कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को नई ऊंचाई दे दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री को 20 मिनट आमने-सामने की चर्चा करने की चुनौती दे दी है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला करके आरोप भी लगाया कि उनमें (प्रधानमंत्री) मुझसे (राहुल) से बहस करने की हिम्मत नहीं है। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के इंटरव्यू पर भी सवाल उठाए। कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी आईना दिखा दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने अरुण जेटली पर साफ कहा कि वह झूठ बोलते हैं।
मोदी जी देश आप पर अंगुली उठा रहा है
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा था कि उनपर व्यक्तिगत आरोप नहीं लग रहा है। यह आरोप सरकार पर लग रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह आरोप प्रधानमंत्री पर ही है। उन्होंने प्रेस वार्ता करके कहा कि प्रधानमंत्री न जाने किस दुनिया में रहते हैं। यह आरोप तो उन्हीं पर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरा देश राफेल लड़ाकू विमान सौदे की असलियत जानना चाहता है और इसका आरोप प्रधानमंत्री पर ही है। राहुल ने एक बार फिर आरोप लगाते हुए कहा कि देश का चौकीदार (प्रधानमंत्री मोदी) चोर है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री का टीवी इंटरव्यू में मूड देखा था आपने। वह घबराए हुए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का निर्णय साफ है। न्यायालय ने इसमें अपना क्षेत्राधिकार बताया है। उसने कहा कि है कि इसकी जांच करना उसका काम नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शीर्षस्थ अदालत ने यह नहीं कहा कि इस सौदे में भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, इसकी जांच नहीं होनी चाहिए, जेपीसी गठित नहीं होनी चाहिए? राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर अदालत को सीएजी का हवाला देकर गलत जानकारी दी।
मोदी को बचा रहे हैं जेटली
राहुल गांधी ने कहा कि वित्तमंत्री जेटली प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को बचा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राफेल सौदे पर चर्चा हो रही है। इसका जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देना चाहिए। रक्षा मंत्री को बोलना चाहिए, लेकिन इस सौदे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली केंद्र सरकार का पक्ष रख रहे हैं। वह झूठ बोलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बचा रहे हैं। इसके साथ ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री 20 मिनट की सीधे बहस करने की इच्छा जताई।
प्रधानमंत्री की बहस करने की हिम्मत पर भी सवाल उठाया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह लगातार मीडिया के बीच में आते रहते हैं। मीडिया के सवालों का जवाब देते रहते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री जी में यह हिम्मत नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष ने परोक्ष रूप से प्रधानमंत्री के इंटरव्यू को पहले से निर्धारित करार दे दिया और कहा कि इसमें टीवी रिपोर्टर सवाल भी पूछ रही थी और सवाल का जवाब भी दे रही थी।
यह कांग्रेस अध्यक्ष का बड़ा आरोप है। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार का तंत्र स्थिरता में नहीं है। सरकार संसद में कह रही है कि वह राफेल लड़ाकू विमान सौदे की कीमत का दाम नहीं बता सकती। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी इसके लिए दो सरकारों के बीच में हुए गोपनीयता समझौते का हवाला दिया। लेकिन लोकसभा में चर्चा के दौरान वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लड़ाकू विमान की कीमत बताई।
उन्होंने 36 लड़ाकू विमान की कीमत 58 हजार करोड़ रुपये बताकर साबित किया कि एक विमान 1600 करोड़ रुपये का है। कांग्रेस पार्टी द्वारा यूपीए सरकार के समय में तय की गई 526 करोड़ रुपये प्रति विमान की कीमत पर भी वित्त मंत्री ने मुहर लगाई। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एक तरफ सरकार राफेल लड़ाकू विमान की कीमत बताने से मना करती और बताती भी है। आखिर यह क्या है?
जिंदा हो गया राफेल का मुद्दा
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने भी माना कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे का मुद्दा फिर से जिंदा हो गया है। लोकसभा में हुई चर्चा ने इस मुद्दे को संजीवनी दे दी है। कांग्रेस के नेता भी उच्चतम न्यायालय में दायर याचिका के खारिज होने के बाद कुछ दबाव में थे। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक राफेल पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद लोगों में भ्रम की स्थिति बनने लगी थी, लेकिन अब इसे संजीवनी मिल गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस आरोप को लेकर नये आरोप के साथ आए। उन्होंने मानसून सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाए आरोप में पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर और उनके स्वास्थ्य मंत्री का हवाला देकर नया अध्याय जोड़ दिया है। मेरठ से भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे सूत्र का भी मानना है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे का मुद्दा नए सिरे से जिंदा हो गया है। पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी भी लोकसभा में हुई चर्चा और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रेस वार्ता के बाद काफी उत्साहित नजर आए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे को नई ऊंचाई दे दी है। उन्होंने प्रधानमंत्री को 20 मिनट आमने-सामने की चर्चा करने की चुनौती दे दी है। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर हमला करके आरोप भी लगाया कि उनमें (प्रधानमंत्री) मुझसे (राहुल) से बहस करने की हिम्मत नहीं है। इतना ही नहीं राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के इंटरव्यू पर भी सवाल उठाए। कांग्रेस अध्यक्ष ने लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी आईना दिखा दिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने अरुण जेटली पर साफ कहा कि वह झूठ बोलते हैं।
मोदी जी देश आप पर अंगुली उठा रहा है
राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा था कि उनपर व्यक्तिगत आरोप नहीं लग रहा है। यह आरोप सरकार पर लग रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह आरोप प्रधानमंत्री पर ही है। उन्होंने प्रेस वार्ता करके कहा कि प्रधानमंत्री न जाने किस दुनिया में रहते हैं। यह आरोप तो उन्हीं पर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पूरा देश राफेल लड़ाकू विमान सौदे की असलियत जानना चाहता है और इसका आरोप प्रधानमंत्री पर ही है। राहुल ने एक बार फिर आरोप लगाते हुए कहा कि देश का चौकीदार (प्रधानमंत्री मोदी) चोर है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री का टीवी इंटरव्यू में मूड देखा था आपने। वह घबराए हुए हैं।