ओडिशा सरकार ने रविवार को राज्य में कोरोना वायरस के संभावित पुनरुत्थान से बचने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए। लाउडस्पीकर घोषणाओं के माध्यम से नए दिशानिर्देशों को लेकर सार्वजनिक जागरूकता सभी बाजारों, हाट और अन्य स्थानों पर की जाएगी।
विशेष राहत आयुक्त कार्यालय से सलाहकार ने कहा कि नए दिशानिर्देशों के अनुसार कोविड-19 लक्षणों के साथ पाए गए किसी भी व्यक्ति के बारे में तुरंत पास के स्वास्थ्य संस्थान को सूचित किया जाएगा और स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ऐसा कहा जा रहा है कि लोग बुनियादी सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसे कि सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना या हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना, न्यूनतम एक मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखना और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करना जैसे नियमों का पालन सही तरीके से नहीं कर रहे हैं।
सलाहकार ने कहा कि नए दिशानिर्देशों के तहत जिला प्रशासन और पुलिस जांच करेगी और कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित हो, जैसे कि मास्क पहनना अनिवार्य है। इसके अलावा कार्य स्थलों और शैक्षणिक संस्थानों सहित सभी सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक दूरी बनाए रखना।
सलाहकार ने बताया कि शैक्षणिक संस्थानों सहित सरकारी और निजी कार्यालयों के अधिकारी अपने संबंधित प्रतिष्ठानों में कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने कहा लोगों को बड़ी सभाओं से बचना चाहिए और जहां भी विवाह, अन्य सामाजिक-धार्मिक कार्यों, खेल, मनोरंजन,शैक्षणिक, सांस्कृतिक या किसी भी तरह के अन्य सभाओं के लिए अनुमति दी गई है, ऐसे समारोहों में कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन करना चाहिए। इसका अलावा उन्होंने कहा कि ऐसे समारोह में भीड़ की संख्या की कड़ी निगरानी की जाएगी। किसी भी परिस्थिति में, अनुमत संख्या से अधिक व्यक्तियों को ऐसी सभी सभाओं में जाने की इजाजत नहीं होगी।
सलाहकार ने कहा कि जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी अनुपालन का पता लगाने और सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न स्थानों / संस्थानों का दौरा करेंगे। कोविड-19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को दंडित किया जाएगा।
चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण के निदेशक सीबीके मोहंती ने कहा कि हालांकि देश के कुछ हिस्सों में कोविड-19 मामलों में उछाल आया है, जिसके कारण लॉकडाउन और रात कर्फ्यू लगाया गया है, ओडिशा में स्थिति बेहतर नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'अगर लोगों को सतर्क किया जाए तो लॉकडाउन से बचा जा सकता है। उन्हें मास्क पहनने और सामाजिक दूरी सहित सभी निर्धारित दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करना चाहिए।' मोहंती ने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों पर निगरानी दल नजर रख रहे हैं।
राज्य में रविवार को आठ लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ओडिशा में कोरोना के कुल 3.36 लाख मामले हैं। इनमें से मृतकों की संख्या 1,914 है। वर्तमान में ओडिशा में 562 सक्रिय मामले हैं। राज्य के 30 में से चार जिलों में सक्रिय मामले नहीं हैं।
ओडिशा सरकार ने रविवार को राज्य में कोरोना वायरस के संभावित पुनरुत्थान से बचने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए। लाउडस्पीकर घोषणाओं के माध्यम से नए दिशानिर्देशों को लेकर सार्वजनिक जागरूकता सभी बाजारों, हाट और अन्य स्थानों पर की जाएगी।
विशेष राहत आयुक्त कार्यालय से सलाहकार ने कहा कि नए दिशानिर्देशों के अनुसार कोविड-19 लक्षणों के साथ पाए गए किसी भी व्यक्ति के बारे में तुरंत पास के स्वास्थ्य संस्थान को सूचित किया जाएगा और स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ऐसा कहा जा रहा है कि लोग बुनियादी सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसे कि सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना या हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करना, न्यूनतम एक मीटर की शारीरिक दूरी बनाए रखना और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करना जैसे नियमों का पालन सही तरीके से नहीं कर रहे हैं।
सलाहकार ने कहा कि नए दिशानिर्देशों के तहत जिला प्रशासन और पुलिस जांच करेगी और कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित हो, जैसे कि मास्क पहनना अनिवार्य है। इसके अलावा कार्य स्थलों और शैक्षणिक संस्थानों सहित सभी सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक दूरी बनाए रखना।
सलाहकार ने बताया कि शैक्षणिक संस्थानों सहित सरकारी और निजी कार्यालयों के अधिकारी अपने संबंधित प्रतिष्ठानों में कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुपालन के लिए जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने कहा लोगों को बड़ी सभाओं से बचना चाहिए और जहां भी विवाह, अन्य सामाजिक-धार्मिक कार्यों, खेल, मनोरंजन,शैक्षणिक, सांस्कृतिक या किसी भी तरह के अन्य सभाओं के लिए अनुमति दी गई है, ऐसे समारोहों में कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का अनुपालन करना चाहिए। इसका अलावा उन्होंने कहा कि ऐसे समारोह में भीड़ की संख्या की कड़ी निगरानी की जाएगी। किसी भी परिस्थिति में, अनुमत संख्या से अधिक व्यक्तियों को ऐसी सभी सभाओं में जाने की इजाजत नहीं होगी।
सलाहकार ने कहा कि जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी अनुपालन का पता लगाने और सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न स्थानों / संस्थानों का दौरा करेंगे। कोविड-19 दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को दंडित किया जाएगा।
चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण के निदेशक सीबीके मोहंती ने कहा कि हालांकि देश के कुछ हिस्सों में कोविड-19 मामलों में उछाल आया है, जिसके कारण लॉकडाउन और रात कर्फ्यू लगाया गया है, ओडिशा में स्थिति बेहतर नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'अगर लोगों को सतर्क किया जाए तो लॉकडाउन से बचा जा सकता है। उन्हें मास्क पहनने और सामाजिक दूरी सहित सभी निर्धारित दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करना चाहिए।' मोहंती ने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले लोगों पर निगरानी दल नजर रख रहे हैं।
राज्य में रविवार को आठ लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ओडिशा में कोरोना के कुल 3.36 लाख मामले हैं। इनमें से मृतकों की संख्या 1,914 है। वर्तमान में ओडिशा में 562 सक्रिय मामले हैं। राज्य के 30 में से चार जिलों में सक्रिय मामले नहीं हैं।