर बैठे इन प्रवासियों पक्षियों की आवाज भी दूर-दूर तक सुनाई दे रही है, जिसे सुनकर आसपास के लोग इन्हें देखने आने लग गए हैं।
यहां से गुजरने वाले राहगीर इन पंछियों व प्राकृतिक का मनोरम दृश्य देखने के लिए रुकने को मजबूर हो रहे हैं। बता दें कि हर साल सर्दियों में हथिनी कुंड बैराज पर विभिन्न प्रजातियों के प्रवासी पक्षी आते हैं। ठंडे देशों में बर्फ पड़ने लगती है तो पंछी यहां आ जाते हैं। विभिन्न देशों के प्रवासी पंछी हथिनी कुंड बैराज के साथ देहरादून के आसन बैराज व चंडीगढ़ समेत विभिन्न जगहों पर दिखे जा सकते हैं।
बता दें कि पिछले वर्ष अक्तूबर और नवंबर में कड़ाके की सर्दी पड़ने लगी थी। उस समय हथिनीकुंड बैराज पर प्रवासी पक्षियों की संख्या हजारों में पहुंच गई थी। हालांकि वाइल्ड लाइफ की तरफ से यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। विदेशों से यहां पहुंचने वाले पक्षियों को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक भी यहां आते हैं।
प्रवासी पक्षियों को खूब भाता है यहां का वातावरण
हथिनी कुंड बैराज समेत विभिन्न जगहों पर नहर में पानी पीते, अठखेलियां करते इन प्रवासी पक्षियों को देखने से प्रतीत होता है कि यहां का वातावरण इन्हें खूब भाता है। क्षेत्र में नेशनल पार्क कलेसर, ताजेवाला, नहर घाट, दादूपुर हेड, पश्चिमी यमुना नहर, बुड़िया व हमीदा हेड इत्यादि स्थानों पर विदेशी पंछी भ्रमण करते हैं। वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों के अनुसार यहां का वातावरण पंछियों के लिए बहुत अच्छा है। जिस कारण तीन महीने इनका प्रवास यहां पर रहता है।
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इन प्रजातियों के आते हैं पंछी
हर वर्ष सर्दी में विदेशों से सैकड़ों प्रजाति के पंछी यहां प्रवास के लिए आते हैं। इस दौरान यहां पर साइबेरियन मुरगाबी, पिंन टेल डक, सपोर्ट बिल, हेडेड गूज, कूट सहित अन्य प्रजातियों के प्रवासी पक्षी यहां देखे जा सकते हैं। सर्दी बढ़ने के साथ ही प्रवासी पक्षियों की संख्या में इजाफा होने लगेगा। करीब तीन महीने हजारों विदेशी पंछी नहर किनारे घाटों व बैराजों पर नजर आएंगे।
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वाइल्डलाइफ करता है प्रवासी पक्षियों की देखरेख
यहां पर आने वाले प्रवासी पक्षियों की देखरेख व सुरक्षा वन्य प्राणी विभाग संभालता है। प्रवासी पक्षियों का शिकार करने व छेड़छाड़ करने वालों पर नजर रखी जाती है। वाइल्ड लाइफ जिला अधिकारी सुनील तंवर ने बताया कि प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सुल्तानपुर और भिंडावास हरियाणा का बर्ड सेंचुरी एरिया है। वहां पर आने वाले पक्षियों का डाटा भी रखा जाता है। हथिनीकुंड बैराज पर आने वाले पक्षियों का डाटा रखने की जरूरत नहीं है, चूंकि यहां पर बर्ड सेंचुरी नहीं है।