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आदिवासी इलाकों में कांग्रेस हमेशा से मजबूत रही है। ग्रामीण मतदाताओं के बीच पुराने दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की पकड़ का असर आज तक महसूस किया जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने जिन सीटों पर सफलता हासिल की थी, उनमें ग्रामीण क्षेत्रों की आदिवासी बहुल इलाकों की सीटें ही सबसे ज्यादा थी। लेकिन एक रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी मतदाताओं के बीच पैठ बनाने की कोशिश की है। राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू को अवसर देना और केवड़िया में सरदार पटेल की एकता मूर्ति की स्थापना को उनकी इस कोशिश से जोड़कर देखा जाता है।
आदिवासी इलाकों में कांग्रेस हमेशा से मजबूत रही है। ग्रामीण मतदाताओं के बीच पुराने दिग्गज कांग्रेसी नेताओं की पकड़ का असर आज तक महसूस किया जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने जिन सीटों पर सफलता हासिल की थी, उनमें ग्रामीण क्षेत्रों की आदिवासी बहुल इलाकों की सीटें ही सबसे ज्यादा थी। लेकिन एक रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी मतदाताओं के बीच पैठ बनाने की कोशिश की है। राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू को अवसर देना और केवड़िया में सरदार पटेल की एकता मूर्ति की स्थापना को उनकी इस कोशिश से जोड़कर देखा जाता है।