महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे आज यानी बुधवार को मुंबई में चांदीवाल आयोग के समक्ष पेश हुए। सरकार ने आयोग को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए नियुक्त किया था।
वाजे और देशमुख के खिलाफ पेशी वारंट
इस बीच चांदीवाल आयोग ने बर्खास्त पुलिस सिपाही सचिन वाजे और राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के लिए पेशी वारंट जारी किया। वाजे को आठ और देशमुख को नौ दिसंबर को बुलाया गया है। अलग-अलग मामलों में वाजे एनआईए और देशमुख ईडी की न्यायिक हिरासत में हैं।
बीते सोमवार को परमबीर सिंह भी हुए थे पेश
वहीं इससे पहले बीते सोमवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह भी चांदीवाल आयोग के सामने पेश हुए थे। पूछताछ के बाद चांदीवाल कमीशन ने परमबीर सिंह के खिलाफ जारी की गई जमानती वारंट को रद्द कर दिया था। आयोग ने परमबीर सिंह पर जुर्माना लगाते हुए आदेश दिया था कि वह मुख्यमंत्री राहत कोष में 15,000 रुपये जमा कराएं।
सचिन वाजे ने परमबीर सिंह को निर्दोष बताया था
मुंबई पुलिस से बर्खास्त किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने शुक्रवार को जांच आयोग को बताया कि आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने उन्हें सलाह दी थी कि वे किसी के लिए पैसे इकट्ठा करने की अवैध गतिविधि में शामिल न हों।
इस साल मार्च में किया गया था आयोग का गठन
तत्कालीन गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए इस साल मार्च में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया गया था। पैनल ने इससे पहले सिंह पर कई मौकों पर पेश होने में विफल रहने के लिए जुर्माना लगाया था और उनके खिलाफ जमानती वारंट भी जारी किया था।
चांदीवाल आयोग ने परमबीर सिंह को 'प्रोडक्शन वारंट' भेजा था
चांदीवाल आयोग ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को 'प्रोडक्शन वारंट' भेजकर अपना बयान दर्ज करवाने के लिए 30 नवंबर को पेश होने के लिए कहा था। 'प्रोडक्शन वारंट' के तहत जब भी उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा उस समय पेश होना होगा।
विस्तार
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे आज यानी बुधवार को मुंबई में चांदीवाल आयोग के समक्ष पेश हुए। सरकार ने आयोग को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए नियुक्त किया था।
वाजे और देशमुख के खिलाफ पेशी वारंट
इस बीच चांदीवाल आयोग ने बर्खास्त पुलिस सिपाही सचिन वाजे और राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के लिए पेशी वारंट जारी किया। वाजे को आठ और देशमुख को नौ दिसंबर को बुलाया गया है। अलग-अलग मामलों में वाजे एनआईए और देशमुख ईडी की न्यायिक हिरासत में हैं।
बीते सोमवार को परमबीर सिंह भी हुए थे पेश
वहीं इससे पहले बीते सोमवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह भी चांदीवाल आयोग के सामने पेश हुए थे। पूछताछ के बाद चांदीवाल कमीशन ने परमबीर सिंह के खिलाफ जारी की गई जमानती वारंट को रद्द कर दिया था। आयोग ने परमबीर सिंह पर जुर्माना लगाते हुए आदेश दिया था कि वह मुख्यमंत्री राहत कोष में 15,000 रुपये जमा कराएं।
सचिन वाजे ने परमबीर सिंह को निर्दोष बताया था
मुंबई पुलिस से बर्खास्त किए गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने शुक्रवार को जांच आयोग को बताया कि आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने उन्हें सलाह दी थी कि वे किसी के लिए पैसे इकट्ठा करने की अवैध गतिविधि में शामिल न हों।
इस साल मार्च में किया गया था आयोग का गठन
तत्कालीन गृह मंत्री और एनसीपी नेता अनिल देशमुख के खिलाफ परमबीर सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए इस साल मार्च में एक सदस्यीय आयोग का गठन किया गया था। पैनल ने इससे पहले सिंह पर कई मौकों पर पेश होने में विफल रहने के लिए जुर्माना लगाया था और उनके खिलाफ जमानती वारंट भी जारी किया था।
चांदीवाल आयोग ने परमबीर सिंह को 'प्रोडक्शन वारंट' भेजा था
चांदीवाल आयोग ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को 'प्रोडक्शन वारंट' भेजकर अपना बयान दर्ज करवाने के लिए 30 नवंबर को पेश होने के लिए कहा था। 'प्रोडक्शन वारंट' के तहत जब भी उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा उस समय पेश होना होगा।