भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनातनी वाले इलाकों से सेना हटाने पर बनी सहमति के बाद आई सैटेलाइट तस्वीरों ने फिर चीन की चालबाजी का खुलासा किया है। ताजा तस्वीराें में फिंगर-4 के पास अब भी चीनी मोटरबोट दिख रही हैं। हॉट स्प्रिंग्स के कुछ हिस्सों में अभी भी चीनी सैनिक तैनात हैं। इसके अलावा पैंगोंग त्सो झील के पास अप्रैल से पहले वाली स्थिति अभी दूर नजर आ रही है।
दोनों पक्षों के बीच कूटनीतिक व सैन्य कमांडर स्तर की बैठकों में बनी सहमति के मुताबिक चीन को फिंगर-8 तक का इलाका पूरी तरह खाली करना होगा। सूत्रों के मुताबिक अब तय हुआ है कि सैटेलाइट तस्वीरों से सेना के पीछे हटने की तस्दीक होने के बाद ही आगे की बातचीत होगी। इस बीच सामने आई ताजा तस्वीरों में हॉट स्प्रिंग्स इलाके में चीन का एक और पैंतरा दिखाई दे रहा है। चीन यहां के कुछ हिस्सों पर दावेदारी ठोकते हुए पीछे हटने से फिलहाल इनकार कर रहा है। हालांकि गलवां और गोगरा की सैटेलाइट इमेज में सहमति के मुताबिक दोनों सेनाएं पीछे हटती दिखाई दी हैं।
अप्रैल से पहले फिंगर 4-8 में भारतीय सेना करती थी गश्त
अप्रैल में चीनी सेना के घुसपैठ से पहले फिंगर 4 से 8 तक के करीब आठ वर्ग किलोमीटर के इलाके में भारत की सेना गश्त करती थी। लेकिन ताजा तस्वीरों में अब भी फिंगर-4 के पास चीनी मोटर बोट दिखाई दे रही हैं। वहीं, फिंगर-8 तक अभी अच्छी-खासी संख्या में चीनी सैनिक दिख रहे हैं। इससे साफ है कि पैंगोंग झील इलाके में अप्रैल जैसी स्थिति बहाल होने में अभी वक्त लगेगा।
सेना हटने की पुष्टि के बाद ही होगी बात
भारतीय सैन्य सूत्रों के मुताबिक अगले हफ्ते दोनों पक्ष सैटेलाइट तस्वीरों की मदद से निरीक्षण करेंगे की सहमति के मुताबिक दोनों सेनाएं पीछे हटी हैं या नहीं। तस्वीरों से सेना के पीछे हटने की पुष्टि होने के बाद ही अगली बैठक होगी।
डेपसांग को लेकर इस हफ्ते होनी है चर्चा
सूत्रों केमुताबिक डेपसांग के वाई जंक्शन को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। आगामी हफ्ते की शुरुआत में संभावित कोर कमांडर स्तर की बातचीत में डेपसांग और पेंगोंग के मुद्दे पर चर्चा होगी और फैसला आने की उम्मीद है।
विस्तार
भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनातनी वाले इलाकों से सेना हटाने पर बनी सहमति के बाद आई सैटेलाइट तस्वीरों ने फिर चीन की चालबाजी का खुलासा किया है। ताजा तस्वीराें में फिंगर-4 के पास अब भी चीनी मोटरबोट दिख रही हैं। हॉट स्प्रिंग्स के कुछ हिस्सों में अभी भी चीनी सैनिक तैनात हैं। इसके अलावा पैंगोंग त्सो झील के पास अप्रैल से पहले वाली स्थिति अभी दूर नजर आ रही है।
दोनों पक्षों के बीच कूटनीतिक व सैन्य कमांडर स्तर की बैठकों में बनी सहमति के मुताबिक चीन को फिंगर-8 तक का इलाका पूरी तरह खाली करना होगा। सूत्रों के मुताबिक अब तय हुआ है कि सैटेलाइट तस्वीरों से सेना के पीछे हटने की तस्दीक होने के बाद ही आगे की बातचीत होगी। इस बीच सामने आई ताजा तस्वीरों में हॉट स्प्रिंग्स इलाके में चीन का एक और पैंतरा दिखाई दे रहा है। चीन यहां के कुछ हिस्सों पर दावेदारी ठोकते हुए पीछे हटने से फिलहाल इनकार कर रहा है। हालांकि गलवां और गोगरा की सैटेलाइट इमेज में सहमति के मुताबिक दोनों सेनाएं पीछे हटती दिखाई दी हैं।
अप्रैल से पहले फिंगर 4-8 में भारतीय सेना करती थी गश्त
अप्रैल में चीनी सेना के घुसपैठ से पहले फिंगर 4 से 8 तक के करीब आठ वर्ग किलोमीटर के इलाके में भारत की सेना गश्त करती थी। लेकिन ताजा तस्वीरों में अब भी फिंगर-4 के पास चीनी मोटर बोट दिखाई दे रही हैं। वहीं, फिंगर-8 तक अभी अच्छी-खासी संख्या में चीनी सैनिक दिख रहे हैं। इससे साफ है कि पैंगोंग झील इलाके में अप्रैल जैसी स्थिति बहाल होने में अभी वक्त लगेगा।
सेना हटने की पुष्टि के बाद ही होगी बात
भारतीय सैन्य सूत्रों के मुताबिक अगले हफ्ते दोनों पक्ष सैटेलाइट तस्वीरों की मदद से निरीक्षण करेंगे की सहमति के मुताबिक दोनों सेनाएं पीछे हटी हैं या नहीं। तस्वीरों से सेना के पीछे हटने की पुष्टि होने के बाद ही अगली बैठक होगी।
डेपसांग को लेकर इस हफ्ते होनी है चर्चा
सूत्रों केमुताबिक डेपसांग के वाई जंक्शन को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। आगामी हफ्ते की शुरुआत में संभावित कोर कमांडर स्तर की बातचीत में डेपसांग और पेंगोंग के मुद्दे पर चर्चा होगी और फैसला आने की उम्मीद है।