टी-20 विश्वकप में भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों टीमों को शुभकामनाएं दी। मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने इस्टर की शुभकामनाएं दी और कहा कि टी-20 विश्वकप में भारत ने दो महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। आज के मैच के लिए दोनों टीमों को शुभकामना।
भारत में फुटबॉल की हालत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फीफा में हमारी रैंकिंग इतनी नीचे है कि मेरी बोलने की हिम्मत नहीं पड़ रही। उन्होंने कहा कि हम सबकी कोशिश होनी चाहिए हम फुटबॉल को गांव-गांव, गली-गली में पहुंचाएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2017 में अंडर-17 फीफा विश्वकप की मेजबानी कर रहा है। ये एक अवसर है कि जब हम अपने युवाओं में फुटबॉल का जोश भर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फीफा विश्वकप भारत के लिए खुद को ब्रांड के रूप में पेश करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
मोदी ने कहा कि हमें ये कोशिश करनी चाहिए कि फुटबॉल देश के कोने-कोने में पहुंचे। उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं देश का हर युवा 2017 फीफा विश्वकप का ब्रांड अम्बेसडर बने।'
पर्यटन को बढ़ावा देने के अपील करते हुए मोदी ने कहा कि यात्राएं हमें बहुत कुछ सिखाती हैं। जो हम अपने घर में, कक्षाओं और दोस्तों से नहीं सीख सकते, उसे हम अपनी यात्राओं में सीख लेते हैं। उन्होंने कहा कि ये कहा ही गया है कि शौक-ए-दीदार है तो नजर पैदा कर।
उन्होंने कहा कि पर्यटन में रोजगार पैदा करने में अपार संभावनाएं हैं। भारत पर्यटन के मामले में कई देशों से पिछड़ा है। मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने युवाओं से छुट्टियों का इस्तेमाल नई स्किल सीखने के लिए की। उन्होंने कहा कि युवा छुट्टियों को यूं ही बर्बाद न करें। हर छुट्टी में वे कम से कम एक स्किल जरूर सीखें।
प्रधानमंत्री ने रविवार को असम के रंगपाड़ा में चुनावी रैली भी की। असम में उन्होंने कांग्रेस समेत तरुण गोगोई सरकार के कामकाज पर निशाना साधा।
'मन की बात' सुनने के लिए क्लिक करें।
टी-20 विश्वकप में भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों टीमों को शुभकामनाएं दी। मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने इस्टर की शुभकामनाएं दी और कहा कि टी-20 विश्वकप में भारत ने दो महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। आज के मैच के लिए दोनों टीमों को शुभकामना।
भारत में फुटबॉल की हालत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फीफा में हमारी रैंकिंग इतनी नीचे है कि मेरी बोलने की हिम्मत नहीं पड़ रही। उन्होंने कहा कि हम सबकी कोशिश होनी चाहिए हम फुटबॉल को गांव-गांव, गली-गली में पहुंचाएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत 2017 में अंडर-17 फीफा विश्वकप की मेजबानी कर रहा है। ये एक अवसर है कि जब हम अपने युवाओं में फुटबॉल का जोश भर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फीफा विश्वकप भारत के लिए खुद को ब्रांड के रूप में पेश करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।
मोदी ने कहा कि हमें ये कोशिश करनी चाहिए कि फुटबॉल देश के कोने-कोने में पहुंचे। उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं देश का हर युवा 2017 फीफा विश्वकप का ब्रांड अम्बेसडर बने।'