भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की रफ्तार बढ़ती नजर आ रही है। शुक्रवार को मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना की पहली तस्वीर सामने आई। भारत में जापानी दूतावास ने शुक्रवार को बुलेट ट्रेन ई-5 सीरीज शिंकानसेन की आधिकारिक तस्वीरें साझा की हैं।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद मुंबई से अहमदाबाद के बीच की दूरी को महज दो घंटे में पूरा किया जा सकेगा। खास बात है कि पांच साल पहले भारत सरकार ने 508 किमी लंबे मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए मंजूरी दी थी।
जापानी दूतावास ने शुक्रवार को इस ट्रेन की तस्वीरें साझा कीं हैं। इस ट्रेन में बदलाव किए जाएंगे ताकि इसका उपयोग मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट में रोलिंग स्टॉक यानी रेलवे में इस्तेमाल होने वाली गाड़ियां और वैगन के तौर पर किया जा सके। यह ट्रेन भारतीय रेल व्यवस्था को और रफ्तार देगी। बता दें कि मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना ने ने शुरुआत में गुजरात में रफ्तार पकड़ी थी, लेकिन जमीनी परेशानियों के चलते महाराष्ट्र में यह काम धीमा हो गया।
जमीन को लेकर हो सकता है विवाद
गौरतलब है कि मुंबई मेट्रो कार शेड के लिए बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स की जमीन पर विचार किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन मार्ग पर एक स्टेशन बीकेसी में प्रस्तावित है जहां कई बड़ी कंपनियों के कार्यालय, बैंक और सरकारी संस्थान हैं।
उल्लेखनीय है कि बंबई उच्च न्यायालय ने बुधवार को मुंबई उपनगर जिलाधिकारी द्वारा जारी उस आदेश पर रोक लगा दी थी जिसमें उपनगर कंजुरमार्ग में 102 एकड़ जमीन एकीकृत मेट्रो कार शेड के लिए आवंटित की गई थी।
सियासत भी जोरों पर
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने मुंबई की हरित पट्टी आरे कॉलोनी को मुंबई मेट्रो लाइन संख्या तीन के कार शेड के लिए चुना था। हालांकि, पिछले साल नवंबर में सत्ता में आने के बाद शिवसेना नीत महाराष्ट्र विकास आघाडी (एमवीए) सरकार ने इसे कंजुरमार्ग में स्थांतरित कर दिया था।
इस बीच, भाजपा नेता आशीष शेलार ने शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुंबई मेट्रो कार शेड को बीकेसी स्थानांतरित करने के विचार की आलोचना करते हुए कहा कि वह बुलेट ट्रेन परियोजना को बाधित करना चाहती है।