न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Kuldeep Singh
Updated Thu, 10 Sep 2020 05:33 AM IST
राज्यसभा के सभापति व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मानसून सत्र के लिए की जा रहीं सारी विशेष तैयारियां बुधवार को मॉक सेशन के दौरान परखीं। इस दौरान नायडू खुद सभापति की कुर्सी पर बैठे और सत्र संचालन की गतिविधि परखी।
इस कवायद के दौरान दोनों सदनों के चैंबर और चार गैलरियों में राज्य सभा सचिवालय के कर्मचारियों को बैठाकर सोशल डिस्टेसिंग सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए नए सिस्टम को भी परखा। सदन की कुर्सियों को भरने के लिए लोकसभा चैंबर के कर्मचारियों को भी बुलाया गया था, जो पूरे मानसून सत्र के दौरान ऊपरी सदन का हिस्सा रहेंगे।
मानसून सत्र में सभी सांसदों को दोनों सदनों की गैलरियों और चैंबरों में बैठाने की योजना बनाई गई है। मॉक सेशन के दौरान इस बात पर खास ध्यान दिया गया कि एक चैंबर से दूसरे चैंबर में ऑडियो और वीडियो सिग्नल का ट्रांसमिशन सुचारु ढंग से हो रहा है या नहीं। साथ ही इंटरप्रिटेशन (भाषा अनुवाद) का सिग्नल भी जांचा गया।
राज्यसभा के सभापति व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मानसून सत्र के लिए की जा रहीं सारी विशेष तैयारियां बुधवार को मॉक सेशन के दौरान परखीं। इस दौरान नायडू खुद सभापति की कुर्सी पर बैठे और सत्र संचालन की गतिविधि परखी।
इस कवायद के दौरान दोनों सदनों के चैंबर और चार गैलरियों में राज्य सभा सचिवालय के कर्मचारियों को बैठाकर सोशल डिस्टेसिंग सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए नए सिस्टम को भी परखा। सदन की कुर्सियों को भरने के लिए लोकसभा चैंबर के कर्मचारियों को भी बुलाया गया था, जो पूरे मानसून सत्र के दौरान ऊपरी सदन का हिस्सा रहेंगे।
मानसून सत्र में सभी सांसदों को दोनों सदनों की गैलरियों और चैंबरों में बैठाने की योजना बनाई गई है। मॉक सेशन के दौरान इस बात पर खास ध्यान दिया गया कि एक चैंबर से दूसरे चैंबर में ऑडियो और वीडियो सिग्नल का ट्रांसमिशन सुचारु ढंग से हो रहा है या नहीं। साथ ही इंटरप्रिटेशन (भाषा अनुवाद) का सिग्नल भी जांचा गया।