पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष बिमन बनर्जी को पत्र लिखकर सांविधानिक मानदंडों का पालन करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा, उच्च पदों पर बैठे लोगों को किसी भी ‘अशोभनीय तमाशे’ से बचना चाहिए क्योंकि यह संसदीय लोकतंत्र की गरिमा को कम करता है।
धनखड़ ने पत्र में उन तमाम मौकों का उल्लेख किया जब उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया गया और सावधानियां नहीं बरती गईं। ट्विटर पर पत्र साझा करते हुए धनखड़ ने दावा किया कि स्पीकर ने 6 सितंबर को धनखड़ द्वारा एक पत्राचार के लिए अपना जवाब सार्वजनिक किया था।
धनखड़ ने कहा, उनका जवाब मुझे मिलता इससे पहले ही इसे सार्वजनिक किया गया। यह उचित नहीं है। इसके अलावा राज्यपाल ने पिछले साल फरवरी और इस साल जुलाई में कथित तौर पर विधानसभा सदन को ब्लैकआउट किये जाने और दिसंबर 2019 में उनके दौरे के समय विधानसभा के दरवाजे पर ताला लगाए जाने का भी जिक्र किया। धनखड़ ने कहा, मैं विधानसभा स्पीकर से आत्मचिंतन करने और उनकी गलतियों को सुधारने की नसीहत देता हूं ताकि लोकतंत्र की गरिमा को बचाया जा सके।
विस्तार
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष बिमन बनर्जी को पत्र लिखकर सांविधानिक मानदंडों का पालन करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा, उच्च पदों पर बैठे लोगों को किसी भी ‘अशोभनीय तमाशे’ से बचना चाहिए क्योंकि यह संसदीय लोकतंत्र की गरिमा को कम करता है।
धनखड़ ने पत्र में उन तमाम मौकों का उल्लेख किया जब उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया गया और सावधानियां नहीं बरती गईं। ट्विटर पर पत्र साझा करते हुए धनखड़ ने दावा किया कि स्पीकर ने 6 सितंबर को धनखड़ द्वारा एक पत्राचार के लिए अपना जवाब सार्वजनिक किया था।
धनखड़ ने कहा, उनका जवाब मुझे मिलता इससे पहले ही इसे सार्वजनिक किया गया। यह उचित नहीं है। इसके अलावा राज्यपाल ने पिछले साल फरवरी और इस साल जुलाई में कथित तौर पर विधानसभा सदन को ब्लैकआउट किये जाने और दिसंबर 2019 में उनके दौरे के समय विधानसभा के दरवाजे पर ताला लगाए जाने का भी जिक्र किया। धनखड़ ने कहा, मैं विधानसभा स्पीकर से आत्मचिंतन करने और उनकी गलतियों को सुधारने की नसीहत देता हूं ताकि लोकतंत्र की गरिमा को बचाया जा सके।