न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Sat, 21 May 2022 07:46 PM IST
Petrol Diesel Prices Cut: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर बढ़ रही नाराजगी को देखते हुए केंद्र सरकार ने आज पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में बड़ी कटौती की है। सरकार के इस फैसले से जनता को बड़ी राहत मिलेगी। गौरतलब है कि सरकार ने ऐसी ही राहत छह महीने पहले भी दी है। तब केंद्र सरकार ने दिवाली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी। सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये कम कर दी थी। आइए जानते हैं कि 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद अब तक कितनी बार एक्साइज ड्यूटी घटी है।
2014 के बाद मोदी सरकार ने कब-कब सस्ता किया पेट्रोल-डीजल?
- आंकड़ों के मुताबिक, 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद के अब तक तीन बार मोदी सरकार में एक्साइज ड्यूटी घटाई गई है। पहली बार 4 अक्तूबर 2017 को मोदी सरकार ने पेट्रोल 2.43 रुपये और डीजल पर 2.17 रुपये सस्ता किया था।
- इसके बाद 2018 में केंद्र की मोदी सरकार ने पांच अक्तूबर को जनता को बड़ी राहत दी थी। तब सरकार ने पेट्रोल 2.50 रुपये जबकि डीजल भी 2.50 रुपये सस्ता किया था।
- इसके बाद आखिरी बार मोदी सरकार ने पिछले साल दिवाली से एक दिन पहले महंगाई का सामना कर रही जनता को तोहफा दिया था। चार नवंबर 2021 को सरकार ने पेट्रोल को 5 रुपये और डीजल 10 रुपये सस्ता किया था।
मोदी सरकार में कितना महंगा हुआ पेट्रोल
2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 110 डॉलर बैरल पर थे। उस समय पेट्रोल 72 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा था जबकि डीजल का भाव 55.48 रुपये प्रति लीटर था। तब पेट्रोल-डीजल के दामों के बीच 16 रुपये से ज्यादा का अंतर था, लेकिन आज हुई कटौती से पहले पेट्रोल राजधानी दिल्ली में 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा था। मोदी सरकार के इन आंकडों को देखें तो बीते 8 सालों में पेट्रोल 45 फीसदी तो डीजल 75 फीसदी महंगा हो चुका है।
विस्तार
Petrol Diesel Prices Cut: पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर बढ़ रही नाराजगी को देखते हुए केंद्र सरकार ने आज पेट्रोल और डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में बड़ी कटौती की है। सरकार के इस फैसले से जनता को बड़ी राहत मिलेगी। गौरतलब है कि सरकार ने ऐसी ही राहत छह महीने पहले भी दी है। तब केंद्र सरकार ने दिवाली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी। सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये कम कर दी थी। आइए जानते हैं कि 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद अब तक कितनी बार एक्साइज ड्यूटी घटी है।
2014 के बाद मोदी सरकार ने कब-कब सस्ता किया पेट्रोल-डीजल?
- आंकड़ों के मुताबिक, 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद के अब तक तीन बार मोदी सरकार में एक्साइज ड्यूटी घटाई गई है। पहली बार 4 अक्तूबर 2017 को मोदी सरकार ने पेट्रोल 2.43 रुपये और डीजल पर 2.17 रुपये सस्ता किया था।
- इसके बाद 2018 में केंद्र की मोदी सरकार ने पांच अक्तूबर को जनता को बड़ी राहत दी थी। तब सरकार ने पेट्रोल 2.50 रुपये जबकि डीजल भी 2.50 रुपये सस्ता किया था।
- इसके बाद आखिरी बार मोदी सरकार ने पिछले साल दिवाली से एक दिन पहले महंगाई का सामना कर रही जनता को तोहफा दिया था। चार नवंबर 2021 को सरकार ने पेट्रोल को 5 रुपये और डीजल 10 रुपये सस्ता किया था।
मोदी सरकार में कितना महंगा हुआ पेट्रोल
2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 110 डॉलर बैरल पर थे। उस समय पेट्रोल 72 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा था जबकि डीजल का भाव 55.48 रुपये प्रति लीटर था। तब पेट्रोल-डीजल के दामों के बीच 16 रुपये से ज्यादा का अंतर था, लेकिन आज हुई कटौती से पहले पेट्रोल राजधानी दिल्ली में 105.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल 96.67 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा था। मोदी सरकार के इन आंकडों को देखें तो बीते 8 सालों में पेट्रोल 45 फीसदी तो डीजल 75 फीसदी महंगा हो चुका है।