लोकसभा चुनावों के करीब आने के साथ-साथ पार्टियों की सियासी कसरतें भी तेज हो गई हैं। इसी बीच बीजू जनता दल के पूर्व सांसद बैजयंत 'जय' पांडा, भाजपा में शामिल हो गए हैं। बीते दिनों जय पांडा पर पार्टी विरोध गतिविधियों के आरोप लगे थे जिसके बाद पहले उन्हें निलंबित कर दिया गया था और फिर संगठन में हाशिए पर रहने के बाद पिछले साल उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
केंद्रपाड़ा लोकसभा सीट से पूर्व सांसद जय पांडा ने दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इससे पहले बीजू जनता दल ने कहा कि जय पांडा किसी भी पार्टी को ज्वॉइन करने के लिए स्वतंत्र हैं। बीजेडी सांसद प्रसन्न आचार्य ने कहा कि पांडा के भाजपा का हाथ थामने से आगामी चुनावों में बीजू जनता दल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पिछले कुछ सालों में कई लोगों ने पार्टी छोड़ी, मगर बीजेडी की लोकप्रियता बढ़ती ही गई है।
गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनावों में पांडा ने बीजेडी के टिकट पर केंद्रपाड़ा से जीत हासिल की थी, जिसके बाद पार्टी के तमाम आंतरिक मतभेदों और पांडा पर लगे आरोपों के कारण उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस बीच 2017 के पंचायत चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद वे बीजू जनता दल को लगातार 'आत्मविश्लेषण' की सलाह देते रहे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की बराबर प्रशंसा करने और नवीन पटनायक पर सवाल खड़े करते रहने के कारण भी खूब चर्चा में रहे हैं।
पांडा आगामी लोकसभा चुनावों में तो नहीं लड़ेंगे, लेकिन उनके साथ ही होने वाले विधानसभा चुनावों में 20-30 विधानसभा सीटों से बीजेडी के वोट काटने की उनकी पूरी कोशिश रह सकती है।
लोकसभा चुनावों के करीब आने के साथ-साथ पार्टियों की सियासी कसरतें भी तेज हो गई हैं। इसी बीच बीजू जनता दल के पूर्व सांसद बैजयंत 'जय' पांडा, भाजपा में शामिल हो गए हैं। बीते दिनों जय पांडा पर पार्टी विरोध गतिविधियों के आरोप लगे थे जिसके बाद पहले उन्हें निलंबित कर दिया गया था और फिर संगठन में हाशिए पर रहने के बाद पिछले साल उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
केंद्रपाड़ा लोकसभा सीट से पूर्व सांसद जय पांडा ने दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इससे पहले बीजू जनता दल ने कहा कि जय पांडा किसी भी पार्टी को ज्वॉइन करने के लिए स्वतंत्र हैं। बीजेडी सांसद प्रसन्न आचार्य ने कहा कि पांडा के भाजपा का हाथ थामने से आगामी चुनावों में बीजू जनता दल पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पिछले कुछ सालों में कई लोगों ने पार्टी छोड़ी, मगर बीजेडी की लोकप्रियता बढ़ती ही गई है।
गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनावों में पांडा ने बीजेडी के टिकट पर केंद्रपाड़ा से जीत हासिल की थी, जिसके बाद पार्टी के तमाम आंतरिक मतभेदों और पांडा पर लगे आरोपों के कारण उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस बीच 2017 के पंचायत चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद वे बीजू जनता दल को लगातार 'आत्मविश्लेषण' की सलाह देते रहे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी की बराबर प्रशंसा करने और नवीन पटनायक पर सवाल खड़े करते रहने के कारण भी खूब चर्चा में रहे हैं।
पांडा आगामी लोकसभा चुनावों में तो नहीं लड़ेंगे, लेकिन उनके साथ ही होने वाले विधानसभा चुनावों में 20-30 विधानसभा सीटों से बीजेडी के वोट काटने की उनकी पूरी कोशिश रह सकती है।